Profit and loss due to amaltas|अमलतास से होने वाले लाभ और हानि

अमलतास क्या है – What is amaltas

Table of Contents HIDE

अमलतास(amaltas) एक प्राचीन पेड़ है यह आसानी से सड़क के किनारे बगीचों और जंगलों में पाया जाता है। इस पेड़ के पत्ते गर्मी के मौसम में झाड़ जाते है और फिर इसमें नई पत्तिया और गहरे पिले रंग के फूल निकाल आते है।इसके बाद इसमें गोल लंबी और नुकीली फली निकलती है । अमलतास(amaltas) एक बहुत ही उपयोगी पेड़ है। अमलतास(amaltas) में कई औषधीय गुण पाए जाते है इसका उपयोग प्राचीन काल से बीमारियों को ठीक करने में किया जाता रहा है । अमलतास का पेड़ दिखने में बहुत ही सुन्दर होता है इसमें हरे रंग के पत्ते और गहरे पिले रंग के फूल पाए जाते है।अमलतास के फूल, पत्ते,फल और इसकी छाल का उपयोग रोगो को ठीक करने में किया जाता है । अमलतास(amaltas) के उपयोग से कई रोगो जैसे कब्ज ,त्वचा के रोग, सर्दी जुकाम,खासी ,बुखार ,और घावो को ठीक करने में भी किया जाता है अमलतास हमारे स्वस्थ के लिए बहुत ही उपयोगी और फायदेमंद होता है ।

 

अमलतास से होने वाले लाभ – Benefits from amaltas

 

1.त्वचा के लिए –amaltas for the skin

अमलतास का उपयोग त्वचा संबंधित समस्याओं को ठीक करने में भी किया जाता है। त्वचा में हो रही जलन और खुजली ,दाद आदि समस्या को दूर करने के लिए अमलतास के पत्तो का रस या इसका पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाने से त्वचा की इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यह त्वचा संबंधित रोगो के लिए बहुत ही उपयोगी है ।

 

2. बुखार के लिए – For fever

बुखार को ठीक करने के लिए अमलतास का उपयोग किया जाता है। अमलतास के पेड़ की जड़ का काढ़ा बनाकर उसका सेवन करने से बुखार से राहत मिलती है ।यह शरीर के बड़े हुए तापमान को कम कर के शरीर को स्वस्थता प्रदान करता है । अमलतास बुखार को ठीक करने के लिए बहुत ही उपयोगी है ।

 

3. मुँह के छाले को ठीक करने में – To cure mouth ulcer

मुँह के छालो को ठीक करने के लिए अमलतास के गूदे का उपयोग किया जाता है ।अमलतास के गूदे को मुँह में रख कर चूसने से मुँह के छालो से राहत मिलती है ।यह मुँह के छालो को ठीक करने के लिए बहुत ही उपयोगी है। 

 

4. रोग प्रतिरोधक छमता को बड़ाने में –amaltas In increasing immunity to disease

अमलतास हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक छमता को बड़ाने में मदद करता है। यदि अमलतास की छाल और इसके फल को साफ पानी से धो कर इन्हे पानी में उबाल कर इसे ठंडा कर के इसे छान कर इसका सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक छमता बड़ती है। यह शरीर को स्वस्थ कर बीमारियों से बचाता है।

 

5. घाव को भरने में – Wound healing

शरीर के घाव को ठीक करने के लिए अमलतास के पत्तो का उपयोग किया जाता है। अमलतास के पत्तो को साफ पानी से धो कर इन्हे पीसले और फिर दूध के साथ मिलाकर इसे घाव वाली जगह पर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है। अमलतास घावों को भरने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

 

6. शारीरिक जलन को ठीक करने में – In healing physical burns

शारीरिक जलन को ठीक करने के लिए अमलतास की जड़ और छाल का उपयोग किया जाता है। अमलतास के पेड़ की छाल या जड़ को दूध में उबाल कर इसे ठंडा कर के जलन वाली जगह पर लगाने से जलन से राहत मिलती है । शारीरिक जलन को ठीक करने के लिए अमलतास की छाल और जड़ बहुत ही उपयोगी है ।

 

