क्या है नीरी सिरप:What is Neeri syrup-Neeri syrup in hindi
नीरी सयरप(Neeri syrup in hindi) एकि आयुर्वेदिक दवा है, जो कि जडिबूटियों से बनती है। यह ऐसे तत्वों से बनती है जो कि गुर्दे के कयी विकार ठीक करता है।यह गुर्दे की पथरी ठीक करने से लेकर, पेशाब करने वाली नली में संक्रमण दूर करने जैसी दिक्कतों को दूर करने में कारगर रहता है।
इसका असर इतना प्रभावी रहा है, कि इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या काफ़ी बढ़ी हैं।
आइये, इसके फ़ायदे , सावधानियाँ, साइड-इफ़ेक्ट्स, कार्य करने के तरीक़ों और अन्य जानकारी की बात करते हैं:
नीरी सिरप की संरचना:Composition
- नीरी सिरप प्रकृति से ढूँढी गए इन निम्न तत्वों के इस्तेमाल से बनती है। यह किड्नी के लिए बनी एक आदर्श, बहु-इस्तेमाल में लाने वाली जड़ी बूटियों से निर्मित दवाई है, जो मूलतः गुर्दे की पथरी, प्रोटेस्ट से जुड़ी बीमारियों की गतिविधियों को ठीक करने के लिए तैय्यार की गयी एक दवा है।
- नीरी सिरप बहु-तंत्र के बेस पर , सहकरियात्मक क्रियाओं के ज़रिए, मूत्र प्रणाली की दिक्कतों को दूर करती है। यह पेशाब करते समय जलन के पीढन का भी सुधार करती है। गुर्दे से लेकर, पेशाब की नली में जलन तक की समस्याओं को ठीक करती है।
नीरी सिरप में यह प्राक्रतिक तत्व होते है :Neeri syrup contains these natural ingredients
- दाढ़रीद्र (Bergenia ligulata)
- पनेरनवा (Boerhavia diffusa L.) और पलाश (Butea monosperma)
- वरुण (Crataeva nurvala) और सहदेवी (Vernonia cinerea)
- Apamarga (Achyranthes aspera L) और गोखरू (Tribulus terrestis L)
- शिलजीत शुद्ध (Purified Black Bitumen) और लज्जलु (Mimosa pudica L.)
- यवकक्षर (Hordeum vulgare) और मूली(Raphanus sativus)
- शीतल चीनी (Piper cubeba) और सेंधा नमक (Sodii chloridum)
- इक्षु (Saccharum officinarum L.) और कुल्था
- मकोया (Solanum nigrum L) और छरिल्ला (Parmelia perlata)
- समुन्दर नमक और आक
नीरी सिरप की विशेषताएँ/ नीरी सीरप के फायदे :Benefits of neeri syrup-Neeri syrup use in hindi
इसकी निम्न मुख्य विशेषताएँ हैं:
- पेशाब या मूत्र-नली के संक्रमण के दुशप्रभाव से बचाव।
- यू टी आई और मोटर स्टोंज़ या गुर्दे की पथरी से बचाव।
- प्रास्टैटिक मुशलीयों को कम करना।
- अगर गुर्दे में ज़हरीले तत्व बाण रहे हैं, तो उनसे गुरदों की रक्षा।
- एक नेफ़्रो-प्रटेक्शन या इम्मूनो-नयूनाधिक का काम।
- यह करिसटल्लोईड असंतुलन को सम्भालता है और उनपर नियंत्रण रखता है।
- इसी प्रकार गुर्दे की पथरी को वापस जीवित होने का मौक़ा नहीं मिलता।
- यही कार्यवाही ये यू॰ टी॰ आई॰ के ख़िलाफ़ भी करता है। काफ़ी सामवेदनशील मरीज़ों में यह कारगर होता है।
- पेशाब ड्रिब्लिंग और प्रास्टेट बढ़ने के लक्षणों में भी यह दवा राहत प्रदान करता है।
