आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में कैंसर(Cancer)के बारे में कुछ जरूरी बात बताने जा रहे है।जिसमें आपको कैंसर से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी हासिल होगी जिनसे आप कैंसर से जुड़ी वजह और उनके इलाज की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसी के साथ साथ हमारी आम जिंदगी में होने वाली इस खतरनाक बीमारी से किस प्रकार हम अपने आप को बचा सकते हैं उसकी जानकारी भी देंगे। चलिए सबसे पहले हम यह जानते हैं कि आखिर चलिए कैंसर क्या है।
Cancer(कैंसर) क्या है?
कैंसर(Cancer)यह एक भयानक बीमारी होती है जो व्यक्ति के शरीर को धीरे-धीरे खत्म कर देती है। यह बीमारी इंसान को मृत्यु की चरम सीमा तक पहुंचा देती है। सही इलाज ना मिलने पर व्यक्ति का बचना नामुमकिन सा हो जाता है। वैसे देखा जाए तो कैंसर किसी बीमारी का नाम नहीं होता है या जिस अंग को रोग ग्रस्त करता है उस अंग का उदाहरण देते हुए इस बीमारी का नाम तय कर दिया जाता है। आलम की वर्तमान समय में ज्यादा तकनीकी के कारण कैंसर जैसी बीमारियों का पता बड़ी आसानी से लग जाता है लेकिन आज से 10 – 15 साल पहले देखा जाए तो इस बीमारी के बारे में किसी को भी कुछ भी पता नहीं था।
कैंसर(Cancer)किसी भी पर्टिकुलर बीमारी का नाम नहीं है बल्कि यह हमारे शरीर के किस अंग में होती है उसी के नाम पर इस बीमारी का नामकरण कर दिया जाता है जैसे कि skin में होने वाली बीमारियों को स्किन के कैंसर के नाम से जाना जाता है ।इस बीमारी के सबसे ज्यादा प्रकार हैं इस के कम से कम 250 प्रकार है और हर प्रकार की बीमारियां व्यक्ति को अलग-अलग तरह से रोग ग्रस्त करती हैं।कैंसर शब्द का इस्तेमाल उस रोग के लिए किया जाता है जिसमें कोशिकाएं असामान्य प्रकार से विभाजित हो जाती है और शरीर के विभिन्न विभिन्न अंगों पर आक्रमण करती जाती है।
यह आमतौर पर हमारी संवेदनशील कोशिकाओं को हानि पहुंचाती हैं। कैंसर की कोशिकाएं रक्त कोशिकाएं और लसीका प्रणाली के माध्यम से पूरे शरीर में फैलती चली जाती हैं।व्यक्ति आखिर क्यों इस बीमारी में बच नहीं पाता है क्योंकि ज्यादातर लोगो को इस बीमारी के बारे में काफी देर बाद पता चलता है। लोग जान ही नहीं पाते कि यह बीमारी के लक्षण क्या है ओर यही कारण है कि इस बीमारी से ना जाने कितने मासूम लोग मौत की चपेट में आ जाते है।
कैंसर(Cancer) के प्रकार (types of cancer)
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि कैंसर के कितने प्रकार होते हैं और यह किन-किन प्रकार से हमारे शरीर को हानि पहुंचाते हैं और हमें इनसे किस प्रकार अपनी health का बचाव करना चाहिए।
1.स्किन कैंसर (skin cancer)
स्किन कैंसर(Cancer)की समस्या आजकल बहुत से लोगों में दिखाई दे रही है और यह बहुत ही तेजी से बढ़ रही है। जब स्किन सेल्स अजीब तरीके से डिवेलप होने लगे तो इसका यह मतलब होता है कि आपको स्किन कैंसर हो गया है। इस प्रकार का कैंसर अक्सर उन्हीं लोगों को होता है जिनकी स्किन धूप के संपर्क में ज्यादा देर तक रहती है।लेकिन आज कल बहुत से लोगों को ऐसी जगह पर भी स्किन कैंसर हो जाता है जो धूप के संपर्क में नहीं आती है।
इसके लक्षण ( symptom)
अगर आपके गर्दन, माथे, गाल और आंखों के आसपास कहीं भी अचानक से जलन होने लगती है, तो इसको गलती से भी नजरअंदाज ना करें क्योंकि इस तरह से जलन होना स्किन कैंसर होने का एक लक्षण हो सकता है।
इसका इलाज
