माँ बनना हर महिला की ख्वाहिश होती है, और यह उसके लिए भगवान का सबसे बड़ा उपहार होता है। गर्भावस्था के दौरान शरीर मे कई तरह के अनुभव और बदलाव आते है, जैसे हॉर्मोन में बदलाव होना, वजन बढ़ना , सिर दर्द, पेट दर्द, तनाव आदि। समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो आइये जानते है गर्भावस्था के दौरान योनी से सफेद पानी क्यों निकलता है(White water from vagina in pregnancy in hindi) उसके कारण, लक्षण और इलाज़ क्या है?
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गर्भावस्था के दौरान सफेद पानी क्यों गिरता है?(Why does white water fall during pregnancy?)
गर्भावस्था में सफेद पानी या गर्भावस्था के दौरान सफेद स्राव
एक आम समस्या है जो अमूमन तीसरी तिमाही में होती है हालांकि यह किसी भी तिमाही में हो सकती है। गर्भवती महिला के लिए सफेद पानी निकलना(White water from vagina in pregnancy in hindi) अच्छा होता है क्योंकि इस पानी मे मृत कोशिकाएं होती है और ये आपकी योनी को साफ सुथरा और इस से होने वाली समस्याओं जैसे कि बैक्टीरिया से मुक्त करने में मदद करती है योनी से सफेद पानी कई तरह का निकलता है जैसे गंधहीन, हल्की गंध वाला, सफेद , भूरा आदि। लेकिन जब सफेद की जगह हरें रंग का पानी आ रहा हो और डिस्चार्ज के समय दर्द हो रहा है और अलग तरह की गंध आ रही है तो यह नुकसानदायक हो सकता है इस से संक्रमण होने का खतरा रह सकता है ।
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योनी स्राव के कारण (cause to vagina discharge)
योनी स्राव से जुड़े कुछ सामान्य काऱण इस प्रकार हैं-
- हार्मोनल परिवर्तन: एक महिला का शरीर मासिक धर्म चक्र के दौरान बहुत सारे हार्मोनल परिवर्तन से गुजरते है। मासिक धर्म चक्र के पहले अर्धांश में, एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है ओर यह ओव्यूलेशन के समय सबसे अधिक होता है क्योंकि यह हार्मोनल रक्त की आपूर्ति में वृद्धि के लिए जिम्मेदार होता है, यह गर्भाशय ग्रीवा से रंगहीनऔर गंधहीन स्राव में वृद्धि का कारण है जो स्राव के अलावा और कुछ भी नहीं है यह स्राव ज्यादातर मामलों में हानिरहित होता हैं।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था अपने साथ योनी स्राव जैसा अप्रिय प्रभाव भी लाती है। एस्ट्रोजन के स्तर में वृद्धि होने के कारण लेष्मा का उत्पादन बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप ल्यूकोरिया होतो है यह काफी हद तक आपके द्वारा मासिक धर्म के दौरान किए गए अनुभव के समान होता है, हालांकि इसका होना अलग अलग महिलाओं में भिन्न होता है। इसके अलावा, यह गर्भावस्था के दौरान की पूरी अवधि में भी मौजूद हो सकता है क्योंकि यह किसी भी होने वाले संक्रमण से जन्मनाल की रक्षा करता है और उस स्थान पर स्वस्थ बैक्टीरिया को बनाए रखता हैं।
- यीस्ट( खमीर) संक्रमण: एक खमीर संक्रमण परेशान करने वाला हो सकता है, लेकिन इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। आमतौर पर योनी क्षेत्र में होने वाला यह कवक संक्रमण योनी में खमीर कोशिकाओं की वृद्धि को दर्शाता है जो पीएच संतुलन को बिगाड़ देता है और असुविधा का कारण बनता है।
- एलर्जी की प्रतिक्रिया: जितना आप सोचती है यह उससे कही अधिक आम है। यह किसी भी कपड़े या साबुन से हुई एलर्जी का कारण हो सकती है।
- यौन संचारित रोग: कई सारे यौन संचारित रोग होते है, और इनमे से कुछ में योनी स्राव की मात्रा बढ़ जाती है।
