दालचीनी क्या है
दालचीनी जिसे की इंग्लिश में (सिनेमन – cinnamon ) कहा जाता है यह हमारी रसोई में पाए जाने वाले सर्वश्रेष्ठ मसाले में से एक मसाला होता है। जिसका इस्तेमाल हम खाने में स्वाद , टेस्ट और सुगंध को बढ़ाने के लिए करते है। इसलिए इसका इस्तेमाल जो है वह गरम मसाले के रूप में भी करते है। यह बात भी सच है की दालचीनी का इस्तेमाल सिर्फ रसोई तक ही सिमित नहीं होता है। दालचीनी का इस्तेमाल बहुत सी बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। उनमे से कुछ बीमारिया है : कमर में दर्द होना , पेट में दर्द होना , मानसिक क्षमता को बढ़ाना, पाचन तंत्र से सबंधित समस्या , वजन का बढ़ना, और मधुमेह से सबंधित बीमारियों को भी ठीक करने में भी सहायक होती है। मध्यकाल में, डॉक्टर इसका इस्तेमाल खांसी, गठिया और गले में खराश जैसी स्थितियों के इलाज के लिए करते थे। दालचीनी सबसे अधिक मात्रा में भारत और श्रीलंका में पाई जाती है। यह एक तरह की cinnamon स्टिक होती है। इसका इस्तेमाल चाय या कॉफी के साथ भी किया जाता है। दालचीनी का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी कर सकते है। दालचीनी पहले के समय बहुत महँगी हुआ करती थी, और इसे आसानी से प्राप्त नहीं कर सकते। परन्तु आज कल के समय में यह बाजार में आसानी से मिल जाती है, और यह सस्ती भी होती है। दालचीनी में शक्तिशाली एंटी – इंफ्लेमेंटरी, और संक्रामक विरोधी गुण पाए जाते है। दालचीनी एंटी-ऑक्सीडेंट,पॉलीफिनॉल, आयरन और फाइबर जैसे खनिज पदार्थो का बहुत ही अच्छा स्त्रोत होता है। यह शरीर को स्वस्थ रखने का काम भी करती है।दालचीनी के दो मुख्य प्रकार हैं: कैसिया और सीलोन। दोनों के अलग-अलग पोषण संबंधी गुण होते हैं। -Cinnamon in hindi
दालचीनी के लाभ : Uses of Cinnamon in hindi
दालचीनी का उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा में, कैसिया दालचीनी का उपयोग सर्दी, पेट फूलना, मतली, दस्त और दर्दनाक मासिक धर्म के लिए किया जाता है। यह भी माना जाता है कि यह ऊर्जा, जीवन शक्ति और परिसंचरण में सुधार करता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में, दालचीनी का उपयोग मधुमेह, अपच और सर्दी के लिए एक उपचार के रूप में किया जाता है, और यह व्यक्ति के कफ (शारीरिक और भावनात्मक ऊर्जा) को संतुलित करने में सहायता कर सकता है। दालचीनी – चाय में भी एक सामान्य घटक है, माना जाता है कि यह पाचन में सुधार करते हैं।
वैकल्पिक चिकित्सक दालचीनी के लिए कई चिकित्सीय गुणों का श्रेय देते हैं, विशेष रूप से सीलोन दालचीनी। माना जाता है कि दालचीनी जिन स्थितियों का इलाज करती है उनमें शामिल हैं::
- मधुमेह
- उच्च रक्तचाप (उच्च रक्तचाप)
- मेटाबोलिक लक्षण
- इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम (आईबीएस)
- यीस्ट संक्रमण (कैंडिडिआसिस)
- मुंह में संक्रमण
- सामान्य जुकाम
- हे फीवर (एलर्जिक राइनाइटिस)
दालचीनी का विशिष्ट स्वाद और सुगंध सिनामाल्डिहाइड नामक आवश्यक तेल में एक यौगिक से आता है। Cinnamaldehyde रोगाणुरोधी और सूजनरोधी गुणों को बढ़ाने के लिए जाना जाता है जो कुछ चयापचय, संक्रामक, पाचन, या श्वसन विकारों के इलाज में मदद कर सकते हैं। – Cinnamon in hindi
दालचीनी के फायदे : Benefits of Cinnamon in Hindi / Dalchini ke Fayde
जैसा की आप जानते है दालचीनी का इस्तेमाल मसाले के रूप में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता। इसके अलावा दालचीनी का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है । इसके आलावा दालचीनी के और कई उपयोग हे जो निम्नलिखित है। -Cinnamon in hindi
त्वचा को सुन्दर बनाने के लिए दालचीनी का उपयोग : Tvacha ke liye dalchini ka upyog in Hindi
- अगर आपके चेहरे पर खुजली हो रही है तो आप दालचीनी के पावडर को शहद में मिलाकर उसका पेस्ट बनाकर लगा सकते है इससे आपकी खुजली कम हो जाती है।
- अगर आपके चेहरे पर मुहासे और काले धब्बे हो रहे हे तो आप दालचीनी में निम्बू और शहद मिलाकर उसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगा सकते है।