जब भी आप घर के बाहर निकले या फिर तेज धूप के संपर्क में जाए तो इस बात का जरूर से ध्यान रखें कि अपने शरीर को सही से ढक ले। सर्जरी करके भी इसका सही तरीके से इलाज किया जा सकता है।
2.मुंह का कैंसर (oral cancer)
मुंह का कैंसर(Cancer) उन लोगों में होता है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। इस कैंसर में मुंह की स्किन पूरी तरीके से खराब हो जाती है और फूलने लगती है। कभी-कभी तो ऐसा होता है कि पूरी स्किन सड़ जाती है और मास दिखने लगता है। इसके अलावा जो लोग सही से मुंह की सफाई नहीं करते है और ज्यादा गुठका, पान मसाला खाते है और साथ ही मुंह में होने वाले समस्याओं पर कभी भी ध्यान नहीं देते हैं ऐसे लोगों में मुंह का कैंसर हो जाता है।
इसके लक्षण (symptom)
कैंसर(Cancer) की शुरूआत में कैंसर(Cancer) की शुरूआत में मुंह के अंदर छोटे-छोटे सफेद छाले या घाव हो जाते हैं वहीं पर समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो या आगे बढ़कर कैंसर बन जाते हैं।
इलाज कैसे करें
- दवाई को सही समय पर लेना क्योंकि मुक्त कैंसर भी कुछ खास दवाइयों से सही किया जा सकता है बहुत ही आसानी से।
- रेडिएशन थेरेपी लेना कई बार डॉक्टर मुंह के कैंसर के लिए यही उपाय देते हैं कि वह रेडिएशन थेरेपी ले क्योंकि उसको जल्दी सही कर देता है।
3.ब्रेन कैंसर (brain cancer)
ब्रेन कैंसर, कैंसर का वह रूप है जो ब्रेन से शुरू होता है। ब्रेन कैंसर मस्तिष्क कि इस प्रकार की बीमारी है जिसमें मस्तिष्क के ऊतको में कैंसर कोशिकाएं पैदा होने लगती है ।आपके ब्रेन में पानी भर जाता है जो मांस को फुला देता है और धीरे धीरे कैंसर को और बढ़ाता है। यदि सही समय पर इस हिस्से को अगर निकाल दिया जाए तो यह ठीक भी हो सकता है पर यह करना बहुत मुश्किल होता है।यह हमारे ब्रेन में एक ट्यूमर पैदा कर देती है जिसकी वजह से आपको ब्रेन कैंसर हो जाता है।
इसके लक्षण (symptom)
हो सकता है कि कभी-कभी आपको मतली और उल्टी के साथ सर दर्द हो तो यह समस्या ट्यूमर के कारण होती है। यह आसपास के ऊतकौ को दबाकर आप की खोपड़ी में बहुत दबाव बनाता है।
इलाज कैसे करें
अगर आपके ब्रेन में ट्यूमर ऐसी जगह पर है जो कि सर्जरी या फिर ऑपरेशन से बाहर आ सकता है तो डॉक्टर अपनी पूरी कोशिश करते हैं ।उसको उसी तरह से निकालने की ओर आपको ठीक करने की भी कोशिश करते हैं।
4.ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer)
ब्रेस्ट कैंसर ऑन कॉमन कैंसर(Cancer) में से एक है जो ज्यादातर महिलाओं में होता है ।हालांकि यह कैंसर पुरुषों में भी होता है लेकिन इसकी संभावना काफी कम होती है। ब्रेस्ट कैंसर में कैंसर सेल्स ब्रेस्ट के टिशूज में बनती है जो ब्रेस्ट से शुरू होकर उसके आसपास के टिशूज को खराब कर देते हैं।
इसके लक्षण (symptom)
- ब्रेस्ट मे सूजन
- ब्रेस्ट या निप्पल में दर्द
- निपल्स का अंदर की ओर घंसना
- निप्पल से डिस्चार्ज
- ब्रेस्ट की स्किन ज्ञान निप्पल मे रेडनेस
- ब्रेस्ट में निप्पल के पास या कहीं भी लंप होना
- बगल में लंप होना
इसका इलाज कैसे करें
बहुत से डॉक्टर ने कहा है कि जैसे हर कैंसर(Cancer) में इलाज होता है उसी तरह ब्रेस्ट कैंसर का भी इलाज होता है। इससे पहले यह पता चलना चाहिए कि वह कौन से स्टेज का कैंसर है। इलाज में कैमियो थेरेपी रेडिएशन और सर्जरी का इस्तेमाल किया जाता है। यह कहा जाता है कि अगर आप हाय रिस्पेक्टर में आते हैं तो लक्षणों की जांच सही तरह से करवाते रहें क्योंकि बीमारी का जल्दी पता चल जाने पर सर्वाधिक रिकवरी की भी उम्मीद होती है।
