अश्वंगधा क्या है ? : What is Ashwagandha
अश्वगंधा(Ashwagandha in hindi) को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का राजा कहा गया है। अश्वगंधा एक सदाबहार झाड़ी है जो भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में उगती है। इसका उपयोग प्राचीन काल से ही चिकित्सा में किया जाता है। अश्वंगधा का इस्तेमाल प्राचीन काल से ही आयुर्वेद दवाओं में किया जाता है। अश्वगंधा का सेवन किसी भी उम्र का व्यक्ति के दवरा किया जा सकता है। चाहे वो व्यक्ति बच्चा हो या बड़ा हो या बूढ़ा हो। अश्वगंधा का एक पौधा होता है। अश्वगंधा की जड़ो का इस्तेमाल चूरन बनाकर किया जाता है। वैसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में अश्वगंधा के पत्ते, इसके फूल और इसकी जड़ो का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। अश्वगंधा की जड़े सबसे ज्यादा गुणकारी मानी जाती है। अश्वगंधा का इस्तेमाल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी किया जाता है।अश्वगंधा जड़ी बूटी को भारतीय जिनसेंग(Indian Jinseng) या विंटर चेरी(winter cherry) के रूप में भी जाना जाता है।
अश्वगंधा जो हे वह Body को चुस्त व फुर्तीला बना देता है। यह शारीरिक क्षमता को भी बड़ा देता है। अश्वगंधा जो हे वह टमाटर की तरह दिखता है। अश्वगंधा का इस्तेमाल कई रोग को ठीक करने में किया जाता है। इसका नाम अश्वगंधा इसलिए जाना जाता है क्योँकि इसकी जड़ो और पत्तियों में जो सुगंध आती है, वह सुंगंध इस प्रकार आती है जो घोड़ो के अंदर पाई जाती है। घोड़े को अश्व कहा जाता है,और smell का जो मतलब होता है वह गंध होता है इसलिए इसको अश्वगंधा (Ashwagandha) के नाम से जाना जाता है। यह खेतो के किनारे या जंगलो में मिल जाता है। यह एक बहुत मजबूत पौधा होता है। इस जड़ीबूटी का प्रारम्भ भारत में मन जाता है और यह शुष्क क्षेत्रो में सबसे अच्छी तरह बढ़ जाता है। यह बहुत ज्यादा तापमान (४०डिग्री सेल्सियस) और कम तापमान (१० डिग्री सेल्सियस ) में भी जीवित रह सकता है।
चिकित्सक इस जड़ी बूटी का उपयोग ऊर्जा को बढ़ावा देने और तनाव और चिंता को कम करने के लिए एक सामान्य टॉनिक के रूप में करते हैं। कुछ लोग यह भी दावा करते हैं कि यह जड़ी बूटी कुछ प्रकार के कैंसर, अल्जाइमर रोग और चिंता के लिए फायदेमंद हो सकती है।यह शक्ति प्रदर्शन को मामूली रूप से बढ़ा सकता है, ग्लूकोज चयापचय में सुधार कर सकता है और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकता है। अश्वगंधा हमारे स्वस्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है । अगर हम इसका नियमित रूप से सेवन करने से यह शरीर की कई बीमारियों से लड़ता है।अश्वगंधा को दवाई की तरह और शतावरी की तरह हम इस्तेमाल कर सकते है।अश्वगंधा का उपयोग आर्गेनिक हेल्थ टॉनिक के रूप में कर सकते है।
अश्वगंधा के उपयोग : Uses of Ashwagandha in hindi
अश्वगंधा आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है। यह दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणालियों में से एक है आयुर्वेदिक चिकित्सा में, अश्वगंधा को एक रसायन माना जाता है। इसका मतलब है कि यह मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की स्थितियो को बनाए रखने में मदद करता है।- Ashwagandha in hindi
उदाहरण के लिए अश्वगंधा का उपयोग निम्नलिखित स्थितियो के इलाज में मदद के लिए करते हैं:
विभिन्न प्रकार के उपचार में पत्तियों, बीजों और फलों सहित पौधे के विभिन्न भागो में इसका इस्तेमाल किया जाता हैं।
अश्वगंधा के फायदे हिंदी में : Benefits of Ashwagandha in hindi
१. अश्वगंधा का इस्तेमाल blood sugar level को कम करने के लिए भी किया जाता है।बहुत सारे शोधो में यह पता चलता है अश्वगंधा जो होती है वह डायबिटीज के लेवल को कम देती है। एक शोध से यह भी पता चलता है कि अश्वगंधा (ashwagandha) जो है वह इन्सुलिन के स्त्राव को मासपेशियो में बड़ा देता है।अश्वगंधा जो है वह ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने का काम करता है। अगर आप अश्वगंधा का उपयोग ४ हफ्तों तक करते है तो आपको फास्टिंग शुगर में सुधार देखने को मिल सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम कर देता है।
२. अश्वगंधा जो होता है वह अवसाद (stress) को कम करता है। अश्वगंधा(ashwagandha) को प्राचीन काल से ही एक बहुत ही उपयोगी औषधि माना जाता है। दिमाग से अवसाद को कम करने के लिए अश्वगंधा Cortisol harmone को कम करता है, जो कि हमारे मस्तिष्क में होता है। cortisol harmone ही stress की वजह होता है। अश्वगंधा जो है वह इसको नियंत्रित करता है और अवसाद को हमारे शरीर में कम करता है।
अवसाद या डिप्रेशन क्या है उसके बारे में सम्पूर्ण जानकरी
३. अश्वगंधा का इस्तेमाल है वह (ashwagandha uses in hindi) हाइट (कद) बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। अगर आप अपनी हाइट सच में बढ़ाना चाहते है तो आप अश्वगंधा का इस्तेमाल कर सकते है। अगर आप अश्वगंधा का सेवन करता है तो उससे growth harmones जो है वह ट्रिगर हो जाते है, जिससे आपकी हाइट जो है वह बढ़ सकती है। इसके साथ -साथ ही आपको हाइट बढ़ाने वाली एक्सरसाइज करना चाहिए।
४. अगर आप बहुत अधिक पतले है, और आप अपना वजन बढ़ाना चाह रहे है तो आप अश्वगंधा का उपयोग कर सकते है। वजन बढ़ाने के लिए अश्वगंधा जो है वो बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि मानी जाती है। अश्वगंधा जो होती है वह आपकी मासपेशियो को और आपकी मसल्स को मजबूत करने का काम करती है । यह आपका फैट नहीं बढ़ाता है बल्कि यह फैट को कम करता है और muscle mass को बढ़ाने का काम करता है। यह इसका सबसे अच्छा गुण माना जाता है। आप अपने फैट को घटाकर वजन को कम करने के लिए भी अश्वगंधा का उपयोग कर सकते है।
५. वो लोग जिनको नींद नहीं आने की समस्या होती है या जिन लोगो को नींद कम आती है। वो लोग जो है वह अश्वगंधा का उपयोग रात को सोते समय कर सकते है। जिससे आपको जो है वह अच्छी नींद आ जाएगी । अश्वगंधा जो होता है वह दिमाग को ताकत देता है और नर्वस सिस्टम को भी भी अच्छा बना देता है। कुछ शोधो में यह भी पता चलता है कि जिन लोगो ने अश्वगंधा का इस्तेमाल किया है। उनमें तनाव को बढ़ाने वाले हार्मोन्स कि कमी हो जाती है।
६. अश्वगंधा जो है वह mental problem के लिए काफी फायदेमंद होता है। जैसे कि lac of concentration या फिर आपको बहुत ज्यादा stress रहता है । अगर आपको शरीर में कुछ भी कमजोरी होती है। जिसकी वजह से आपको स्ट्रेस हो जाता है। या आपको अपने काम का stress होता है तो आप नियमित रूप से जो है वह अश्वगंधा का सेवन कर सकते है। अश्वगंधा का उपयोग करने से तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन में कमी आ जाती है।और जो आपको तनाव है वह ख़त्म हो जायेगा।