- जैसे -जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है। वैसे -वैसे हमारे चेहरे पर झुर्रिया और बुढ़ापा दिखने लग जाता है। यदि आप दालचीनी का इस्तेमाल लौंग के साथ करते है तो यह त्वचा से सबंधित रोगो को दूर करती देती है। और त्वचा को सुन्दर और नौजवान बनाए रखती है। इसी कारण से दालचीनी हमारी त्वचा के लिए बहुत ही उपयोगी होती है।
यदि कोई भी व्यक्ति दालचीनी का नियमित रूप से सेवन करता है, तो उसको मानसिक तनाव होने की समस्या बहुत कम हो जाती है। क्योकि दालचीनी के अंदर भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। जो हमारे मस्तिष्क के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। अगर आप दालचीनी को सूंघते हे तो उससे भी हमारी स्मरण शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। एक परीक्षण के द्वारा यह भी पता चला है की जिस व्यक्ति को अल्जामर की समस्या हो जाती है | यदि वह दालचीनी के ज्यूस का निरंतर सेवन करता है, तो उसकी इस समस्या का भी उपचार किया जा सकता है। दालचीनी का सेवन करने से मस्तिष्क तक सन्देश पहुंचाने वाले सिस्टम भी सही तरीके से काम करते है। यह बच्चो के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होती है। यदि कोई बच्चा इसका सेवन करता है तो यह उसकी याद्दाश शक्ति को बढ़ाने में भी सहायता करता है।
मधुमेह के इलाज में दालचीनी का उपयोग : Madhumeh ke ilaj me dalchini ka upyog in Hindi
दालचीनी का इस्तेमाल मधुमेह बीमारी को नियंत्रित करने के लिए भी किया जाता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल दो प्रकार के मधुमेह को ठीक करने के लिए किया जाता है। एक शोध से यह भी पता चलता है की दालचीनी का इस्तेमाल करने से रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकती है इसलिए हम इसका इस्तेमाल खाने के साथ ही करते है ताकि इससे मधुमेह के मरीजों को आराम मिल सके| यह पाचन क्रिया को भी सही करने में सहायता करती है। जिसके कारण हाइपोथैलमस हार्मोन को भी ठीक किया जा सकता है।
रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में दालचीनी के फायदे : Rog Pratirodhak Kshamta Badhane Mein Dalchini ke fayde in Hindi
अगर आप दालचीनी का सेवन करते हे तो उससे रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। जिससे की आपको किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है। जिससे की हमारा शरीर हमेशा चुस्त तंदुरस्त बना रहता है। क्योकि आज कल अगर हम देखे तो खान पान इतना ज्यादा बदल गया है की उसको खाने से आपको थकान और सुस्ती आ जाती है। यदि आप रोज दालचीनी के पावडर का सेवन शहद के साथ मिलाकर करते है तो यह आपके शरीर में शक्ति प्रदान करता है, और ऊर्जा का संचार भी करता है। जिससे शारीरिक काम करने की जो क्षमता है वह बढ़ जाती है।
वजन को कम करने में दालचीनी के फायदे : Vajan kam karne Me Dalchini ke Fayde
यदि आप अपने बढ़ते हुए वजन के कारण बहुत परेशान है, तो आज हम आपको बताएगे दालचीनी का उपयोग करके कैसे आप वजन कम कर सकते है ,दालचीनी के पावडर या उसके स्टिक को आप गरम पानी में उबालकर उसमे शहद और निम्बू मिलाकर उसका सेवन करे । अगर आप इसका सेवन करते है तो इससे आपके वजन को कम किया जा सकता है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है की इसके साथ आप को नियमित रूप से व्यायाम भी करना पड़ेगा और इसका मिश्रण का सेवन नियमित रूप से करना पड़ेगा।
कैंसर के उपचार में दालचीनी के फायदे : Cancer me Dalchini ke Fayde in Hindi
ऑस्ट्रेलिया और जापान के विशेषज्ञों द्वारा एक शोध किया गया था जिसमे की यह सामने आया है की अगर आप दालचीनी का सेवन शहद के साथ करते है तो उससे बोन कैंसर जैसी बीमारियों को भी ठीक करने में भी किया जाता है। अगर आप दालचीनी का रोज सेवन करते है तो कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। दालचीनी लयकेमिया और लिफॉम्पा कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि दर को भी कम करने का काम करती है।