5.लंग कैंसर (lung cancer)
फेफड़े हमारे शरीर का बहुत ही इंपॉर्टेंट हिस्सा होते हैं ऐसे में अगर आपको फेफड़े का कैंसर हो जाता है तो यह आपके लिए बहुत ही मुसीबत बन सकता है। ज्यादा धूम्रपान करने से आपके फेफड़ों में जो सेल्स होते हैं वह बिल्कुल बुरी तरह से खराब हो जाते हैं और काले रंग के हो जाते हैं। जिससे उसका मास पूरी तरीके से खराब हो जाता है। इससे आपके दोनों फेफड़ों में सेल्स खराब हो जाते हैं और वह कैंसर बन जाते हैं।
इसके लक्षण (symptom)
- सर्दी जुखाम के साथ अगर आपको खांसी है तो वह आम बात है इसके अलावा सांसों से संबंधित समस्या होने पर भी खांसी हो सकती है लेकिन अगर आपको लगातार खांसी की दिक्कत हो रही है तो इसको इग्नोर मत करें क्योंकि खांसी के साथ बलगम आ रहा है और वह बलगम एक दिन कैंसर बन जाएगा।
- अगर आपकी सांसे छोटी हो रही है या फिर आप बहुत जल्दी हंसने लगते हैं तो यह फेफड़े में कैंसर होने का एक संकेत हो सकता है क्योंकि कैंसर होने पर ही आपकी सांसे छोटी होती है और अब बहुत ज्यादा हफ्ते हैं।
इसका इलाज
बाकी कैंसर की तरह इस कैंसर का भी इलाज है और वो यही है कि कैमियो थेरेपी रेडिएशन और सर्जरी करके इसका इलाज सही से किया जा सकता है उसको जड़ से उखाड़ा जा सकता है।
6.किडनी कैंसर (kidney cancer)
गुर्दे का कैंसर(Cancer) आपके गुर्दे में शुरू होता है जो कि मुट्ठी के आकार के बराबर ही होता है और आपकी रीड की हड्डी के दोनों तरफ पेट के अंगों के पीछे होता है। गुर्दे के कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं इसका एक कारण यह हो सकता है कि आप बहुत ज्यादा धूम्रपान या शराब पी रहे हैं ।इसकी वजह से आप के कुर्ते में धीरे-धीरे करके क्या अनुसार बढ़ता जा रहा है जो आप का गुर्दा पूरी तरह से खराब कर सकता है। इमेजिंग तकनीकी जैसे की कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी अधिक बार उपयोग किया गया हो और इन परीक्षणों से गुर्दे के कैंसर की संभावना बहुत बढ़ जाती है और यह आपको बहुत तकलीफ दे सकते हैं।
इसके लक्षण (symptom)
बहुत बार यह देखा गया है कि लोगों को गुर्दे के कैंसर में लक्षण नहीं दिखा देते हैं पर जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है लक्षण सामने आने लगते हैं जैसे कि यह:
- मूत्र में रक्त आना
- शरीर में एक तरफ या पेट में एक गांठ
- शरीर के एक तरफ दर्द होना
- भूख ना लगना
इसका इलाज
रेडिकल नेफ्रेक्टोमी मैं आपके गुरुदेव को बाहर निकाल दिया जाता है और उसके साथ-साथ कुछ आसपास के अंग भी निकाल दिए जाते हैं जैसे कि एड्रेनल ग्लैंड को भी हटा दिया जाता है और उसका इलाज करके फिर लगाया जाता है।
7.लिवर कैंसर (liver cancer)
लिवर कैंसर(Cancer) को हैपेटिक कैंसर कहा जाता है। यह तरीका का कैंसर होता है जो लिवर में शुरू होता है। जब लीवर में कैंसर होता है तो यह लिवर कोशिकाओं को पूरी तरह से नष्ट कर देता है और उसके मांस को पूरी तरह से फुला देता है।लिवर के सेल्स को खराब कर देता है और लिवर को उसका काम करने मैं पूरी तरह से दखल देता है।
इसके लक्षण (symptom)
ज्यादातर लोगों को शुरुआत में इसके लक्षण नहीं पता होते पर धीरे-धीरे कुछ बातें सामने आ जाती है जैसे यह:
- वजन कम होना
- पीलिया
- उल्टी होना
- भूख की कमी
- बुखार
इसका इलाज
- लीवर कैंसर(Cancer) में सर्जरी से भी कैंसर को हटाया जा सकता है जैसे सर्जरी करके लेबर के उस हिस्से को काटा जाता है जिस पर छोटा ट्यूमर हो लेकिन इसमें बहुत खून बहने का खतरा होता है।
