आज के समय में बहुत सी अलग-अलग बीमारियां लोगों में देखी जा रही है माना जाता है कि आज के समय में लगभग 70 से 80 हजार तक बीमारियां लोगो में देखी जा रही है। कुछ बीमारियों का इलाज होना संभव है परंतु कुछ बीमारियां ऐसी हैं जिनके लिए ट्रीटमेंट की खोज आज भी वैज्ञानिकों द्वारा की जा रही है।यह बीमारिया किसी एक उम्र के इंसान में नहीं देखी जा रही है, बल्कि आज के समय में ज्यादातर सभी उम्र के वर्गो में देखी जाती है। चाहे वह new born बच्चा है या कोई बूड़ा व्यक्ति।आज हम एक ऐसी ही बीमारी “Arthritis” यानी “गठिया” के बारे में बताने जा रहे है।
“Arthritis” यानी “गठिया” यह एक ऐसी बीमारी है, जो आज के समय में अधिकतर सभी लोगों में देखने को मिलती है। एक वेबसाइट पर छपने वाली एक रिपोर्ट के अनुसार लगभग 180 मिलियन लोगों में यह बीमारी देखी जा रही है। ऐसा कहा जाता है कि यह बीमारी पुरुषों को कम महिलाओं मैं ज्यादा देखी जाती है यानी कि पुरुषों की तुलना में यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है। रिपोर्ट के अनुसार यह भी कहा जाता है कि इसका सही समय पर इलाज न करवाने से लोगों में TB( ट्यूबरक्लोसिस) या डियाबिटीएस जैसी बीमारियाँ भी देखी जा रही है।
तो अब आप गठिया जैसी बीमारी के बारे में जान गए होंगे, चलिए आइए कुछ और जानकारी इसके बारे में प्राप्त करते हैं ताकि आपको कभी भी इसके लक्षण महसूस हो तो आप तुरंत कदम उठा सके।
सबसे पहले आइए जानते हैं गठिया(Arthritis)आखिर क्या है? – First of all, let us know what is Arthritis
“arthritis” जिसे आम भाषा में “गठिया”के नाम से जाना जाता है। गठिया एक ऐसी बीमारी है जो कि आपकी जोड़ो मैं होती है जोड़ यानी दो हड्डियों का आपस में जहां पर मिलन होता है यानी कि घुटना या हाथ की कोहनी। गठिया के दौरान इन जोड़ों में दर्द के साथ साथ सूजन भी आ जाती है और वह जगह लाल हो जाती है कई बार तो दर्द इतना बढ़ जाता है कि बर्दाश्त करना भी मुश्किल हो जाता है। यह बीमारी अक्सर 65 साल की उम्र के लोगों में ज्यादातर पाई जाती है, जिसमें की महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा होती है, परंतु आज के समय में यह युवा अवस्था में भी देखी जा रही है अगर इसका सही समय पर इलाज कर लिया जाए तो यह बीमारी ठीक हो जाती है। वैसे तो गठिया के लक्षण समय के साथ देखे जाते हैं, परंतु कभी-कभी यह अचानक भी विकसित हो जाते हैं। इसके लिए हमें अपने स्वास्थ्य पर गौर करना चाहिए और हमेशा किसी भी सिम्टम्स(Symtom) का ध्यान रखना चाहिए।
गठिया(Arthritis) कितने प्रकार का होता है? – What are the types of arthritis?