मासिक धर्म के नहीं आने पर दालचीनी के फायदे : Masik Dharm me Dalchini ke fayde in Hindi
अगर आप दालचीनी का सेवन करते है तो मासिक धर्म को ठीक से आने में भी सहायता मिलती है। अगर आप पीसे हुए दालचीनी के पावडर का रोज एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करते है तो मासिक धर्म को आने में भी फायदा मिलता है। अगर आप इसका बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करते है तो उससे पेट में दर्द होने की समस्या होती है| अगर आपको ऐसा होता है तो आप मुंग की दाल के बराबर के दाने का हींग का टुकड़ा खा ले इससे पेट के दर्द को कम किया जा सकता है। इस बात का ध्यान रहे की गर्भवती महिलाए इसका सेवन करने से बचे।
गठिया में दर्द होने में दालचीनी के फायदे : gathiya ke ilaj me Dalchini ke Fayde in Hindi
यदि आपको गठिया से सबंधित कोई भी बीमारी है तो आप उसमे दालचीनी का सेवन करे यह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। आधा चम्मच दालचीनी के पावडर में एक चम्मच शहद मिलाकर उसका प्रतिदिन सेवन करने से आठ दिन के अंदर ही आपके गठिया का जो दर्द है वह कम हो जाता है । क्योकि दालचीनी में पाए जाने वाले गुण गठिया दर्द से जुड़े साइटोकिन्स को कम करने का कार्य करते है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से आप एक महीने में चलने लगोगे।
पाचन की क्रिया को ठीक करने में दालचीनी के उपयोग : Pachan kriya ko thik karne me Dalchini ke Fayde
दालचीनी के अंदर एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते है जोकि पाचन की क्रिया को ठीक करने का काम करते है। दालचीनी के अंदर भरपूर मात्रा में कैल्शियम,फाइबर,और मेग्नेशियम पाए जाते है। दालचीनी को बाइल सॉल्ट एवं गैस्टिक ज्यूस के साथ मिलाकर पिने से यह पाचन क्रिया को मजबूत करने में सहायता करती है। यदि आप दालचीनी का सेवन पुदीने के पत्ते के साथ करते है, तो यह आप के पाचन क्रिया को ठीक करने का काम करती है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में दालचीनी के फायदे : Cholesterol kam karne Me Dalchini ke Fayde in Hindi
दालचीनी के इस्तेमाल से आपके कोलेस्ट्रॉल को भी कम किया जा सकता है। यह आपके ब्लड से ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करने का कार्य करता है। इसमें मौजूत सक्रीय घटक कोशिकाओं की चीनी चयपाचय क्रिया को भी कम करते है।
दालचीनी के प्रकार : Types of Cinnamon in hindi /Types Of Dalchini in Hindi
दालचीनी एक पेड़ की छाल होती है। जिसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता हैं। – Cinnamon in hindi
दालचीनी के दो मुख्य प्रकार हैं: सीलोन दालचीनी और केसिया दालचीनी
- सिलोन दालचीनी:– सिलोन दालचीनी का एक नाम शुद्ध दालचीनी भी है।
- केसिया दालचीनी :– केसिया दालचीनी ज्यादातर उपयोग में आती है और यह आसानी से आपको कही भी मिल जाती है।
दालचीनी के साइड इफ़ेक्ट/ नुकसान : Cinnamon Side Effect in Hindi / Dalchini Side Effect in Hindi
यदि आप दालचीनी का सेवन अधिक मात्रा में कर रहे है तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसका अधिक मात्रा में उपयोग करने से पहले किसी भी जानकर व्यक्ति से सलाह अवश्य लेना चाहिए। यदि कोई महिला गर्भवती है या स्तनपान करवा रही है तो उन महिलाओं को दालचीनी का सेवन करने से बचाना चाहिए। अगर गर्भवती महिलाए प्रेगनेंसी के दौरान दालचीनी का बहुत अधिक मात्रा में सेवन कर लेती है, तो उनका पेट टाइम से पहले ही दर्द होने लग जाता है, या वह गर्भ को छोटा कर देता है। यदि आप बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करते है तो यह जहर में चेंज हो जाता है। इसलिए इसका सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह अवश्य लेना चाहिए । -Cinnamon in hindi
दालचीनी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर : Frequently Asked Questions
प्रश्न: क्या दालचीनी के कोई स्वास्थ्य लाभ हैं?
