क्या होता है रूप मंत्रा कप्सूल?:What is Roop Mantra Capsule?
रूप मंत्रा आयुर्वेदिक कैप्सूल (Roop Mantra Ayurvedic Capsule in Hindi)एक ऐसे दवाई होती है, जो त्वचा से सम्बंधी हर विकारों में आपको राहत दिलाती है|समस्याएँ जैसे- काले धब्बे, मुँहासे, झुर्रिया, काले घेरे इन सब दिक्कतों को दूर करने में यह बहुत अच्छे से दूर करते हैं। यफ रक्त परिसंचरण या ब्लड सर्क्यलेशन में सहायता करता हैऔर त्वचा को दीर्घायु बनता है।
यह आयुर्वेदिक कैप्सूल हमें सूजन से बचाती है, और हमारी स्किन को भी चमकदार बना देती
है। इस कैप्सूल के भीतर किसी प्रकार का केमिकल नहीं मिला होता है और यह पूरी तरह आयुर्वेदिक और प्राकृतिक होती है। इसी कारण इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
रूप मंत्र के अंदर की सामग्री /रूप मंत्र में उपस्थित सामग्री: Ingredients of Roop Mantra Ayurvedic Capsule in Hindi
- हल्दी (कन्द)
- पिप्पली (फल)
- ब्राह्मी (पंचांग)
- मुलेठी (मूल)
- चाय (पत्र)
- द्राक्षा(फल)
- पुष्कर्मूल (मूल)
- नारंगी (फल रस)और अन्य सहायक जड़ी-बूटियों से मिलकर बनाया जाता है।
हल्दी उन चुनिंदा आयुर्वेदिक सामग्रियों में से हैं जिनका ज़िक्र त्वचा को गोरा करने के लिए होता है।पिप्पली एक औषधीय पौधा है, जो शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जब शरीर अंदर से स्वस्थ होगा, तो ज़ाहिर सी बात है, वो ऊपर से भी सुंदर लगेगा ही।ब्राह्मी एक ऐंटाई-ऑक्सिडंट है, जो शरीर से विशैले पदार्थ बाहर निकालती है और नए कोशिकाएँ बनने में मदद करती है। मुलेठी में ऐंटाई-बैक्टीरीयल गुण होते हैं, जो सूर्य के हानिकारक किरणों से त्वचा को बचाता है। चाय यानी की ‘ग्रीन टी’ में मौजूद ऐंटाई- ऑक्सिडंट और ऐंटाई-एजिंग गुणों के कारण, इसका इस्तेमाल त्वचा को निखारने में किया जाता है। त्वचा इससे निखर आती है। द्राक्षा का इस्तेमाल से त्वचा की रंगत वापस आजाती है और उस पर आती झुर्रियों ग़ायब होने लगती हैं। फोड़े और फुंसियों से लड़ने के लिए पुष्कर्मूल के चूर्ण को पानी में मिलाकर लगाना चाहिए, जो कि त्वचा के लिए लाभदायक होता है। नारंगी के छिलके में विटामिन-C और ऐंटाई-ऑक्सिडंट होते हैं, जो कि त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं।
रूप मंत्रा की संरचना और सक्रिय सामग्री: Composition and active ingredients of Roop Mantra
रूप मंत्रा कप्सूल को निम्नलिखित सक्रिय सामग्रियों (औषधीय नमक) से निर्मित किया गया है। ये उन सब सामग्रियों के वैज्ञानिक नाम हैं:
- करकुमा लोंगा (Curcuma Longa )
- पाइपर लोंगम (Piper Longum)
- बकोपा मोन्नीरि (Bacopa Monnieri)
- ग्ल्य्क्र्ढ़िज़ा गलबरा (Glycrrhiza Glabra)
- कमील्या सिनेंसिस Camellia Sinensis)
- सिट्रस रेटिकूलाता (Citrus Reticulata)
- विटिस विनिफेरा का सर (Extract of Vitis Vinifera)
- आइरिस गेरमानिका (Iris Germanica)
