गुटखा ,पान खैनी ,तंबाकू और अन्य नशीली चीजों को बेचने वाले लोग भारत में हमको हर गली और नुक्कड़ पर मिल जाएंगे। साथ ही साथ हिंदी चीजों को सेवन करने वाले भी हमको और घर में मिल जाएंगे लेकिन वे यह नहीं जानते हैं कि बस थोड़े से मजे के लिए अपनी पूरी जिंदगी बर्बाद कर रहे है। आज हम आपको बताएंगे किस प्रकार भारत में मुंह का कैंसर(Oral cancer) दिनों दिन अपने रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी कर रहा है। अलावा हम आपको मुंह का कैंसर क्यों होता है और हम इससे अपने आप को किस प्रकार इलाज के द्वारा बचा सकते हैं यह भी बताएंगे तो चलिए जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी-
मुंह का कैंसर क्या होता है?(What is oral cancer?)
मुंह का कैंसर जिसको हम मौखिक कैंसर के नाम से भी जानते हैं। यह बहुत ही खराब कैंसर होता है क्योंकि इसमें रोगी की हालत इतनी खराब हो जाती है कि उसे हम देख तक नहीं पाते है। इसकी शुरुआत होंठ ,मसूड़ा ,जबड़ा, तालु , मसूड़े की सख्त और नरम परतो आदि के हिस्सों से मुंह के कैंसर की शुरूआत होती हैं। सही समय पर इलाज ना मिलने पर यह घाव को बढ़ता ही जाता है। आखिरी विकल्प सर्जरी का रह जाता है। जिसमें डॉक्टर रोग ग्रस्त स्थान को काटकर अलग कर देता हैं। जिससे यह बीमारी फैलने नहीं पाती हैं। सर्जरी द्वारा डॉक्टर मुंह के कैंसर से बचाव करते हैं। प्रारंभ में ही इसका इलाज कर मुंह के कैंसर से सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है।
मुंह के कैंसर के प्रकार(Types of oral cancer)
- होंठ
- मसूड़ा
- जबड़ा
- तालु
- मुंह के अगल-बगल के हिस्से
या मुंह के कैंसर का मुख्य प्रकार हैं।
स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा
स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा 90% सबसे ज्यादा पाए जाने वाला मुंह का कैंसर होता है। जो आमतौर पर गले और मुंह आंतरिक हिस्सों में होता है। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा से तात्पर्य कुछ स्क्वैमस कोशिकाएं का असामान्य तरीकों से उत्पन्न हो जाना।
वेरुक्सास कार्सिनोमा
स्क्वैमस कोशिकाओं से बना हुआ धीमी गति का कैंसर होता है।यह मुंह के ऊतकों के आस पास ही आक्रमण करते हैं।
लघु लार ग्रंथि कार्सिनोमा
या कैंसर छोटे लाल ग्रंथियों अपना शिकार बनाता है। जो गले और मुंह के हिस्सों में पाए जाते हैं।हमारी मुंह की लार ग्रंथियों को संपूर्ण रूप से नष्ट करके सड़ा देता है।
मुंह का कैंसर बहुत सारे कारणों से हो सकता है?(Oral cancer can be caused due to many reasons)
मुंह का कैंसर बहुत सारे कारणों से हो सकता है। हम आपको मुंह के कैंसर होने के कुछ कारण बताने जा रहे हैं। जिनको जान कर आप खुद का बचाव कर सकते हैं। चलिए जानते हैं। मुंह के कैंसर होने के क्या वजह है। जिनको जानकर हम अपने स्वास्थ्य का बचाव कर सकते हैं।
पुरुष
पुरुषों में मुंह के कैंसर होने की अधिक संभावना रहती है। क्योंकि शराब और तंबाकू का अधिकतर सेवन करने से मुंह के कैंसर होने की पूरी संभावना रहती हैं। भारत में छोटे बच्चे से लेकर व्यक्ति भी तंबाकू का सेवन बहुत ही ज्यादा मात्रा में पढ़ते हैं जिससे यह बहुत ज्यादा फैल रहा है।लगातार तंबाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। समय पर इसका इलाज न करने से व्यक्ति की जान भी जा सकती हैं। हमको तंबाकू शराब आदि नशे की चीजों से बचना चाहिए।
आयु
मुंह के कैंसर की अधिकतर समस्या 55 वर्ष के व्यक्तियों में ज्यादा पाई जा रही है। लेकिन यहां बीमारी कम और अधिक दोनों आयु के व्यक्तियों में पाई जा रही हैं।
पराबैगनी प्रकाश
जो व्यक्ति ज्यादा समय तक धूप में काम करते रहते हैं। प्रकाश के संपर्क में ज्यादातर रहने से उनको होठों का कैंसर होने की संभावना हो जाती है। पराबैंगनी किरणें हमारे नर्म होठों पर आक्रमण करती हैं और हमारे होंठो की ऊपरी परत को नुकसान पहुंचाती हैं।
खराब पोषण
मौखिक कैंसर का मुख्य कारण खराब पोषण भी है। हरी सब्जियों का उपयोग ना करना भी मौखिक का कारण समझा जाता है। क्योंकि सब्जियों में फाइबर के गुण मौजूद होते हैं।
तंबाकू
80% मुंह के कैंसर का कारण तंबाकू का सेवन करना है ।तंबाकू के सेवन करने से ही मौखिक कैंसर का विकास होता है ।लगातार तंबाकू खाने से मुंह के कैंसर होने की संभावना रहती है।
शराब
शराब एक नशीला पदार्थ है। शराब और तंबाकू दोनों का सेवन करना किसी जोखिम से कम नहीं होता।शराब पीने से मनुष्य अपने सोचने समझने की क्षमता खो देता है। जैसा कि आप सब जानते हैं । तंबाकू धूम्रपान शराब इन तीनों का मिश्रण करने से मौखिक कैंसर होने की संभावना 100%प्रतिशत बढ़ जाती है।