७. अगर आप अश्वगंधा का सेवन करते है तो यह दिमाग को तेज कर देता है। यह बच्चो के दिमाग को तेज करने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। अश्वगंधा का उपयोग करने से सोचने समझने कि शक्ति, याददाश्त और concentration में भी सुधार पाया गया है। ये आपके दिमाग की शक्ति को भी बड़ा देता है और आपकी याद करने की क्षमता को सही रखता है । अश्वगंधा का उपयोग बुढ़ापे में भूलने और दिमाग से जुडी समस्याओ में भी बहुत उपयोगी माना गया है।
८. अगर किसी को भी joint pain होता है तो आप अश्वगंधा का उपयोग कर सकते है। अश्वगंधा जो होता है वह सामान्य सर्दी जुकाम से लेकर बड़े – बड़े इन्फेक्शन में भी शरीर के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है। यह सूजन और दर्द को भी कम कर देता है।
९. अश्वगंधा थायराइड के लिए बहुत ही अच्छी औषधि मानी जाती है। अगर आप अपना ब्लड साफ़ करना चाहते है, और नया ब्लड बनाना चाहते है। यह हमारे शरीर में जो ब्लड बनाने वाला सिस्टम है उसको बढ़ाता है यह हमारे शरीर में स्फूर्ति व ऊर्जा का संचार कर देता है। जब थयरॉइड की समस्या से आपके शरीर में शारीरिक कमजोरी आ जाती है तो अगर आप अश्वगंधा का सेवन करते है तो आप फिर से ऊर्जा से परिपूर्ण हो जाते है ।
थायराइड क्या है? जानिए इसके लक्षण, कारण और उपचार
१०. अश्वगंधा जो है वह शरीर में होने वाली सेक्सुअल प्रॉब्लम जैसे कि शरीर में इनफर्टिलिटी होना स्पर्म्स काउंट कम हो जाना । उन सब चीजों में ये सेक्सुअल दुर्बलता को सही कर देता है। अश्वगंधा जो होता है वह पुरुष या स्त्री दोनों का प्रजनन सिस्टम को सही कर देता है। इसलिए सेक्सुअल प्रॉब्लम की समस्या में अश्वगंधा का इस्तेमाल कर सकते है। अश्वगंधा जो है वह स्पर्म काउंट,स्पर्म मोटलिटी,टेस्टोस्टेरोन लेवल्स की मात्रा को बड़ा देता है।
अश्वगंधा जो होता वह अच्छी तरह से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लेन का काम करता है। यह पूरे शरीर में तनाव भी कम कर देता है। अगर स्त्रियों इसका सेवन करती है तो उनकी प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है।
११. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बड़ा देता है। जिससे की आप बहुत सारी बीमारियों से बच सकते है। इसके अंदर पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट स्वेत रक्त कणिकाओं की संख्या को भी बढ़ा देते है। जिससे की आपको बहुत सी छोटी- मोटी बीमारी छू भी नहीं सकती है। कुछ लोग जो होते है वह बहुत जल्दी ही बीमार पड जाते है उन्हें कुछ न कुछ छोटी मोटी बीमारिया जो होती है।वह होती ही रहती है इसका कारण यह होता है की उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता जो होती है वह काम होती है । इसके लिए अश्वगंधा बहुत ही लाभकारी (ashwagandha benefits) होता है।
१२. अश्वगंधा खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड की जो मात्रा है वह कम हो जाती है। जिससे हृदय की बीमारी होने की जो सम्भावना वह कम हो जाती है। अश्वगंधा जो है वह हाई बीपी जैसे हृदय रोगो से भी हमे बचता है। इसके नियमित सेवन करने से खून का दौरा जो है वह बेहतर होता है।जो की खून के थक्के को जमने से भी रोकता है। जो की कई बार हार्ट अटैक जैसे रोगो का कारण भी बन जाता है। अगर आपको टीवी की समस्या है तो उसमे भी अश्वगंधा बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाता है।
