चन्दन का महत्व – Importance of sandalwood
चंदन (sandalwood) एक प्राकर्तिक वृक्ष हैं चन्दन दो प्रकार का होता है|
1। लाल चन्दन
2 ।सफ़ेद चन्दन
चन्दन(sandalwood) को एक फायदेमंद जड़ीबूटी की तरह भी उपयोग किया जाता है |चन्दन(Sandalwood) का उपयोग मानसिक शान्ति,चिकित्सा,एकाग्रता ,पूजा ,ग्रह सज्जा में भी किया जाता है चंदन का मनुष्य जीवन में बहुत महत्व हैं यह मनुष्य को कई रोगों से बचाता हैं साथ ही कई रोगों को ठीक करने में भी चंदन का उपयोग किया जाता हैं । यह अपनी सुगंध से वातावरण को शुद्ध कर देता हैं और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देता हैं । साथ ही यह त्वचा सम्बन्धी रोगों और शारीरिक दर्द और मानसिक तनाव को दूर करने में भी सहायक हैं । यह बालों और दांतो के रोगों को दूर करने में भी सहायक हैं । चंदन(Sandalwood ) का उपयोग शरीर के घावों को भरने और शरीर में हो रही खुजली ठीक करने में किया जाता हैं ।चन्दन का उपयोग घर को सजाने में भी किया जाता है
चन्दन से होने वाले 22 गुणकारी लाभ -22 multiplier benefits from sandalwood
1 . त्वचा की सुन्दरता – Sandalwood uses in skin beauty
चंदन (sandalwood) का उपयोग त्वचा की सुंदरता को बढ़ाने में किया जाता हैं चंदन को घिस कर उसका लेप बना ले तथा उसमे काले चने का पावडर मिला कर चेहरे पर लगा ले और इसे एक घंटे तक लगा कर रखे और फिर चेहरे को पानी से धो ले ऐसा करने से त्वचा का निखार और चमक बड़ेगी साथ ही यह त्वचा का काला पन दूर करे गा और त्वचा का ढीला पन हटाता हैं ।
आज के दौर में तनाव एक आम समस्या हो गई हैं इस से मुक्ति पाने के लिए चंदन एक महत्वपूर्ण औषधि हैं । चंदन (sandalwood) के तेल से सर में मसाज करने से मानसिक तनाव कम होगा साथ ही आप को शारीरिक थकान में भी राहत मिलेगी और आप को शरीर में ताज़गी का एहसास होगा और यह आप के दिमाग को भी ठंडा रखता हैं और बालों को झड़ने से भी रोकता हैं ।
3. रक्त चाप को नियंत्रित करना – Sandalwood uses in control blood pressure
रक्त चाप की समस्या को दूर करने के लिए चंदन (sandalwood) को घिस कर उसका लेप बना ले और उस लेप को पूरे शरीर पर लगा ले और उसे एक घंटे तक लगा रहने दे ऐसा एक हफ्ते तक करने से रक्त चाप नियंत्रित होगा और यह शरीर की ऐठन को भी कम करेगा और शरीर की सुंदरता को भी बढ़ाएगा|
4. शारीरिक दुर्गन्ध से मुक्ति – Sandalwood uses in freedom from physical deodorant
शरीर से आ रही दुर्गन्ध से मुक्ति पाने के लिए चंदन की लकड़ी को घिस कर उसका पॉवडर बना ले और उस को पानी में मिला कर शरीर पर उसकी मसाज करे इससे शरीर की दुर्गन्ध से मुक्ति मिलेगी और शरीर में ठंडक का एहसास होता है।
5 . घाव को ठीक करना – Wound healing
शरीर के घाव को ठीक करने के लिए चंदन की लकड़ी को घिस कर उसका लेप बना ले और उसमे हल्दी पॉवडर मिला कर उसका पेस्ट बना-ले और शरीर के घाव वाले स्थान पर लगाले ऐसा करने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है और यह घाव के संक्रमण को भी ठीक कर देता है ।
6. दांतो को मजबूत करना – Teeth strengthening
