मौसम परिवर्तन से होने वाले वायरस के संक्रमण से होने वाले बुखार को वायरल बुखार (Viral Fever) कहते है। वायरल बुखार (Viral Fever) होने पर शरीर में कई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जैसे उच्च बुखार, आँखों में जलन, सिर दर्द,गले में दर्द , शरीर में दर्द और कभी कभी जी का मिचलाना व उल्टी भी होती है। बच्चो और बूड़ो की रोग प्रतिरोधक छमता कम होने के कारण यह वायरल बुखार की चपेट में अधिक आते है। वायरल बुखार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करे । वायरल फीवर एक ऐसे प्रकार का बुखार है जो किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन मौसम परिवर्तन में बरसात के समय इस प्रकार के बुखार समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, क्योंकि इस समय वायरस कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो जाते हैं और फिर यह हमारे शरीर को संक्रमित कर देते हैं। वायरल फीवर एक प्रकार का संक्रमण रोग है, जो कि संक्रमण से फैलता है अगर परिवार में किसी भी सदस्य को वायरल फीवर है तो घर के बाकी सदस्यों को भी वायरल फीवर होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। वायरल फीवर अक्सर 4 से 5 दिनों के भीतर ठीक हो जाता है अगर वायरल फीवर ज्यादा दिन तक बना रहता है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। वायरल फीवर आपको हर जगह मिल जाएंगे चाहे देश या विदेश और वायरल से सभी उम्र के लोग प्रभावित होते हैं। यह बुखार भी कभी-कभी अपने आप भी ठीक हो जाता है।
वायरल फीवर होने के कई कारण हो सकते हैं-
- मौसम परिवर्तन के कारण :- पहला सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है की जब भी मौसम परिवर्तन होता है तब वायरस एक्टिव हो जाते हैं और व्यक्ति के शरीर पर हमला कर देते हैं जिस व्यक्ति के अंदर वायरस से लड़ने की क्षमता नहीं होती है उस पर वायरस हावी हो जाते हैं जिसके कारण वायरल फीवर होता है। मौसम परिवर्तन के समय ये वायरस ज्यादा तेजी से फैलते हैं|
- दूषित खान-पान :- दूसरा कारण दुषित खान-पान है, अगर व्यक्ति किसी ऐसी जगह पर बैठकर कुछ खा रहा है अथवा ऐसे स्थान पर भोजन बन रहा है जो स्थान गंदा है तब भी वायरल फीवर होने की संभावना होती है क्योंकि इस स्थानों पर वायरल फीवर के वायरस ज्यादा तेजी से पनपते हैं। ऐसे स्थान का पानी भी ना पिये जिसके आस-पास गन्दगी हो।
- संक्रमण या इन्फेक्शन :- अगला सबसे महत्वपूर्ण कारण संक्रमण इंफेक्शन को माना जाता है अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिलने गए हैं जो संक्रमित है अर्थात जिसे वायरल है तो इसकी संभावना बढ़ जाती है कि वायरल आपको भी हो सकता है इससे बचने के लिए उस व्यक्ति से मिलने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोकर ही कुछ खाएं।
- यह वायरल संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खाँसने और छींकने तथा बात करने से मुँह से निकलने वाले तरल पदार्थ के छोटे फुहार जो सांस द्वारा आप के शरीर में प्रवेश कर सकते है। यदि एक वायरस भी शरीर में प्रवेश कर जाता है तो यह 24 से 48 घंटे में पुरे शरीर को संक्रमित कर देता है।
- वायरस द्वारा दूषित किसी भी पदार्थ या पैय का उपयोग करने से।
- संक्रमित व्यक्ति के साथ रहने से या तो रक्त द्वारा या यौन रूप से।
- वायरल बुखार सर्दी और मौसम परिवर्तन होने के कारण भी होता है।
- हमारे आस पास साफ सफाई का ना होना भी इसका एक कारण है ।
- तेज बुखार आना और फिर कुछ देर के लिए बुखार का कम होना।
- शरीर में अत्यधिक थकान का महसूस होना।
- मांसपेशियों और जोड़ो में दर्द का होना।
- अत्यधिक ठंड का लगना।
- नाक का बंद होना, खांसी होना।
- सिरदर्द और बदन दर्द होना ।
- दस्त लगना और शरीर पर चकते होना।
- उल्टी होना और चक्कर आना।
- आंखें लाल होना,
- आंखों में जलन होना जिसके कारण आंखों से पानी गिरना,
- खांसी आना या गले में खराश होना,
- जोड़ों में दर्द होना,
- कब्ज की शिकायत,
- थकान लगना या सुस्ती लगना,
- बुखार का तेज होना,
- सर्दी होना,
- गले में दर्द होना,
- मतिभ्रम (असंभव कार्य होते हुए दिखाई देना जैसे गुड़िया का कमरे में उड़ना, कीड़ों का शरीर पर चलना आदि) इत्यादि।
घरेलु उपाय – Home remedy
1. हल्दी और काली मिर्च के द्वारा – by turmeric and black pepper
वायरल बुखार को ठीक करने के लिए अदरक के साथ थोड़ी सी हल्दी, काली मिर्च और चीनी मिलाकर उसका काढ़ा बना लें। दिन में तीन से चार बार इस काढ़े का सेवन करने से वायरल बुखार से राहत मिलती है।
2. धनिया के द्वारा – by coriander
एक ग्लास पानी में एक चम्मच साबुत धनिया डालकर उसे पकाएं। पक जाने पर कप में छानकर उसमें स्वादानुसार दूध और चीनी डाल लें। इसका सेवन करने से वायरल बुखार से राहत मिलती है।