गठिया कम से कम 100 से ज्यादा प्रकार के होते हैं परंतु हम आपको कुछ मेन ऐसे गठिया के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि सबसे ज्यादा देखे जाते हैं।
- रूमेटॉयड अर्थराइटिस (Rumetoid Arthritis) :- रूमेटाइड गठिया ज्यादातर 40 से 50 साल तक की उम्र वाले लोगों में देखा जाता है इसके कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है और जोड़ों में दर्द के साथ सूजन भी बनी रहती है, जिसके कारण बहुत ही अत्यधिक और असहनीय दर्द भी देखा जाता है। कई बार तो स्थिति यह हो जाती है कि लोगों को दवाई(मेडिसिन) के साथ-साथ सिकाई (Sikai) का भी सहारा लेना पड़ता है
- ऑस्टियो अर्थराइटिस (Osteo Arthritis):- ओस्टियो आर्थराइटिस के कारण लोगो जोड़ो में इसका असर उनके कार्टिलेज पर पड़ता है।जिसके कारणवश या तो कार्टिलेज टूट जाते हैं या फिर घिस जाते हैं। व्यक्ति को उठने बैठने और चलने फिरने में काफी हद तक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
- पोलिमायलगिया रूमेटिका (Ploymyalgia Rheumatica):- इस प्रकार का गठिया अक्सर 50 साल की उम्र को पार कर गए व्यक्तियों में देखा जाता है। किसके कारण कंधा, गर्दन और कमर में ऐसा असहनीय दर्द पाया जाता है जिसके कारण इन अंगो का घुमाना भी मुश्किल हो जाता है। सही समय पर इलाज बहुत आवश्यक है थोड़ी बहुत भी देरी होने पर इस प्रकार का गठिया लाइलाज हो जाता है।
- एनकायलाजिंग स्पोंडिलाइटिस(Ankylosing spondylitis):- इस प्रकार का गठिया शरीर की पीठ यानी रीड की हड्डी और शरीर के निचले हिस्से यानी कूल्हे में होता है। वैसे तो इसमें हल्का दर्द होता है परंतु यह दर्द लगातार बना रहता है सही समय पर इसका इलाज होने से यह ठीक हो जाता है।
- रिएक्टिव अर्थराइटिस(Reactive Arthritis):- यह अधिकतर शरीर में किसी भी प्रकार का संक्रमण होने के बाद फैलता है।आंत या जेनिटोरिनैरी जैसे संक्रमण होने के बाद इसके होने की संभावना ज्यादातर बढ़ जाती है इसका सही समय पर इलाज होना बहुत आवश्यक है जिससे आपको तुरंत आराम भी मिलता है।
गठिया(Arthritis) के कौन से प्रमुख लक्षण होते है? – What are the major symptoms of arthritis?
आइए बात करते हैं कि गठिया के कौन से प्रमुख लक्षण होते हैं। गठिया के लक्षण महसूस होते हैं डॉक्टर के पास तुरंत जाकर इलाज(treatment) करवाना चाहिए।
गठिया के कुछ लक्षण हम आपको बताने जा रहे हैं जिन को देखते ही आपको तुरंत डॉक्टर के पास अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए।
- इसका सबसे प्रमुख लक्षण है जोड़ों में दर्द होना। गठिया होने का मतलब है आप की जोड़ों में इतना अत्यधिक दर्द बढ़ जाता है जो कि व्यायाम करने से या मालिश करने से भी ठीक नहीं होता और यह दर्द लंबे समय तक बना रहता है।
- अक्सर गठिया के कारण आपके जोड़ों में अकड़न भी आपको महसूस होने लगती है और यह आपके घुटनों में ज्यादातर देखी जाती है
- इसके कारण आपको किसी भी जोड़ में सूजन हो सकती है सूजन होने पर इसे अनदेखा ना करते हुए तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- शुरुआत में धीरे-धीरे हल्का बुखार होने लगता है। और साथ ही साथ आपके जोड़ों और शरीर में दर्द होने लगता है, जिसके कारण आपको हमेशा थकान महसूस होती है और आपका शरीर टूटा सा रहता है।
- इस बीमारी के दौरान आपके शरीर में लाल चकत्ते से पड़ जाते हैं। और शरीर में जगह जगह गांठ पड़ने लगती है।
- इस बीमारी में शरीर के किसी भी जोड़ को हिलाने डुलाने में काफी दर्द और जलन बर्दाश्त करनी पड़ती है।
गठिया(Arthritis) के मुख्य कारण(Causes) – Main Causes of Arthritis
कार्टिलेज जो कि हमारे शरीर में एक ऊतको का समूह होता है, जो कि हमारे जोड़ो को लचीला बनाते है और उन्हें सुरक्षित रखते है। यदि हमारे शरीर में कार्टिलेज की कमी हो जाए तो यह कई प्रकार के गठिया हमारे शरीर में पैदा कर देता है।
हम आपको बताया कि कुछ ऐसे ही मुख्य कारणों से अवगत करवाने जा रहे हैं जोकि निम्नलिखित है।
- सबसे ज्यादा गठिया चोट लगने के कारण देखा जाता है। अक्सर खेलते समय किसी भी कारण गिर जाने से घुटनों में चोट लगने से गठिया होने की संभावना रहती है जिसके लिए हमें सही समय पर घुटनों में लगी चोट का इलाज करवाना चाहिए।
- गठिया एक ऐसा अनुवांशिक रोग है जो की पीढ़ी दर पीढ़ी फैलता है यदि आपके घर में आपके मां या बाप दादा या दादी को यह बीमारी है तो संभवत आपको भी इस बीमारी को झेलना पड़ सकता है।
- यह बीमारी खाने-पीने के असर से भी होती है यानी कि शरीर में यदि कैल्शियम की कमी हो तो भी इस बीमारी का पनपना संभव है। क्योंकि कैल्शियम आपके जोड़ों को मजबूत रखता है और एक नियमित मात्रा में कैल्शियम का सेवन आपके लिए इस बीमारी से बचने के लिए उपयोगी है।
- कई बार बहुत सी बीमारियां ऐसी होती है जिसके लिए हम डॉक्टर से दवाइयां लेते हैं वह बीमारियां तो ठीक हो जाती है परंतु इन दवाइयों के चलते हमें गठिया जैसी बीमारियों भी लग जाती है माना जाता है कि यह कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव से होता है।
- यदि आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है तो इसके कारण भी आपको गठिया की बीमारी हो जाती है जिसके लिए आपको नियम अनुसार व्यायाम करना चाहिए।
ऐसा कौन सा टेस्ट है जिससे गठिया (Arthritis) का पता चलता है? – What is the test that shows arthritis?