चंदन के तेल से मसाज करने से मसूड़े मजबूत होते है और दांतो में मज़बूती आती है । यह दांतो का पीला पन दूर कर मुँह की दुर्गन्ध को मिटाता है और यह दांतो को सड़ने से बचाता है यह मुँह के कीटाणुओं को मार कर दांतो की चमक को बढ़ाता है ।और यह दांतो के दर्द से राहत देता है ।
7 . शारीरिक दर्द से मुक्ति – Relieving physical pain
चंदन के तेल से शरीर पर मसाज करने से मासपेशियो के दर्द तथा शरीर की ऐठन और सूजन में राहत देता है । और यह अल्सर जैसी बीमारी को भी ठीक कर देता है यह शरीर की रोग प्रतिरोधक झमता को बड़ा देता है
8. खुजली मिटाने में – Itching
शरीर में हो रही खुजली को मिटाने के लिए चंदन पॉवडर और निम्बू रस तथा हल्दी पॉवडर को मिला कर खुजली वाली जगह पर लगाने से शरीर में हो रही खुजली से राहत मिलती है।और खुजली से हुए लाल निशान भी हट जाते है। कीड़े के काटने पर भी इसका इस्तेमाल किया जाता है ।
9. सिर दर्द को ठीक करने में – To cure a headache
आज के समय में सिर दर्द की समस्या बहुत बड़ गई है । इस से राहत पाने के लिए चंदन एक राम बाण उपाय है। चंदन के तेल की सिर पर मसाज करने से सिर दर्द से राहत मिलती है और सिर में ठंडक का अहसास होता है और यह आँखो में भी ठंडक प्रदान करता है तथा यह बालों को भी झड़ने से रोकता है । और मानसिक शांति प्रदान करता है ।
10. बुखार ठीक करने में – To cure fever
चंदन का उपयोग बुखार ठीक करने में किया जाता है। शरीर का ताप अधिक बड़ जाने पर चंदन के लेप का प्रयोग किय जाता है ।यह शरीर के ताप को कम कर के शरीर को ठंडा रखता है । और यह मानसिक और शारीरिक थकान को कम कर देता है । साथ ही यह शरीर के संक्रमण को भी दूर करता है ।
11. खांसी ठीक करने में – To cure cough
चंदन के तेल का उपयोग खांसी के उपचार में किया जात है । साथ ही यह स्वास संबंधित रोगों के संक्रमण को ठीक करने में भी काम आता है । चंदन में एंटीबायोटिक गुण होने के कारण इसका उपयोग सर्दी खांसी के उपचार में किया जाता है । साथ ही यह संक्रमण को भी दूर करता है
12. चर्म रोग ठीक करने में – To cure skin diseases
चंदन का उपयोग शरीर में हुए चर्म रोग को ठीक करने में भी किया जाता है । चंदन की लकड़ी को घिस कर उसका लेप बना कर शरीर पर लगाने से कील मुहासे और शरीर की खुजली त्वचा के काले धब्बे ठीक हो जाते है।पिम्पल्स रिंकल्स को हटा कर त्वचा में निखार लता है साथ ही यह त्वचा के संक्रमण को भी रोकता है ।
13. पाचन क्रिया ठीक करने में – In digestion
चंदन में कई प्रकार के गुण पाए जाते है उनमें से एक महत्व पूर्ण गुण है पाचन क्रिया को ठीक करना यह पाचन क्रिया को मजबूत करता है और पाचन संबंधित रोगों को दूर करता है ।इस कारण शरीर की दुर्बलता दूर होती है और शरीर में ताज़गी का अहसास होता है
14. योन संबंधित रोगों में – In vaginal diseases
चंदन का उपयोग योन संबंधित रोगों को दूर करने में भी किया जाता है ।मूत्र रोग से संबंधित रोगों को दूर करने में भी चंदन का उपयोग किया जाता है।जैसे मूत्र में जलन होना या रुक रुक कर आना आदि रोगों के इलाज में चंदन का उपयोग किया जाता है
15. छींक को ठीक करने में – To cure sneeze
बहुत से लोगो में बार बार छींक आने की समस्या होती है ।इस समस्या को दूर करने के लिए चंदन को घिस कर उसके पेस्ट में धनिये की पत्तियों को मिला कर सूंघने से छींक संबंधित रोगों से निजात मिलती है ।