- ऑब्लेशन यह कैंसर सेल्स को खत्म करने के लिए एक ऐसा इंजेक्शन दिया जाता है यह रोगी को बेहोश कर देता है जिससे कि उसको दर्द का एहसास ना हो नियम के लिए बहुत फायदेमंद होता है जिनका लिवर ट्रांसप्लांट ना हुआ हो।
8.प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer)
प्रोस्टेट कैंसर सिर्फ पुरुषों में होता है इसका यह कारण होता है क्योंकि जो लोग बहुत ज्यादा धूम्रपान करते हैं ।उनको भी यह कैंसर ज्यादातर होता है क्योंकि शुरुआत में इसका ज्यादा असर नहीं होता है बल्कि बुढ़ापे में इसका सही असर होता है। प्रोस्टेट ग्रंथि जो कि सिर्फ और सिर्फ पुरुषों में ही होती है प्रोस्टेट कैंसर का खतरा उम्र बढ़ने के साथ बहुत ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि प्रोस्टेट ग्रंथि अखरोट के आकार की एक ऐसा ऑर्गन है जो की पेशाब की नली के चारों ओर फैली होती है ।इसका काम हमको न्यूट्रीशन देना होता है आमतौर पर रोस्टेड रत्ती का वजन 18 से 19 ग्राम होता है लेकिन इसका वजन 30 से 50 ग्राम होने पर यह होता है कि प्रोस्टेट कैंसर हो गया है।
इसके लक्षण (symptom)
पेशाब करने में बहुत तकलीफ होना प्रोस्टेट कैंसर की तरफ इशारा करता है और रात में कई बार पेशाब आना और अचानक से पेशाब कम लोग कम हो जाना इसी ओर इशारा करता है।
इसका इलाज
बाकी कैंसर ओं की तरह इसका भी इलाज किया जा सकता है इसके कई तरीके हैं जैसे की दवाइयों से भी इसका इलाज होता है या फिर सर्जरी भी करके इसका इलाज किया जा सकता है और इसको सही किया जा सकता है।
9.थायराइड कैंसर (thyroid cancer)
थायराइड बटरफ्लाई के आकार की गति होती है जो कि गर्दन के सामने वाले हिस्से में होती है। इसका काम यह होता है कि यह हार्मोन का स्तर करती है जो शरीर और दिमाग को नॉर्मल रखने में मदद करता है, लेकिन कई कारणों की वजह से सुरती के साथ सबसे बड़ी समस्या हो जाती है इसके कारण किसी भी व्यक्ति के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। जैसे थायराइड कैंसर जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा होती है हालांकि सचिन सर को होने की संभावना बहुत ही कम होती है।
इसके लक्षण (symptom)
- गर्दन में गांठ
- निगलने में कठिनाई होना
- गला बैठना या फिर आवाज में बदलाव
- गर्दन में सूजन होना
- खाना ना होते हुए भी खांसी की समस्या होना
इसका इलाज
अगर इसके बारे में समय सजा लिया जाए तो आप जल्दी ठीक हो सकते हैं वहीं देरी होने पर थायराइड सेट की ग्रंथि को निकाली जाता है ।जिसके बाद आपको रखें धरती का इस्तेमाल करना पड़ता है।
10.पेनक्रिएटिक कैंसर (pancreatic cancer)
पैंक्रियास हमारे शरीर के लिए पेनक्रिएटिक जूस हार्मोन और इंसुलिन को बनाते हैं। कैंसर पैंक्रियास के एक्सौपन और एंडोक्राइन हिस्से में पता है एकसौक्राइम कैंसर पेनक्रिएटिक लैंड के अंदर होता है। वही एंडोक्राइन ट्यूमर उस हिस्से में होता है, जो कि शरीर के लिए हार्मोन प्रोड्यूस करता है। जो पैंक्रियास को खराब कर देता है उनके सारे सेल्स को फाड़कर।
इसके लक्षण (symptom)
- पेट और पीठ में दर्द बने रहना
- पाचन संबंधी समस्या
- भूख ना लगना
- बेचैनी बने रहना या उल्टी होना
- अचानक वजन में कमी आ जाना
- बार बार बुखार आना
इसका इलाज
पेनक्रिएटिक कैंसर(Cancer)का इलाज सर्जरी या कीमो के जरिए होता है
- विपल प्रोसीजर इसमें पैंक्रियास स्मॉल इंटेस्टाइन और वाइब्रेटर के छोटे हिस्से को निकाल दिया जाता है