उत्तर : दालचीनी को जीवाणुरोधी, रोगाणुरोधी, एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुणों का श्रेय दिया गया है। अध्ययनों ने इस संभावना का पता लगाया है कि यह रक्त शर्करा के प्रबंधन, कोलेस्ट्रॉल में सुधार, मनोभ्रंश से लड़ने और यहां तक कि एमएस के इलाज में भी मदद कर सकता है।
प्रश्न: क्या दालचीनी आपके लिए खराब है?
उत्तर : अगर इसका सेवन कम मात्रा में किया जाए तो नहीं। लेकिन दालचीनी को लापरवाही से खाने से, जैसे कि उल्टी और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, कैसिया दालचीनी में यौगिक Coumarin की अपेक्षाकृत उच्च सांद्रता होती है, जो बहुत अधिक मात्रा में लीवर को नुकसान पहुंचा सकती है। यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 0.1 मिलीग्राम Coumarin, या लगभग 1 चम्मच कैसिया दालचीनी प्रति दिन सहनीय दैनिक सेवन की सिफारिश करता है। इसलिए दालचीनी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर का परामर्श ले।
प्रश्न: क्या मैं वजन कम करने के लिए दालचीनी का उपयोग कर सकता हूं?
उत्तर : यदि आप अपने बढ़ते हुए वजन के कारण बहुत परेशान है, तो आज हम आपको बताएगे दालचीनी का उपयोग करके कैसे आप वजन कम कर सकते है ,दालचीनी के पावडर या उसके स्टिक को आप गरम पानी में उबालकर उसमे शहद और निम्बू मिलाकर उसका सेवन करे । अगर आप इसका सेवन करते है तो इससे आपके वजन को कम किया जा सकता है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है की इसके साथ आप को नियमित रूप से व्यायाम भी करना पड़ेगा और इसका मिश्रण का सेवन नियमित रूप से करना पड़ेगा।
इस बात के बहुत कम प्रमाण हैं कि दालचीनी में चिकित्सीय गुण होते हैं जो वजन घटाने में सहायता करते हैं, हालांकि इसका तीखापन चीनी और नमक को कम करने वाले आहार को स्वाद प्रदान करने में मदद कर सकता है।
प्रश्न: दालचीनी के विभिन्न प्रकार क्या हैं?
उत्तर : अधिकांश रसोई अलमारियाँ में पाया जाने वाला दालचीनी सिनामोमम कैसिया है, जो चीन का मूल निवासी है और संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में बेचा जाने वाला सबसे आम प्रकार है। सिनामोमम वर्म, जिसे असली दालचीनी या सीलोन दालचीनी के रूप में भी जाना जाता है, मुख्य रूप से श्रीलंका से आता है। यह कैसिया की तुलना में अधिक स्वादिष्ट और अधिक बेशकीमती है, हालांकि कम व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
प्रश्न: बेहतर स्वीटनर क्या है: दालचीनी या शहद?
उत्तर : यह आपके स्वाद की भावना पर निर्भर करता है। दालचीनी का उपयोग शहद और अन्य मिठास के विकल्प के रूप में लोगों द्वारा चीनी का सेवन कम करने के लिए किया जाता है। एक मग कॉफी में दालचीनी छिड़कने से 1 कैलोरी से कम होती है, जबकि एक चम्मच शहद में लगभग 20 कैलोरी होती है।