Pregnancy in hindi(गर्भावस्था) के प्रमुख लक्षण क्या है

आज हम बात करेंगे गर्भावस्था(Pregnancy in hindi) के बारे में यानी गर्भवती महिला कि गर्भ में अवस्था तथा उसके साथ हो रहे बदलाव एवं अन्य जानकारियों के बारे में।  जैसे कि हम सब जानते हैं कि किसी भी विषय के बारे में लिखने से पहले हम उसकी प्रमुख जानकारी का पता लगाते हैं इसी प्रकार गर्भावस्था होने के मेन  सोर्सेस और कारण क्या क्या है। तो सबसे पहले हम बात करेंगे कि भ्रूण कैसे पैदा होता है। प्राणी के विकास की जो सबसे पहली अवस्था होती है उसे भ्रूण कहा जाता है। स्त्री में 3 महीनों के अंदर भ्रूण की जो अवस्था पैदा होती है उसे ही प्रेगनेंसी कहा जाता है। जैसे कि हम सब जानते हैं |

क्या आप गर्भवती हैं? क्या होते हैं गर्भवती होने के लक्षण? कैसे जाने गर्भवास्था है या नहीं? प्रेगनेंसी(Pregnancy) का पता लगना एक महिला के लिए बेहद खुशी की बात है यह जानने के बावजूद भी की प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला को उसके शरीर में हो रहे बदलावों को झेलना पड़ता है फिर भी वह इस खुशी से फूले नहीं समाती। दोस्तों आज हम बात करेंगे प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों यानी पहले महीने से लेकर 9 महीने तक आने वाले बदलावों तथा प्रेगनेंसी के दौरान कार्यों बीमारी से बचाव आदि के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जो कि हर गर्भवती महिला के लिए बहुत ही जरूरी है। पहली बार मां बनने वाली महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान काफी बातों से वंचित रह जाती हैं तथा उन्हें नहीं पता रहता की प्रेगनेंसी के दौरान उनमें क्या क्या शारीरिक बदलाव हो सकते हैं तथा किन किन बीमारियों में उन्हें गर्भधारण के बाद सावधान रहना होता है।

 शुरुआती महीने यानी पहले महीने का सबसे बड़ा बदलाव होता है मासिक धर्म का रुक जाना जो कि बेहद खुशी वाली बात होती है इस महीने गर्भवती(Pregnancy in hindi) महिला के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन बनना शुरू हो जाता है जिसके कारण पीरियड्स रुक जाते हैं। इसी को हम प्रेगनेंसी की शुरुआत भी कहते हैं।

तो आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही अन्य मुख्य बदलाव/लक्षण जो की प्रेगनेंसी के दौरान देखे जाते हैं:(So let’s know some other major changes / symptoms that are seen during pregnancy in hindi:)