- डिस्टेंस पेनक्रिएटेक्टोमी इसमें पैंक्रियास के लंबे से जिसे टेल भी कहा जाता है उसे हटा दिया जाता है।
12.ब्लैडर कैंसर (bladder cancer)
ब्लैडर में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को ब्लैडर कैंसर कहते हैं इसमें ब्लेडर की चारों तरफ की जो परत होती है ।उसमें कैंसर के सेल्स आ जाते हैं और वह ब्लेडर की दीवारों हो पूरी तरह से खराब करते हैं और सेल्स को बर्बाद कर देते हैं जिसकी वजह से ब्लैडर कैंसर हो जाता है। ब्लेडर की बाहरी दीवार की तरफ मांसपेशियों की परत को सरोसा कहते हैं जो कि फैटी टिशु, एडिपोसस और जालिमा नोटिस के बहुत पास होता है ।ब्लैडर वह अंग है जहां पर यूरिन का संग्रह और निष्कासन होता है। ब्लेडर की अंतरिक दीवार नए बने यूरिन के संपर्क में आती है और इसे मूत्राशय की ऊपरी परत कहते हैं।
इसके लक्षण (symptom)
- शौच पेशाब के समय ब्लड आना
- खाते समय खून आना
- पीरियड्स के समय अधिक खून आना
- लगातार बुखार बना रहना
- ब्रेस्ट में गांठ पड़ जाना
इसका इलाज
इसका इलाज बहुत ही महंगा होने के साथ-साथ मुश्किल भी होता है और इसके चार इलाज है और वह यह है:
- कैमियो थेरेपी
- रेडिएशन थेरेपी
- सर्जरी द्वारा
- इंट्रावेसिकल थेरेपी
13.कोलोरेक्टल कैंसर (colorectal cancer)
हाथ का कैंसर और मालासे कैंसर एक जैसे हो सकते हैं इसे कोलोरेक्टल कैंसर कहा जाता है ।यह निकटतम बड़ी आंत और छोटी आंत मैं होता है ।इस कैंसर में यह होता है की आंत की चारों दीवार पर कैंसर के सेल्स जमा हो जाते हैं और उसको खराब कर देते हैं जिसकी वजह से आपको बहुत परेशानी होती है। और तकलीफ का सामना करना पड़ता है।यह फेफड़े के कैंसर के बाद दुनिया भर में होने वाला यह दूसरा सबसे आम कैंसर है। अक्सर ऐसा होता है कि पाइल छोटे होते हैं और उनके होने के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। इसीलिए डॉक्टर नियमित रूप से स्क्रीनिंग टेस्ट कराने का सुझाव देते हैं यह टेस्ट कोलन कैंसर बनने से पहले पाए इसकी पहचान कर लेते हैं और कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने में बहुत मदद करते है।
इसके लक्षण (symptom)
- बार बार शौचालय जाना
- 10
- कब्ज
- मल में रक्त आना
- पेट में दर्द होना
- उल्टी
- थकावट होना
- डॉक्टर द्वारा आपके पिछले हिस्से में एक गांठ महसूस करना
- पेट फुला हुआ महसूस करना
इसका इलाज
बाकी कैंसर रोगी तरह इसका भी राज कैमरे थेरेपी रेडिएशन और सर्जरी से किया जा सकता है और इस मुसीबत से छुटकारा पाया जा सकता है और अपने जीवन में सुख सुविधा ला सकते हैं।
14.बोन कैंसर (bone cancer)
हड्डी का कैंसर मुख्य रूप से मतलब होता है की हड्डी का घातक ट्यूमर को हड्डियों के ऊतकों को नष्ट कर देता है ।हड्डियों के सभी ट्यूमर कैंसर कारक नहीं होते हैं इससे हड्डी पूरी तरीके से खराब हो जाती है और ऐसा दिखता है कि हड्डी घिस खींचकर बाहर आ जा रही है और आपको बहुत कमजोर कर देती है। जब हड्डी के यह कैंसर माइक्रोस्कोप से देखा जाता है तो वह उन उसको की तरह लगते हैं जिससे वो आए थे ।जैसे किसी व्यक्ति के फेफड़ों का कैंसर है जो हड्डी में फैल गया है तो हड्डी में कैंसर की कोशिकाएं फेफड़े के कैंसर की कोशिकाओं की तरह ही दिखेंगी और उसी तरह भी काम करेगी।
इसके लक्षण (symptom)
- दर्द होना
- सूजन होना
- फ्रैक्चर हो जाना
- सूत्र हो जाना
इसका इलाज