१३. अश्वगंधा को त्वचा को युवा रखने के लिए भी उपयोग किया जाता है। त्वचा पर इसको लगाने से घाव, पीठ में होने वाला दर्द ठीक हो जाता है। यह घाव भरने के लिए भी बहुत ज्यादा उपयोगी माना जाता है। अश्वगंधा की जड़ो को पीस कर पानी मिलाकर इस पेस्ट को घाव पर लगाना चाहिए । अश्वगंधा में उच्च स्तर के एंटी ऑक्सीडेंट होते है। जो झुर्रियों को ,काले धब्बे उम्र बढ़ने के संकेतो से लड़ने में हमको सहायता प्रदान करता है। अगर कोई व्यक्ति इसका सेवन करता है तो वह समय से पहले उसके चेहरे पर बुढ़ापा नहीं दीखता है। अश्वगंधा जो है वह त्वचा कैंसर से भी हमे बचाता है। अश्वगंधा के सेवन से गठिया का जो दर्द है वह खत्म हो जाता है।
१४ अश्वगंधा जो है वह पाचन तंत्र के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है। अश्वगंधा का सेवन करने से शरीर में आयरन बढ़ जाता है। अगर आप अश्वगंधा का हर दिन तीन बार १-१ ग्राम सेवन करते है तो उससे शरीर में खून की जो मात्रा है वह बढ़ जाती है।
१५. अश्वगंधा जो होता है वह शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम करके बालो को गिरने से रोक देता है। अश्वगंधा जो होता है वह बालो की जड़ो को मजबूत कर देता है। अश्वगंधा को अगर आप नारियल के तेल में मिलाकर बालो पर लगते है तो उससे बाल झड़ते नहीं है। अगर आप सामान्य से कम नींद लेते है तो उससे तनाव और चिंता जो है वह बढ़ती है। जिससे की बाल झड़ने लग जाते है। अगर हम अश्वगंधा का सेवन करते है तो उससे नींद अच्छी आती है। और तनाव भी जो है वह कम हो जाता है। अगर हम अश्वगंधा को खाते है तो उससे बालो का कालापन भी बढ़ जाता है। अश्वगंधा के अंदर टायरोसीन पाया जाता है जो की एक एमिनो एसिड होता है जोकि शरीर में मेलेनिन के उत्पाद को उत्तेजित करने का काम करता है। अगर आप अश्वगंधा को गिलोय में मिलाकर लगते है तो उससे हड्डियां मजबूत होती है।
१६. एक शोध से यह पता चलता है की अश्वगंधा के एंटी ऑक्सीडेंट एवं साइटोप्रोटेक्टिव गुण मोतियाबिंद रोग से लड़ने के लिए बहुत अच्छे होते है है।अगर आप अश्वगंधा का , आवला और मुलेठी के पावडर को बराबर मात्रा में मिलाकर इसका मिश्रण बनाते है तो इसको १ चम्मच प्रतिदिन लेने से आँखों की जो रोशनी है वह बढ़ती है। -Ashwagandha in hindi
१७ अश्वगंधा जो होता है वह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने की भी शक्ति देता है। बहुत शोधो दवरा यह बात सामने आयी है कि यह कीमोथेरेपी को प्रभावित नहीं करता है और उससे होने वाले साइड इफ़ेक्ट को कम कर देता है। तो इस तरह हम यह कह सकते है यह कैंसर से लड़ने कि शक्ति प्रदान करता है। अश्वगंधा में पाए जाने वाले ऐंटीजनिक गुणों के कारण ये कैंसर कोशिकाओं को नयी रक्त वाहिकाओं के निर्माण करने से रोक देती है जिससे की कैंसर का उपचार करने में सहायता मिलती है।-Ashwagandha in hindi
जानवरो और टेस्ट -ट्यूब में की जाने वाली जाँच से यह सामने आया है कि अश्वगंधा का सेवन करने से एपोप्टोसिस जो है वह बढ़ जाता है। जो कैंसर कोशिकाओं को मारने की एक विधि होती है। तो यह कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से भी रोक सकती है।-Ashwagandha in hindi
अश्वगंधा के दुष्प्रभाव : Side Effects of Ashwagandha in hindi
अश्वगंधा का सेवन करना वैसे सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके लम्बे समय तक उपयोग और इसका सेवन करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए यह कुछ लोगों में हल्का उनींदापन और बेहोशी पैदा कर सकता है।