इस बात पर ज़रूर ध्यान दें, कि दी गयी सूचीबद्ध प्रत्येक सक्रिय सामग्री,के लिए यह दवा अलग-अलग क्षमताओं में मौजूद हो सकती है।
पैकेज और क्षमताएं:
रूप मंत्रा कैप्सूल / Roop Mantra Capsule निम्नलिखित पैकेज और क्षमताओं में उपलब्ध है
रूप मंत्रा कैप्सूल / Roop Mantra Capsule पैकेज: 30 Capsule
रूप मंत्रा कप्सूल को कैसे इस्तेमाल करें: How to Use Roop Mantra Ayurvedic Capsule in Hindi
इसको इस्तेमाल करने की विधि बहुत ही आसान है। आप रूप मंत्र कप्सूल को दिन में दो बार, खाना खाने के बाद, हल्के गुनगुने पानी में घोलें और पी लें। आप एक बार अपने नज़दीकी चिकित्सक से परामर्श भी लें।
रूप मंत्रा कप्सूल के लाभ: Roop Mantra Ayurvedic Capsule Benefits and Uses in Hindi
- जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि यह गोलियाँ त्वचा के पिंपलेस, झुर्रियाँ, लाल
धबबों इत्यादि से बचाता है। - यह त्वचा को बनाता है चमकदार, कोमल, चिकनी और बेदाग़।
- साथ ही, आयुर्वेदिक होने के कारण इसका त्वचा या शरीर पर कोई साइड-इफ़ेक्ट नहीं
होता है।एक और अच्छी बात यह है की आप को यह प्रोडक्ट आपके आस-पास के किसी भी जेनरल स्टोर या किसी भी मेडिकल स्टोर पर तो मिलते हैं ही पर अब, यह ऑनलाइन भी उपलब्ध होते हैं। इनके अलावा, रूप मंत्रा आयुर्वेदिक कैप्सूल का इस्तेमाल निम्नलिखित बीमारियों, स्थितियों और लक्षणों के इलाज, रोकथाम और सुधार के लिए किया जाता है:
- चिंता
- खुजली
- अपच
- वजन घटने को बढ़ावा देना|
- उच्च रक्तचाप
- त्वचाशोथ
- त्वचा के घाव
- मधुमेह या डाइअबीटीज़
- घटिया
- कैन्सर
- भूलने की बीमारी
- क़ब्ज़
- दमा
- सुजाक
- जीभ का लकवा
- दस्त
- सरदर्द
- छालरोग
- दिल के रोग
- कोलेस्ट्रोल कम करना
- एक्ज़ेमा या त्वचाशो
- ऐलर्जी रिनीतिस
- खाना ना पचना
- वजन घटाने को बढ़ावा देना
- गुलाबी आँखें
- गुर्दे के रोग कम होना
- वैस्क्युलर रोग में कमी
- गठिया की कमी
- बाउल की बीमारी या आंत्र रोग की कमी
- क्रोनिक ब्रॉंकायटिस में सुधार
- हैज़ा में सुधार
- मलेरिया से बचाव
- हेपटाइटिस से बचाव
- साँस लेने में दिक्कत से बचाव
- डिप्रेशन दूर करना
- तनाव ना होना
- पेट में अम्ल की कमी
- एक और त्वचा रोग जिसे छल रोग कहते हैं। उससे बचाव।
- मानसिक सतर्कता में सुधार करना
- पाचन संबंधी लक्षणों से राहत
- रसायन चिकित्सा के दुशप्रभाव से राहत
- जिगर की बीमारी
- सूक्ष्म जीवों के संक्रमण से बचाव
- जीवाणु के संक्रमण से बचाव
- पर जीवी रोगों से बचाव
- कोलेस्ट्रोल कम करना
- रसायन कम करना
रूप मंत्रा कैप्सूल के साथ इंटरैक्शन या पारस्परिक क्रिया :Interactions with Roop Mantra Capsule
अगर आप इस दवा को लेते समय किसी और अनिर्देशित दवाई को लेते हैं, तो आप पर इस दवा, यानी की रूप मंत्रा का ग़लत असर पढ़ेगा।यह साइड-इफ़ेक्ट्स के साथ आपके रिस्क्स को भी बढ़ा सकता है। या इसके कारण शायद कोई आपकी दवा अच्छी प्रकार से काम ना कर पाए। उन सभी दवाओं, विटामिनों और हर्बल सप्लीमेंट के बारे में आप अपने डॉक्टर को ज़रूर सूचित करें,