बाकी सभी कैंसर की तरह इसके भी बहुत सारी इलाज है जैसे कैमियो थेरेपी सर्जरी रेडिएशन थेरेपी इत्यादि जो इस मुसीबत से आपको हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा दिला सकते हैं और आपके जीवन में खुशी ला सकते हैं आपको ठीक करके।
15.आई कैंसर (eye cancer)
आंख के कैंसर असामान्य है इस तरह का होता है। जो मांसपेशियों त्वचा और नसों से बना रहे हैं के रूप में आकर बाहरी हिस्सों को प्रभावित कर सकते हैं कैंसर अंदर से शुरू होता है और बाहर तक हो जाता है और आपकी आंख का सारा चमड़ा गैस गैस कर साफ हो जाता है और मां में कैंसर जम जाता है। आंखों में बहुत ही बुरी तरीके से सूजन हो जाना और अंदर ख बड़ा पूरा बाहर तक आ जाना का यही कारण है कि आपकी आंख में आई कैंसर हो गया है और आपको किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा।
इसके लक्षण (symptom)
- परितारिका पर है बढ़ती अंधेरे स्थान
- आंखें केंद्र में अंधेरे सरकार के आकार में परिवर्तन दिखाई देना
- एक आंख में बहुत कम या फिर धुंधली दृष्टि
- चमकती रोशनी की सनसनी होना
इसका इलाज
इसके बहुत सारे इलाज है पर वह बहुत ही मुश्किल और बहुत ही महंगे हैं। जैसे लेजर ऑपरेशन करना जो कि एक बहुत ही मुश्किल और बहुत ही महंगा उपाय है आई कैंसर को सही करने के लिए और इसमें बहुत खतरा होता है क्योंकि इसमे आपकी आंखों की रोशनी भी जा सकती है हमेशा के लिए।
16.स्टमक कैंसर (stomach cancer)
पेट के कैंसर को एक तरीके से गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है क्योंकि जब पेट के अंदर की कोशिकाओं बिना रोक-टोक के बढ़कर कैंसर वाले सेल्स में बदलने लगती है। पेट के सारे सेल्फ खराब कर देते हैं और फोड़े निकल आते हैं तो इसी को कहा जाता है स्टमक कैंसर है। यूं तो पेट का कैंसर दूसरे कैंसर की तुलना में बहुत ही कम होता है और बहुत ही रेयर केस में पाया जाता है लेकिन इसका सबसे खतरनाक पहलू यह है कि इसके शुरुआती लक्षण आसानी से पकड़ में नहीं आते हैं। किसी को पता ही नहीं चलता है कि हमको स्टोर में कैंसर हो क्या है और वह ऐसी चीजें खाते रहते हैं जो उस कैंसर हो बढ़ाते हैं इसीलिए इस रोग का तभी पता चलता है।जब काफी देर हो चुकी होती है और शायद कुछ कर भी ना पाए ऐसी कंडीशंस भी कभी-कभी आ जाती है तो आइए जानते हैं आगे इसके कुछ लक्षण।
इसके लक्षण (symptom)
- लगातार उल्टी और जी मिचलाने की शिकायत
- पेट में दर्द हो जो खाना खाने के बाद बढ़ जाए
- बहुत ज्यादा थकान हो जाए
- मल में खून आए
- पीलिया की शिकायत हो
- लगातार पेट फुला रहे
- लगातार सीने में जलन बनी रहती हो
- भूख में कमी हो कभी-कभी अचानक से वजन में भी कमी हो जाए
- पर यह बात जरूरी नहीं है कि यह लक्षणों का होना ही स्टोर में कैंसर है लेकिन महज इन लक्षणों के होने से ही यह न समझा जाए कि किसी को भी कैंसर हो इसके लिए डॉक्टरी जांच बहुत जरूरी है और टेस्ट किए जाएं इसे देखने के बाद योग के डॉक्टर ही तय कर सकता है यह लक्षण कैंसर के हैं यह साधारण बीमारी है इसीलिए हर कार्यक्रम करने से पहले किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाया जाए ताकि वह इस बारे में सही राय आपको दे सके।
इसका इलाज
हर कैंसर की तरह इसका भी इलाज किया जा सकता है पर इसका इलाज होने में थोड़ी कठिनाई होती है क्योंकि यह आखिर समय में पता चलता है और इसीलिए इसकी सर्जरी में काफी मेहनत लगती है और पैसा भी।
17.सरकोमा कैंसर (sarcoma cancer)