3. मेथी दाने के द्वारा – By fenugreek seeds
शाम के समय एक चम्मच मेथी दाने एक साफ बर्तन में भिगो कर रख दे और सुबह मेथी के दाने में निम्बू का रस और शहद मिलाकर इसका सेवन करने से वायरल बुखार से राहत मिलती है।
4. नींबू के द्वारा – by lemon
नींबू को बीच से काट लें और फिर इस टुकड़े से पैरों के तलों पर मसाज करें। आप चाहें तो नींबू के इस कटे हुए टुकड़े को जुराबों में डालकर रातभर पहनकर रख सकते हैं।
5. लहसुन और शहद के द्वारा – by garlic and honey
कच्चे लहसुन की कली का सेवन करे। आप शहद के साथ भी इसका सेवन कर सकते है। इसके अलावा लहसुन की दो कलियों को दो चम्मच ऑलिव ऑयल में मिलाकर गर्म कर लें और इससे अपने पैरों के तलों में मसाज करें।
6. सिरका के द्वारा – by Vinegar
नहाने के पानी में आधा कप सिरका मिला लें और कम से कम 10 मिनट तक उसे ऐसा ही रहने दें। इस पानी से नहाने से भी फायदा होता है। आप चाहें तो आलू के कुछ टुकड़ों को सिरके में डुबोकर इसे अपने माथे पर बांध लें।
7. अदरक के द्वारा – by ginger
अदरक में एंटी आक्सिडेंट गुण पाए जाते है ये वायरल बुखार को ठीक करने में मदद करते हैं। एक चम्मच काली मिर्च का चूर्ण, एक छोटी चम्मच हल्दी का चूर्ण और एक चम्मच सौंठ यानी अदरक के पाउडर और हल्की सी चीनी एक कप पानी में डालकर इसे उबाल लें। जब यह पानी उबलने के बाद आधा रह जाए तो इसे ठंडा करके इसका सेवन करने से वायरल बुखार से राहत मिलती है।
8. तुलसी और लौंग के द्वारा – By Basil and Cloves
तुलसी हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होती है तुलसी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं।जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं। एक चम्मच लौंग के चूर्ण और दस से पंद्रह तुलसी के ताजे पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर इतना उबालें जब तक यह सूख-कर आधा न रह जाए। इसके बाद इसे छानें और ठंडा करके हर एक घंटे में पिएं। आपको वायरल से जल्द ही आराम मिलेगा।
9. नींबू और शहद के द्वारा – With Lemon and Honey
नींबू का रस निकाल कर इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करने से वायरल बुखार से राहत मिलती है।
वायरल बुखार से बचाव – Viral fever prevention
वायरल फीवर से अगर बचना है तो निम्नलिखित उपायों को करना होगा अथवा हम भी वायरल फीवर से ग्रसित हो सकते हैं-
- वायरल बुखार से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- खांसते या छींकते समय रुमाल से मुंह और नाक को ढक लेना चाहिए ।
- सफाई और हैंडवॉश का ध्यान रखे ।
- खाना खाने से पहले हाथ साबुन से अच्छी तरह से धो लेना चाहिए।
- बारिश के मौसम में पानी को उबाल कर छान ले और फिर इसका सेवन करे।
- साफ पानी पीना चाहिए,
- अगर गर्मी ज्यादा है और धूप तेज है तो तेज धूप में निकलने से बचना चाहिए,
- सब्जियों को धोकर वह अच्छे से पका कर खाना चाहिए,
- सड़े गले फलों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि उनमें वायरस अधिक फैलने की संभावना होती है,
- वायरल से पीड़ित मरीज से दूर रहना चाहिए,
- अदरक वाली चाय का सेवन करें जिससे वायरल फीवर का प्रभाव ज्यादा ना पड़े।
वायरल बुखार में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए अगर बुखार तेज है तो आराम करना चाहिए बुखार में हल्का खाना जैसे खिचड़ी, सूप और जौ की रोटी खाना चाहिए क्योंकि यह जल्दी पच जाती है और यह भोजन रोगी को उर्जा भी देते हैं। मरीज को साफ-सुथरे स्थान पर रखना चाहिए जिससे और संक्रमित ना हो और मरीज से भी दूरी बनाए रखना चाहिए उसके द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तु का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि वह भी संक्रमित होती है अगर हम उन वस्तुओं का प्रयोग करेंगे तो यह वायरल बुखार हमें भी हो सकता है यदि 102 डिग्री फारेनहाइट बुखार है तो मरीज की देखभाल घर पर ही रह कर भी की जा सकती है, अगर यह तापमान बढ़ता है तो मरीज को चिकित्सक को जरूर दिखाना चाहिए।
कुछ और जानकारिया बुखार के बारे में जो की आपके दैनिक जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है
- What is Viral Fever, Due to viral fever|वायरल बुखार क्या है,वायरल बुखार होने के कारण
- Fever(बुखार) क्या होता है? कारण, लक्षण, इलाज एवं इससे बचाव
- Dengue fever(हड्डी तोड़ बुखार) ?कारण,लक्षण,प्राथमिक इलाज,बचाव
- Chikungunya fever(चिकनगुनिया)क्या है?कारण,लक्षण,इलाज,बचाव
- Typhoid fever(मियादी बुखार)क्या है?कारण,लक्षण,इलाज,बचाव
- Brain Fever(दिमागी बुखार)क्या है?कारण,लक्षण,इलाज,बचाव
- Weakness fever कमजोरी के कारण होने वाले बुखार की जानकारी
- Malaria(मलेरिया) क्या है?प्रकार,लक्षण,उपचार,बचाव,इलाज