7. कब्ज को ठीक करने में – To cure constipation

पेट की कब्ज को दूर करने के लिए अमलतास के पत्तो का सेवन किया जाता है अमलतास के पत्ते को मिर्च या नमक के साथ मिला कर सेवन करने से पेट की कब्ज दूर होती है ।अमलतास के फल के 5 से 10 ग्राम गूदे को रात में पानी में भिगोकर रख दे और सुबह इसे छान कर इस पानी का सेवन करने से भी कब्ज की समस्या दूर होती है। और यह कब्ज की समस्या को दूर कर पाचन को दुरुस्त करता है ।

 

8. खांसी को ठीक करने में – To cure cough

खांसी की समस्या को दूर करने के लिए अमलतास के फल का उपयोग किया जाता है । अमलतास के फल के गूदे का काढ़ा बनाकर पिने से खांसी की समस्या से राहत मिलती है यह खांसी को ठीक करने के लिए बहुत ही फायदेमंद है ।

 

9. गले के दर्द को ठीक करने में – To cure throat pain

गले के दर्द और गले के टॉन्सिल को ठीक करने के लिए अमलतास की छाल का उपयोग किया जाता है। अमलतास की छाल को साफ  पानी से धो कर इसे पानी में उबाल कर के छान कर ठंडा करले और फिर इस पानी का सेवन करने से गले दर्द और गले के टॉन्सिल को ठीक करने में मदद मिलती है । अमलतास गले के दर्द और गले के टॉन्सिल को ठीक करने के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है। 

 

10. स्वांस की बीमारी को ठीक करने में – To cure respiratory disease

स्वांस संबंधित समस्या को दूर करने के लिए अमलतास के गूदे का उपयोग किया जाता है। अमलतास के गूदे का काढ़ा बनाकर पिने से स्वांस संबंधित समस्या दूर हो जाती है। अमलतास स्वांस संबंधित रोगो को ठीक करने के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है।

 

11. पीलिया को ठीक करने में – To cure jaundice

पीलिया की बीमारी को ठीक करने के लिए अमलतास के फल का गुदा और आंवले के रस का दिन में दो बार सेवन करने से पीलिया रोग को ठीक करने में मदद मिलती है ।

 

12. जोड़ो के दर्द में – In joint pain

जोड़ो के दर्द और गठिया की समस्या को दूर करने के लिए अमलतास की जड़ 5 से 7 ग्राम को 200 ग्राम दूध में उबाल कर पिने से गठिया रोग ठीक हो जाता है ।अमलतास के फल का गुदा और अमलतास के पत्तो का लेप बनाकर इसे जोड़ो पर लगाने से जोड़ो के दर्द से राहत मिलती है। 

 

13. पेट दर्द में – Stomach ache

छोटे बच्चों के पेट दर्द और आफरे की समस्या को दूर करने के लिए हींग और अमलतास के गूदे का लेप बनाकर सिसु के पेट पर नाभि के पास इसका लेप लगाने से पेट दर्द,आफरे और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। यह पेट दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही फायदेमंद  होता है । 

 

अमलतास से होने वाली हानि – Damage due to amaltas

  1. अमलतास का अधिक सेवन करने से दस्त की समस्या हो सकती है ।
  2.  डायरिया होने पर अमलतास का सेवन नहीं करना चाहिए ।
  3.  गर्भवती महिलये डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन ना करे ।
  4.  यदि आप को एलर्जी की समस्या हो तो इसका सेवन ना करे ।

 

यहां हमने आपको अमलतास(amaltas) के फायदे और नुकसान बताए हे अब कुछ और जानकारिया आपकी दैनिक दिनचर्या के लिए

Ruchi singh chauhan
मेरा नाम रूचि सिंह चौहान है ‌‌‌मुझे लिखना बहुत ज्यादा अच्छा लगता है । मैं लिखने के लिए बहुत पागल हूं ।और लिखती ही रहती हूं । क्योकि मुझे लिखने के अलावा कुछ भी अच्छा नहीं लगता है में बिना किसी बोरियत को महसूस करे लिखते रहती हूँ । मैं 10+ साल से लिखने की फिल्ड मे हूं ।‌‌‌आप मुझसे निम्न ई-मेल पर संपर्क कर सकते हैं। [email protected]
Posts created 449

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts

Begin typing your search term above and press enter to search. Press ESC to cancel.

Back To Top