भागदौड़ भरी इस लाइफ के कारण हम खुद का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रख पाते हैं। इसके कारण हम लोग को बहुत सारी खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह सार्कोमा कैंसर होता है जो धीरे-धीरे आपके अंदर के अंगों में फैलता है और पूरी तरह से हर ऑर्गन में हो जाता है। यह बहुत ही खतरनाक कैंसर होता है इससे ना जाने हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। कोई कुछ भी नहीं कर पाता क्यों की कैंसर कई प्रकार के होते हैं जैसे ब्रेस्ट कैंसर ब्लड कैंसर कान का कैंसर मुंह का कैंसर लेकिन इसके अलावा सॉफ्ट टिशु सार्कोमा नाम का एक नजर कैंसर भी होता है। जो धीरे-धीरे लोगों के अंदर फैलता है और फिर उन्हें बेहद तड़पा तड़पा के उनकी जान भी ले लेता है।
इसके लक्षण (symptom)
- सॉफ्ट टिशु सार्कोमा के शुरुआती दिनों में कोई भी लक्षण या फिर संकेत सामने नहीं आते हैं ट्यूमर बांग्ला भी इसका एक कारण हो सकता है पर शुरू में किसी को भी ऐसा नहीं लगता है और वह अपनी खुशाली जिंदगी जीता रहता है इस खयाल में किए यह ठीक हो जाएगा।
- शरीर में एक गांठ या फिर कहीं पर भी एक सूजन होना जो आपको उठने बैठने में परेशान करें
- बेहद दर्द होना क्योंकि जब ट्यूमर न सोया मांसपेशियों को दबाता है तब आपके शरीर में बेहद दर्द होता है जो आपको बहुत ही ज्यादा तकलीफ दे सकता है।
इसका इलाज
बहुत से कैंसर ओं की तरह इस कैंसर का भी इलाज है पर वह भी बहुत ही महंगा और बहुत ही ज्यादा कठिन है और जिसको करने वाले इस दुनिया में सिर्फ कुछ ही लोग हैं इसीलिए अगर यह आम इंसान को हो जाता है तो वह इसका इलाज कराते कराते रह जाता है पर वह इसकी फीस नहीं भर पाता क्योंकि यह बेहद मुश्किल सर्जरी होती है।
18.ईयर कैंसर (ear cancer)
कैंसर ऐसा रोग है जो आपके शरीर में कहीं भी हो सकता है लेकिन कान में होने वाले कैंसर के शुरुआती लक्षण काफी मामूली होते हैं। जिससे कान पूरी तरीके से फूल कर बाहर आ जाता है और उसका चमड़ा भी खराब हो जाता है और आपको सुनाई भी नहीं देता क्योंकि अंदर के सारे ऑर्गन खराब हो चुके होते हैं जैसे देखकर अक्सर लोग इग्नोर कर दिया करते हैं।कि यह एक मामूली दर्द या फिर मामूली सी चोट है पर कैंसर एक ऐसी बीमारी है इसके शुरुआती लक्षण दिखाई तो नहीं देते हैं पर धीरे-धीरे यह भयंकर रूप ले लेते हैं ।जो आगे बढ़कर आपकी पूरी जिंदगी बिगाड़ देते हैं और आपको इतनी तकलीफ देते हैं कि आप हो सकता है सह नहीं पाए और अपना दम तोड़ दे। इसी तरह कान में होने वाला जो कैंसर है वह कान के बाहर या फिर अंदर दोनों जगह हो सकता है। इस कैंसर की कोशिकाओं को चिकित्सकीय भाषा में कवर में सेल कहते हैं यह कैसे धीरे-धीरे पूरे शरीर में भी फैलने लगता है।
इसके लक्षण (symptom)
जैसे जैसे लोगों के लाइफ स्टाइल में बदलाव आते जा रहे हैं वैसे वैसे एक गंभीर बीमारियां उनको अपनी चपेट में लेती जा रही है जिनमें से कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो लगातार लोगों में बढ़ती जा रही है और उन सब की जिंदगी को नर्क बना रही है आइए जानते हैं कुछ लक्षण
- कान से पानी निकलना जैसे लिक्विड या फिर खून निकलता है तो इसे इग्नोर बिल्कुल भी ना करें और तुरंत डॉक्टर को दिखाए।
- डैमेज यर्रम अगर आपको लगे कि आपकी यह डम डैमेज हो गए हैं तो इनको तुरंत जांच करवाएं ताकि आगे कोई परेशानी ना हो
- कान के इंफेक्शन अगर कान में दर्द या फिर इन्फेक्शन हो तो इसे बिल्कुल भी अनदेखा ना करें कि यह कोई मामूली प्रॉब्लम है बल्कि इसको तुरंत डॉक्टर को दिखाएं क्योंकि हो सकता है आपको इससे कैंसर हो जाए।