गठिया के लक्षण दिखते ही आपको अपने यूरिक एसिड (Uric Acid) की जांच करवानी चाहिए। यदि आपकी खून में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा है तो इसका मतलब है कि आप को गाउटी अर्थराइटिस है। जोड़ों के अंदर से साइनोवियल फ्लूड द्रव को निकाल कर यूरेक क्रिस्टल की जांच की जाती है। और कभी कभी यह यूरिक krystal यूरिन यानि मूत्र में भी पाया जाता है। और साथ साथ सूजन आने वाली जगह का एक्सरे भी किया जाता है।
गठिया (Arthritis) होने पर क्या इलाज़ (Treatment) लेना चाहिए? – What treatment should be taken in the event of arthritis?
अधिकतर लोग इस बीमारी के अनुसार होने के कारण इसमें एक लाइलाज बीमारी समझते हैं परंतु आज के समय में अगर देखा जाए तो कोई बीमारी ही ऐसी होगी जिसका कोई इलाज ना हो। इसी कारण इसे अनदेखा कर देते हैं और यह बीमारी उनके लिए एक समय पर लाइलाज़ ही बन जाती है।
इस जानकारी में हम आपको बताएंगे कि इसके लक्षण महसूस होने पर ही आपका उसमें क्या इलाज(Treatment) लेना चाहिए।
इस बीमारी के दौरान आपको अपने बदन का खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि वजन के बढ़ने से आपके घुटने और कूल्हों पर दबाव पड़ता है।
कसरत करने से या फिर जोड़ों को हिलाने डुलाने से भी आपको गठिया का इलाज करने में बहुत ही मदद मिलेगी, साथ ही साथ आप इसके के लिए फिजियोथैरेपी भी ले सकते हैं। फिजियोथैरेपी से आपकी मांसपेशियों को ठीक से कार्य करने में मदद की जाती है।
दवाई का उपयोग करना और सही समय पर दवाई देने से आपको दर्द में काफी हद तक आराम मिलता है और यह दर्द और अकड़न को बढ़ने नहीं देती।
गठिया के दौरान आपको योग करना भी बड़ा सहायक हो सकता है जिसमें त्रिकोणासान, वीरासान, गोमुखासान इत्यादि ऐसी प्रमुख आसन है जो कि आपको स्वस्थ रखते हैं।
घटिया होने के दौरान आप को गुनगुने पानी से रोज सुबह स्नान करना चाहिए इससे आपको आपके शरीर के दर्द में काफी आराम रहेगा।
गठिया के लिए कुछ और महत्वपूर्ण तथ्य – Some other important facts for arthritis
गठिया के दौरान आपको आंखों की समस्या भी हो सकती है जिसके लिए आपको खास ध्यान रखना चाहिए साथ ही साथ आपके जोड़ों में दर्द होना या जोड़ों का खराब होना भी देखा जाता है कमजोरी के कारण आपको बहुत से संक्रमण भी हो जाते हैं जिनके कारण आपको और भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। घटिया के कारण आपको सीने में भी दर्द हो जाता है।
इन सब से बचने के लिए आपको बहुत सी चीजों का ध्यान रखना होता है जैसे कि समय पर और स्वास्थ्य के लिए अच्छा और पौष्टिक भोजन करना चाहिए। साथ ही साथ ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि आपके शरीर में डिहाइड्रेशन ना हो। स्वास्थ्य की समय पर नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए।
यदि आप नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए नियम का पालन करते हैं तो आपको कभी भी समस्या से लिखना नहीं पड़ेगा।