  •  स्वास्थ्य स्थिति में महावारी अक्सर सही समय पर या फिर 1 से 2 दिन के ऊपर नीचे आती है परंतु यदि आपको महावारी 7 दिन तक ऊपर नहीं  होते हैं तो यह प्रेगनेंसी का सबसे पहला एवं मुख्य लक्षण माना जाता है। महावारी समय से ऊपर निकल जाने के बाद आप अपने घर पर ही अपनी प्रेगनेंसी की जांच कर सकते हैं। या फिर  डॉक्टर के पास जाकर भी चेक करवा सकते हैं।
  • दूसरा लक्षण सुबह के समय अक्सर उल्टी आना होता है। गर्भधारण के दौरान सबसे मुख्य लक्षणों में यह  सम्मिलित किया जाता है जिसमें उल्टी आना, जी मिचलाना आदि जैसे लक्षण होते हैं।
  •  बदलते हारमोंस के कारण अक्सर सर में दर्द भी होने लगता है एवं तनाव जैसी स्थिति हो जाती है वैसे तो अक्सर हमें सर दर्द हो जाता है परंतु प्रेगनेंसी के दौरान यह सर दर्द हार्मोन के बदलने के कारण होता है तथा यह चिड़चिड़ापन महसूस करवाता है।
  •  गर्भावस्था के दौरान  स्तनों में भारीपन होने लगता है साथ ही साथ निप्पल का रंग भी बदलने लगता है।  अर्थात स्तनों में भारीपन होना एवं निप्पल के निचले हिस्से में दर्द होना भी गर्भावस्था का एक लक्षण होता है।
  •  बहुत जल्दी जल्दी थकान होना एवं अक्सर सुबह के समय थकान होना गर्भावस्था का एक लक्षण है। गर्भावस्था के दौरान प्रोजेस्टोरोन  एक हार्मोन बनता है, जिसके कारण शरीर में जल्दी-जल्दी थकान होने लगती है।
  •  गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में आपको अत्यधिक यूरिन आता है, इसका मुख्य कारण होता है शरीर में अत्यधिक तरल मात्रा में पदार्थ उत्पन्न होना। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में तरल पदार्थ तेजी से बढ़ता है एवं धीरे-धीरे आपके  मूत्राशय पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण आपको बार बार यूरिन जाना पड़ता है।
  •  आपकी मुंह का स्वाद अपने आप बदलने लगता है एवं आपको कड़वापन महसूस होता है।
  •  सपने अधिक आने लगते हैं।
  •  कुछ महिलाओं में देखा जाता है कि उनके डार्क सर्कल बढ़ जाते हैं एवं त्वचा का रंग भी गहरा हो जाता है।  एवं कुछ महिलाओं को शरीर पर लाल चकत्ते एवं खुजली जैसे लक्षण भी होने लगते हैं।
  •  सबसे बड़ा एवं मुख्य लक्षण होता  है। hormone चेंज के कारण आपका मूड थोड़े थोड़े समय पर बदलता रहता है एवं चिड़चिड़ापन महसूस होता है।
  •  गर्भावस्था के दौरान पाचन की प्रक्रिया में भी काफी बदलाव हो जाता है एवं गैस व एसिडिटी जैसी समस्या भी उत्पन्न हो जाती है।
  •  गर्भावस्था के लक्षण में केवल मूड ही नहीं खाने पीने को लेकर भी काफी बदलाव देखे जाते हैं।
  •  अक्सर 10 से 18 दिनों तक शरीर का तापमान बढ़ा रहे तो समझ जाना चाहिए कि आप  प्रेग्नेंट है इसके लिए आप बुखार की दवा ना ले।

नीचे दिए गर्भावस्था चार्ट को पढ़िए ,जो आपको प्रेगनेंसी में हैल्थी बनाए रखने में मदद करेगा

गर्भावस्था आहार चार्ट सम्पूर्ण जानकारी

गर्भावस्था के थ्री ट्राइमेस्टर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

मुख्य एवं महत्वपूर्ण बातें(Main and important things for Pregnancy in hindi): 

 याद रखें जब भी आपको इनमें से किसी भी प्रकार का लक्षण महसूस हो तो अपने चिकित्सक से जाकर तुरंत संपर्क करें एवं महावारी  7 दिन ऊपर हो जाने के बाद खुद प्रेगनेंसी की प्रेगनेंसी किट से जांच करें यदि आपको स्पष्ट हो जाए कि आप प्रेग्नेंट है तो ज्यादा से ज्यादा लिक्विड यानी तरल पदार्थ का सेवन करें एवं अपने खान-पान का ध्यान रखें साथ ही साथ ज्यादा भागदौड़ वाले काम ना करें।

गर्भावस्था से जुडी कुछ और महत्वपूर्ण जानकारिया जो की एक गर्भवती स्त्री के लिए बहुत ही जरूरी है

Ruchi singh chauhan
मेरा नाम रूचि सिंह चौहान है ‌‌‌मुझे लिखना बहुत ज्यादा अच्छा लगता है । मैं लिखने के लिए बहुत पागल हूं ।और लिखती ही रहती हूं । क्योकि मुझे लिखने के अलावा कुछ भी अच्छा नहीं लगता है में बिना किसी बोरियत को महसूस करे लिखते रहती हूँ । मैं 10+ साल से लिखने की फिल्ड मे हूं ।‌‌‌आप मुझसे निम्न ई-मेल पर संपर्क कर सकते हैं। [email protected]
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