- कई बार ऐसा होता है कि कान में पानी चले जाने की वजह से कान कुछ देर के लिए बंद हो जाता है पर कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी वजह से सुनाई देना बंद हो जाता है तो ऐसे मौके पर तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें और अपना इलाज करवाएं।
इसका इलाज (treatment)
इसका इलाज करवाना तो बेहद आसान है और बहुत ही कम पैसे में भी हो जाता है पर इसमें एक ही मुसीबत होती है कि आपको यह बहुत बातें पता चलता है कि आपको यह कैंसर है जो कि हो सकता है आपको बहुत देर में पता चला हो इसी कारण की वजह से बहुत से लोगों की जान जा चुकी है।
19.गाल ब्लैडर कैंसर (gall bladder cancer)
गाल ब्लैडर का कैंसर गालब्लेडर की थैली में होता है। जो ज्यादा धूम्रपान शराब पीने से होता है और पूरे गॉलब्लेडर को खराब कर देता है और उसके चमड़े को बाहर खेत देता है जिसकी वजह से पूरे सर्च काले पड़ जाते हैं और खराब हो जाते हैं। हमारे शरीर में गडर एक छोटा नाशपाती के आकार का अंग होता है जो पेट के दाएं और लीवर के नीचे होता है ।यह कॉल लेटर की थैली यकृत द्वारा उत्पादित पाचन तरल पदार्थ का संग्रह करती है। क्योंकि गाल ब्लैडर का कैंसर बहुत आम नहीं होता ध्यान दें कि यदि इसका पता शुरुआती में लग जाए तो इसका इलाज करवाना बहुत आसान होता है। और संभावनाएं बेहतर होती है। हालांकि अधिकतर पहचान के बाद अगर आप इसका इलाज करवाना चाहे तो हो सकता है आपको बहुत सारी मुसीबतें सहनी पड़े और कठिनाइयों का बेहद सामना करना पड़े।
इसके लक्षण (symptom)
- विशेष रूप में आपके पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में बहुत बुरी तरीके से पेट दर्द होना।
- खुजली होना
- पेट का बहुत बुरी तरीके से फूल जाना
- जी मिचलाना
- पीलिया हो जाना मतलब त्वचा का पीला और आंखों का सफेद हो जाना
- बिना किसी वजह के वजन कम हो जाना
- अचानक से बहुत तेज बुखार चढ़ जाना
इसका इलाज
बहुत से कैंसर ओं की तरह इसका भी इलाज है पर गाल ब्लैडर कैंसर उतना मशहूर नहीं है इसीलिए किसी को भी इसके लक्षण समझ में नहीं आते हैं। वह इसको पहचानने में बहुत देरी कर देते हैं। जिसकी वजह से यह बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और आगे जाके आपको बेहद तकलीफ देता है। एक लंबे सदमे में जा सकते हैं। हालांकि इसके बहुत सारे इलाज भी है जैसे कीमो थेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और सबसे आसान तरीका है कि सर्जरी करके उस पूरे हिस्से को बाहर निकाल देना और साफ हिस्सा को सही से दवाई लगा कर अच्छी तरह से उसकी सर्जरी कर देना।
Conclusion
अब तक आपने केवल कैंसर के उन अलग-अलग प्रकारों के बारे में जाना है जो हमारे आसपास रोजमर्रा के जीवन में रोगी ग्रसित होते हैं।इनके अलावा भी कुछ कैंसर के ऐसे प्रकार हैं जिनके नाम आपने आज तक आपने कभी नहीं सुना होगा जो कि इस प्रकार है – Leukemia – Acute Myeloid कैंसर,Lobular Carcinoma कैंसर ,Hodgkin’s Lymphoma – Non-Hodgkin’s कैंसर ,Malignant Glioma कैंसर,Myelodysplastic Syndrome (MDS)कैंसर, Nasopharyngeal कैंसर ,Neuroendocrine Tumor Oral कैंसर, Osteosarcoma Ovarian कैंसर, Pancreatic Neuroendocrine कैंसर, Peutz-Jeghers Syndrome कैंसर ,Sarcoma Sarcoma – Kaposi यह सभी कैंसर के बहुत ही भयानक और खतरनाक प्रकार है और इनके बारे में पूरी जानकारी हम आपको हमारी अगली पोस्ट के अंदर बताएंगे।
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