मुंह के कैंसर के लिए चिकित्सा उपचार( Medical Treatment For oral cancer )
सर्जरी
मुंह के कैंसर अलग-अलग प्रकार के होते हैं। उसी तरह इनको अलग-अलग प्रकार की सर्जरी द्वारा हटाया जाता है।
ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी
डॉक्टर ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी करते हैं। इन सर्जरी में कैंसर वाली और उनके आसपास की अन्य कोशिकाओं को भी काट कर हटा दिया जाता हैं। जिससे यह सुनिश्चित हो जाता है।कि कैंसर की सभी प्रकार की कोशिकाएं नष्ट हो चुकी है। जिससे कि आपको कैंसर होने की दोबारा कोई संभावना नजर ना आए।कैंसर के अनुसार उनकी छोटी बड़ी तरह से सर्जरी की जाती है।
गर्दन में कैंसर को हटाने के लिए सर्जरी
गर्दन में फैले हुए कैंसर को हटाने के लिए अगर सर्जरी की सलाह दी जाती है। तो आप जल्द से जल्द इस सर्जरी की शुरुआत करें क्योंकि अगर लिम्फ नोड्स में फैल चुका है।तो इसका खतरा बहुत बड़ा होता है ।आप कैंसर के आकार के हिसाब से लिंफ नोड्स और ऊतकों को हटाने के लिए सर्जरी की शुरुआत कर सकते हैं। डॉक्टर सर्जरी द्वारा लिम्फ नोड्स में मौजूद सभी कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देते हैं।
मुंह की सर्जरी
मुंह के कैंसर के द्वारा आपकी हुई उन सभी सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको मुंह की सर्जरी की सलाह देता है। जिससे आप अपना भोजन ठीक से कर सके। ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही सर्जरी की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
विकिरण थेरेपी
विकिरण थेरेपी बहुत ही महत्वपूर्ण थेरेपी होती है।कैंसर के प्रारंभिक चरण में विकिरण थेरेपी की आवश्यकता पड़ती है। इस थेरेपी द्वारा मुंह के दर्द को दूर किया जा सकता है। विकिरण थेरेपी का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह अनुसार सर्जरी के बाद किया जाता है।
कीमोथेरेपी
कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता हैं। कीमोथेरेपी को अन्य दवाओं के साथ कैंसर के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। कीमो थेरेपी विकिरण थेरेपी दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए दोनों को साथ में ही इस्तेमाल किया जाता है। जिससे इस बीमारी से बचाव कर सकें।
दवाई का इस्तेमाल
जिस तरह बीमार पड़ जाने पर दवाई का इस्तेमाल करते हैं। उसी तरह मुंह के कैंसर को भी दवाई के द्वारा ठीक किया जा सकता है। हमको लगातार दवाई का सेवन करते रहना चाहिए ।समय पर दवा लेना चाहिए।ताकि इस बीमारी से जल्द से जल्द हम को आराम मिल सके।
बायोप्सी सर्जरी
बायोप्सी सर्जरी के द्वारा मुंह के कैंसर का बचाव किया जाता हैं।इस थेरेपी से मुंह के कैंसर ठीक होने की ज्यादा संभावना पाई जाती है। कैंसरयुक्त टिशू को शरीर से अलग कर दिया जाता है। जिससे इस बीमारी के होने की संभावना खत्म हो जाती हैं।
रेडिएशन थेरेपी
डॉक्टर मुंह के कैंसर के लिए रेडिएशन थेरेपी की सलाह देते हैं।क्योंकि रेडिएशन थेरेपी के जरिए मुंह के कैंसर से बचाव किया जा सकता है। डॉक्टर रेडिएशन थेरेपी के जरिए मुंह के कैंसर का इलाज करते हैं।
मुंह के कैंसर के घरेलू उपाय (Home remedies for oral cancer)
- हल्दी और तुलसी मुंह के कैंसर को दूर करने का सबसे महत्वपूर्ण घरेलू इलाज है।
- आप हल्दी और तुलसी की कुछ पत्तियां ले और उनको पीसकर एक बारीक पाउडर बना लें।
- ग्लिसरीन मिलाकर इन दोनों चीजों को एक लेप में तब्दील कर दे।
- मुंह की मांसपेशियों में इस लेप का लगातार इस्तेमाल करें।
- यह लेप आपकी मांसपेशियों में जल्दी ही लचीलापन पैदा कर देते हैं।
- तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं। तुलसी एंटीबायोटिक का कार्य करती है।
- तुलसी और हल्दी देसी इलाज है। जिसका का उपचार आप लगातार करते रहे। धीरे-धीरे इसका असर दिखने लगेगा । मुंह के कैंसर से बचाव मिलेगा। हल्दी और तुलसी का इस्तेमाल आप लगातार करते रहे।
आपने देखा कि किस प्रकार भारत में आए दिन ना जाने कितने लोग कैंसर की वजह से अपनी जान गवा रहे हैं। किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करना चाहिए चाहे कितनी भी परेशानी का माहौल क्यों ना हो। इसके अलावा आप हमेशा ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करें और समय-समय पर अपने मुंह की सफाई करें। आप कि मुंह में ज्यादा समय तक छाले रहते हैं या फिर किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो जल्द से जल्द अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें क्योंकि यह भी मुंह के कैंसर का कारण बन सकता है धन्यवाद।
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