16. हिचकी को ठीक करने में – To fix hiccups
बार बार हिचकी आना भी एक गंभीर समस्या है इस से छुटकारा पाने में भी चंदन एक महत्वपूर्ण औषधि है । चंदन की लकड़ी को गाय के दूध के साथ घिस कर उसके रस की एक दो बून्द नाक में डालने से हिचकी आने की समस्या दूर हो जाती है और छींक संबंधित संक्रमण भी दूर हो जाते है ।
17. आँखो के इलाज में – In the treatment of eyes
चंदन का उपयोग आँखो के इलाज में भी किया जाता है जैसे आँखो में जलन होना आँखो का लाल होना आँखो के आस पास काले घेरे होना आदि समस्या को दूर करने के लिए चंदन को घिस कर उसका लेप बना ले और आँखो को बंद कर पलकों पर चंदन का लेप लगा कर उसे आधे घंटे के बाद पानी से धोले ऐसा करने से आप की आँखो की समस्या दूर हो जाये गी और आँखो में ठंडक का अहसास होता है ।
18. एसिडिटी के इलाज में – In the treatment of acidity
आज के समय में एसिडिटी की समस्या बहुत बड़ गई है एसिडिटी के कारण सिर दर्द आँखो में जलन आदि समस्या बड़ रही है । इस से छुटकारा पाने के लिए चंदन को घिस कर उसका लेप बना कर उसमे हल्दी का पॉवडर मिला कर हृदय पर लगाने से एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है ।
19. उल्टी रोकने में – To stop vomiting
उल्टी को रोकने के लिए सफेद चंदन का उपयोग किया जाता है । सफेद चंदन को घिस कर इसमें आंवले का रस और सहद मिला कर एक दो बून्द पिने से उल्टी में राहत मिलती है और जी घबरा ने जैसी समस्या से राहत मिलती है|
20. प्यास बुझाने में – To quench thirst
बार बार प्यास लगना भी एक समस्या है इसको दूर करने के लिए एक से दो मिली ग्राम चंदन पॉवडर को नारियल पानी में मिला कर पिने से बार बार प्यास लगने की समस्या दूर होती है ।
21. बालों के इलाज में – Hair treatment
चंदन बालों के लिए भी एक महत्वपूर्ण औषधि है । चंदन को घिस कर उसका लेप बालों में लगाने से बालों की चमक बढ़ती है और चंदन के तेल की सिर में मसाज करने से बालों का रुखा पन दूर होता है और बालों के झड़ने की समस्या भी दूर होती है । तथा यह बालों को मजबूत और घने बनता है।
22. त्वचा को जवां रखने में – To keep the skin young
आज के समय में इस बढ़ते हुए प्रदूषण धुप और धूल से त्वचा पर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में त्वचा की रक्षा के लिए चंदन को घिस कर उसका लेप बना ले और उसमे एक चमच्च शहद को मिला कर चेहरे पर लगा ले और एक घंटे के बाद चेहरे को धो ले इससे त्वचा की चमक बानी रहती है ।
चंदन से होने वाले नुकसान – Sandalwood losses
1. चंदन का उपयोग यदि खाने में रोज करते हो तो यह गुर्दे की समस्या कर सकता है।
2. सफ़ेद चंदन के उपयोग से एलर्जी की समस्या हो सकती है ।
3. चंदन को यदि सही मात्रा नहीं लिया जाये तो यह पैट संबंधित बीमारी पैदा कर सकता है ।
4. गर्भवती महिला इसका उपयोग ना करे इससे गर्भ संबंधित समस्या हो सकती है ।
5. त्वचा पर चंदन लगाने से पहले इसे पतला कर ले नहीं तो यह आप की त्वचा को ख़राब कर सकता है
यहां हमने आपको चन्दन(sandalwood) के गुणकारी लाभ बताए कुछ और जानकारिया आपकी दैनिक दिनचर्या के लिए
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