- दवा के दुष्प्रभाव: गर्भ निरोधक गोलियां जैसी बहुत सी दवाइयाँ योनी के संतुलन के साथ गड़बड़ कर सकती है। इसके अलावा, गर्भ निरोध के लिए उपयोग किए जाने वाले मलहम औऱ जेली के लगाए जाने से लेष्म की परत में जलन पैदा हो सकती है जिसके कारण स्राव हो सकता है।
- ट्रिकोमोनेसिस: यह ट्रिकोमोनेसिस वेजिनेलिस नामक एक परजीवी के कारण होता है और इस से एच.आई.वी./ एड्स होने का खतरा बढ़ सकता है
नीचे दिए गर्भावस्था चार्ट को पढ़िए ,जो आपको प्रेगनेंसी में हैल्थी बनाए रखने में मदद करेगा
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योनी से सफेद पानी आने के लक्षण-(Symptoms of White water from vagina in pregnancy in hindi)
- योनी में खुजली।
- योनी में सुजना।
- सफेद रंग का गाढ़ा डिस्चार्ज।
- योनी में जलन होना।
- बार बार पेशाब जाना।
- पेशाब करते समय दर्द होना।
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योनी से सफ़ेद पानी आने का इलाज -(Treatment of White water from vagina in pregnancy in hindi)
- तुलसी: तुलसी एक एंटी-ऑक्सिडेंट युक्त पौधा है,जिसके कई सारे फायदे हैं।इसका नियमित सेवन करने से योनी से आने वाले सफेद पानी से छुटकारा मिलता है।यौन समस्याओं में भी तुलसी बहुत कारगार है। आप तुलसी की पत्तियों को दूध के साथ ले सकती है।
- सेब का सिरका: सेब के सिरके में एसिडिक गुण होता है, जिसकी वजह से योनी के सफेद पानी के डिस्चार्ज को रोका जा सकता है, एक गिलास पानी मे एक कप सेब का सिरका मिला लें और इस से योनी को दिन में दो बार धोएं।
- आंवला: 2-3 चम्मच आंवले के चूर्ण को शहद के साथ मिलाके लेने से योनी के संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलती है। योनी से आने वाले सफेद पदार्थ को रोकने में यह अहम भूमिका निभाता हैं।
- आनर: अनार के जूस का नियमित सेवन करने से यौन समस्याओं से छुटकारा मिलता है,और गर्भवती महिला के लिए अनार फायदेमंद होता है
- केला: केले में कई तरह के विटामिन और मिनरल्स होते है,जो यौन ताकतों को बढ़ावा देते है। इसलिए रोजाना 2-3 केले पके हुए खाए।
- मेथी: यौन समस्याओं औऱ गर्भवती महिलाओं के लिए मेथी बहुत फायदेमंद होती है। यह योनी के PH स्तर को भी संतुलित करती है, इसके साथ ही यह महिलाएं के एस्ट्रोजन हॉर्मोन के लेवल को भी संतुलित करती है। जिस से योनी से सफेद पानी आना बंद हो जाता है। सुखी मेथी को रात भर भिगा दे, सुबह छान लें और आधा चम्मच शहद डाल दें अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसे खाली पेट खालें।
- फिटकरी: फिटकरी को पानी के साथ मिलाकर योनी पर लगाए जिस से योनी से सम्बंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सके।फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते है जिसकी वजह से आप नहाते समय इसे योनी पर रगड़ भी सकती हैं।
- चन्दन का तेल: 1 बड़ा चम्मच चन्दन का तेल गर्म कर लें और गुनगुना होने पर इसे अपनी योनि पर लगा दे, इस से बैक्टीरिया मर जाएंगे और दुबारा जन्म नहीं लेंगे जिस से योनी से सम्बंधित समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।
इन उपायों को भी जरूर अपनायें-(These measures must also be adopted)
- योग और वयायाम करें।
- संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग करें।
- योनी को ऊपर से निचे कि ओर साफ करें।
- कॉटन के अंडरगारमेंट पहने।
- ज्यादा टाइट जीन्स न पहनें।
- अधिक खुशबूदार साबुन कक प्रयोग योनी पर न करें।
- शुगर है तो उस पर कंट्रोल करें।
- डॉक्टर से सम्पर्क जरूर करें।
- किसी भी तरह की दवाई या घरेलू नुस्खा बिना डॉक्टर की सलाह के बिना इस्तेमाल न करें।
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