गंधक रसायन क्या है ? : What is gandhak rasayan in hindi
गंधक रसायन जो होता है वह एक उत्कर्ष्ट रक्त शोधक की तरह काम करता है। गंधक रसायन मे से सड़े हुए अंडे की तरह बदबू आती है, इसलिए इसको हम गंधक कहते है| गंधक (सल्फर )चार रंग में पाया जाता है पीला, काला, सफ़ेद और लाल। इसमें से पिले रंग का उपयोग आंतरिक उपयोग के लिए करते है, और सफ़ेद रंग के गंधक का उपयोग बाहरी के लिए किया जाता है। आयुर्वेद मे सल्फर का इस्तेमाल बहुत से रोगो को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह पित्त दोष रोगों से जुड़ी जलन में विशेष रूप से उपयोगी है।यह कई संक्रमित त्वचा संबंधी स्थितियों जैसे विस्फोट, फोड़े, एक्जिमा, खुजली, चकत्ते, फुंसी, रूसी आदि में उपयोगी है।यह त्वचा के रोग, गठिया में , बूढ़े हुए प्लीहा, मूत्रवर्धक है आदि मे उपयोगी होता है। -Gandhak Rasayan in Hindi
गंधक रसायन जो होता है वह त्वचा के रोगियों के लिए एक बहुत ही अच्छी दवा होता है। गंधक रसायन(gandhak rasayan in hindi) दाद, खुजली और अन्य फंगल संक्रमण जैसे त्वचा रोगों के इलाज में मदद करता है। यह एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं।
गंधक रसायन की सामग्री- Ingredients of Gandhak Rasayan in hindi
- इलायची
- गाय का दूध
- आंवला
- अदरक
- भृंगराज
- अलसी
- दालचीनी
- पत्रा
- गिलोय
- हरतकी
- नागकेसर
गंधक रसायन के लाभ या फायदे – Benefits of Gandhak Rasayan in Hindi
गंधक रसायन जो होता है वह इन बीमारियों के इलाज मे उपयोग आता है –
- यह हमारे शरीर के पाचन को ठीक करने में सहायता करता है, और शरीर को शक्ति और पोषण प्रदान करता है। – अपच के घरेलू उपचार पेट दर्द का घरेलू उपचार
- गंधक रसायन के अंदर त्वचा की सूजन को भी दूर करने के गुण पाए जाते है।
- यह घावों को जल्दी भरने मे हमारी सहयता करता है और इससे हमे दर्द में भी राहत मिलती है।
- यह शुक्राणु की कमी को भी ठीक करने मे सहायता प्रदान करता है।
- गंधक रसायन का उपयोग पेट के दर्द, भूख में , मधुमेह में , खुजली में , बवासीर में , गठिया में और गाउट आदि के उपचार मे किया जाता है।
- गंधक रसायन एक उम्र बढ़ने के विरोधी दवा होती है।
- गंधक रसायन का उपयोग प्रतिरक्षा मे सुधार के लिए भी किया जाता है।
- गंधक रसायन रंग को भी निखारता है।
गंधक रसायन के चिकत्सीय उपयोग- Uses of Gandhak Rasayan in Hindi
- गठिया में
- पुराने बुखार में
- गैस विकार में
- यौन रोग में
- रूसी, फोड़े, फुंसी, मुँहासे, दाद-खाज खुजली में
- खून साफ़ करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है
- यह एक रसायन होता है, जो की जीवन शक्ति को भी बढ़ता है, अगर हम इसका सेवन करते है तो उससे स्मृति भी बढ़ती है।
गंधक रसायन को खाने का क्या तरीका है
- १-३ गोली गंधक रसायन की आप रोज पानी के साथ खा सकते है
- इसका सेवन आप दिन में दो बार कर सकते है।
- 250 ग्राम की मात्रा मे इसे आप पांच से बारह साल के बच्चे को दे सकते है
- इसका सेवन आपको खाना खाने के बाद ही करना चाहिए।
- अगर आप बहुत दिनों से इसका सेवन कर रहे है तो आप ऐसे थोड़े दिन के लिए खाना छोड़ दे फिर दोबारा इसका सेवन कर सकते है।
- इस दवा का कोई बहुत बुरा नुकसान नहीं है पर किसी भी दवा का सेवन करने से पहले हमेशा डॉक्टर का परामर्श लेना चहिये
गंधक रसायन के साइड इफ़ेक्ट इन हिंदी – Gandhak Rasayan Side Effects in Hindi
गंधक रसायन के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते है :
- इसका सेवन करने से आपका पेट ख़राब हो सकता है
- आपको पेट की ऐंठन के साथ ही ढीले मल की समस्या हो सकती है
- शरीर मे सूजन आ सकती है
अगर आपको ऐसी समस्या होती है तो आप दवा का डोज़ काम कर दे
गंधक रसायन का सेवन करते समय क्या सावधानी रखना चाहिए :
जब आप गंधक रसायन को कहते है तो उस समय आपको खट्टा और पितृ बढ़ाने वाला भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए । और बहुत अधिक साग भी नहीं खाना चाहिए।
गंधक रसायन का सेवन कब नहीं करना चाहिए –
- जब आप प्रग्नेंट है तो इसका कभी भी सेवन न करे।
- अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित है तो बगैर डॉक्टर की सलाह लिए इसका सेवन नहीं करे।
सुरक्षा संबंधी जानकारी:
- दवा का इस्तेमाल करने से पहले आपको लेबल को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए।
- इसको आपको सीधे धूप से दूर ठंडी सूखी जगह पर रखना चाहिए।
- गंधक रसायन को बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
- अनुशंसित खुराक से अधिक का सेवन न करे।
गंधक रसायन का मूल्य : Gandhak Rasayan price
गंधक रसायन को बहुत सी कंपनियों द्वारा बनाया जाता है जैसे की बैधनाथ गंधक रसायन, धूपेश्वर गंधक रसायन, डाबर गंधक रसायन, पतंजलि गंधक रसायन वती और भी बहुत साडी कम्पनिया हे जो इसका निर्माण करती है । वैसे गंधक रसायन का जो मुलाय है वह अलग अलग हो सकता है।
कुछ गंधक रसायन का मुलाय निम्न है :
- डाबर गंधक रसायन – १७८
- दिव्य गंधक रसायन 50 ग्राम -Rs 14