जिनका आप प्रयोग कर रहे हैं, जिससे कि आपके डॉक्टर दवा के परस्पर प्रभावों यानी ‘इंटरैक्शन’ से बचने में आपकी मदद कर सकें।रूप मंत्रा कप्सूले निम्नलिखित दवाओं और उत्पादों के साथ इंटरैक्शन की क्रिया कर सकता है:
- थक्का रोगी (Anticoagulants)
- ऐस्प्रिन (Aspirin)
- सेलेकोक्षिब (Celecoxib)
- क्लोरोथीयजैड (Chlorothiazide)
- सैटोकरोम P 450 एंज़ायम (Cytochrome P450 enzymes)
- डेक्षामेथासोन (Dexamethasone)
- मधुमेह की दवा (Diabetes medications)
- डैकलोफ़ेनक (Diclofenac)
- डिगोक्षिण (Digoxin)
- एथाकरीनिक ऐसिड (Ethacrynic acid)
रूप मंत्रा कप्सूल की सावधानियाँ:(Roop Mantra Ayurvedic Capsule Precaution in Hindi)
आप जब कभी भी इस दवा के इस्तेमाल की तैय्यारी करें, तो सबसे पहले अपने चिकित्सक को अपनी पुरानी दवाइयाँ, ऐलर्जी और अपनी पुरानी बीमारियों के बारे में ज़रूर बताएँ। सदा, अपने चिकित्सक के दिए गए नियमित दवाइयों का पालन करें। उसके अलावा अपने दवाई के पैकेट पर परिंटेड जानकारी भी ज़रूर पढ़ें और उसका भी सही तरीक़े से पालन करें।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ इसका उपयोग करने से पहले चिकित्सककी सलाह अवश्य लें।
- इससे ख़ून बह सकता है, तो ध्यान दें।
- मांसपेशियों के साइज़ में बढ़ोतरी होकर, दर्द बढ़ सकते हैं।
रूप मंत्रा आयुर्वेदिक कैप्सूल के दुष्प्रभाव:(Roop Mantra Ayurvedic Capsule Side Effects in Hindi)
वैसे अगर देखा जाए तो यह एक आयुर्वेदिक दवाई है, और इससे आमतौर पर इसके शरीर पर कोई साइड-इफ़ेक्ट या दुशप्रभाव नहीं पड़ते हैं। मगर हम सब यह जानते हाई हैं की किसी भी टैब्लेट की ‘अति’, वो भी बिना चिकित्सक के दिशा-निर्देशों के बहुत अच्छी बात नहीं होती है। अगर आप वैसा कुछ करें, तो उसके दुष्प्रभाव होते हैं। और ये दुष्प्रभाव काफ़ी सीरीयस और दुर्लभ होते हैं। अगर आपको नीचे दिए गए किसी भी समस्या के लक्षण भी दिखे, तो झट से अपने नज़दीकी चिकित्सक से सम्पर्क करें और उनसे परामर्श लें:
- पेट ख़राब
- प्यास
- थकान
- सिर दर्द
- मतली
- जठर-संबंधी जलन
- सिर की त्वचा में खुजली होना
- मांसपेशियों में थकान
- पानी और सोडियम प्रतिधारण
यदि आपको किसी ऐसे साइड-इफ़ेक्ट या दुष्प्रभाव का पता चलता है, जिसके बारे में ऊपर दी गयी सूचि में नहीं बताया गया है, तो तुरंत अपने चिकित्सक या आओने नज़दीकी मेडिकल स्टोर पर संपर्क करें और अपने साइड-इफ़ेक्ट की सुचना दें।
रूप मंत्रा आयुर्वेदिक कैप्सूल का इस्तेमाल कब नहीं करें:
When not to use
यदि आपको नीचे दिए गयी सूची में से कोई भी दिक्कत होती है, तो आप रूप मंत्रा आयुर्वेदिक कैप्सूल दवाई का सेवन बिलकुल न करें।
- गुर्दे की बीमारी
- हृदय की समस्या
- अत्यधिक डोस की समस्या
- उच्च रक्त चाप (हाई BP)
- पित्त वाहिनी यानी की बाइल डक्ट में बाधा
- गैस्ट्रिक अल्सर
- शल्यचिकित्सा के पहले और बाद कोई परेशानी