- जब नीरी सिरप का सेवन हो रहा होता है, तब इलेक्ट्रॉलायट असंतुलन का कोई ख़तरा नहीं होता है।
- जैसा कि पहले भी यह बताया गया है कि यह नेफ़रोटोक्षिक विश से गुरदों को सुरक्षा प्रदान करता है।
- इसे लम्बे समय तक भी उपयोग में लाया जा सकता है। कोई डरने की बात नहीं होती है।
- यह मूत्र विसर्जन स्थल पर भड़कने वाले, विरोधी तत्वों से आराम प्तदान करता है।
नीरी सिरप में लगने वाली वाली निम्न सामग्री हैं –
- बर्गेनिया लिगुलाटा
- ब्यूटा मोनोस्पर्मा
- बोहेराविया डिफुसा
- करताएवा
- दरहरिद्र
- डोलीचस बिफ़्लोरस
- नर्वाला
- मोमोस पडिका
- मूलिशर
- लएचिम
- परमेलिया पेरलता
- Panchtrin मूल
- पाइपर कुबेबा
- शिलजीत
- सोलेनम निर्गम
- श्वत परपति
नीरी सिरप के उत्पादक कौन हैं:Who are the producers of Neeri syrup
नीराम सयरप के उत्पादक का नाम है ‘एमिल फ़रमा इंडिया’।
क़ीमत: २०० मिलिलिटेर की नीरी सिरप की बोतल की क़ीमत ११४ रुपए है।
नीरी सिरप काम कैसे करता है:How Neeri Syrup Works
इसको आमतौर पर आयुर्वेदिक डॉक्टर ही लेने के लिए निर्धारित करते हैं। यह मूत्र कैलकुली, मूत्र पथ की सफ़ाई जैसे विभिन्न बीमारियों इस्तेमाल की जाती है।
क्षरिया या ऐल्कलायन गुण मोटर कलकुली की अभिप्रेरण के लिए सुविधाजनक होता है। यह प्रास्ट्रेट की कठिनता को भी कम कर देता है।
यह ऐंटाई-ऑक्सिडंट होने के नाते भी शरीर की मदद करता है।
नीरी सिरप का खुराक:Dosage of Neeri syrup
सही खुराक की ठीक जानकारी आपके डॉक्टर हाई दे पाएँगे। उन्ही से सलाह लें। वो आपके शारीरिक स्थिति, उम्र, वज़न, ठीक समस्या जैसे कारकों के ऊपर भी नुर्भर करता है। और आपके डॉक्टर इन सब चीज़ों के सबसे अच्छे ज्ञाता हैं।
नीरी सिरप के दुष्प्रभाव:Sideeffect Of Neeri Syrup- -Neeri syrup in hindi
यह एक आयुर्वेदिक दवा है।इसका ज्ञात एक ही दुशप्रभाव है: हाइपरटेन्शन।
जब रोगी को इनमे से कोई समस्याओं हैं, तो वो सिरप का इस्तेमाल ना करें:
- जब आप गर्भवती हो।
- अतिसंवेदनशीलता के समय ।
- स्तनपान के समय- क्योंकि यह दवा दूध के द्वारा नवजात में भी जाएगी, जो कि अच्छी बात नहीं है।
- किसी ऑपरेशन के ठीक पहले या ठीक बाद में।
- शोफ या इडीमा ।
- जल प्रेक्षण।
- कलद्रयल लोशन से जुड़े प्रतिक्रिया।
नीरी सिरप से जुड़ी प्रतिक्रिया:Reaction involving neeri syrup- Neeri syrup in hindi
कुछ दवाएँ तब सही काम नहीं करती या उनका काम करना बंद हो सकता है, यदि आप उसी दमय कोई हर्बल दवा का सेवन करते हैं। यह प्रतिक्रियाएँ आपके लिए जोखिम का काम भी कर सकती हैं। वह सम्भावित प्रतिक्रियाएँ यह रहे:
- कैन्सर की दवाएँ।
- डिप्रेशन की दवाएँ।
- लोवस्ततिन
- क्लरिथ्रोमय्सिन
- सयकलोसपोरिन
- वॉर्फ़रिन
नीरी सिरप से जुड़ी सावधानियाँ:Precautions
- इसका इस्तेमाल पीकर या मौखिक रूप से ही करें।
- निर्धारित खुराक से अधिक ना लें।
- इसका इस्तेमाल गर्भावस्था में बिलकुल ना करें।
- स्तनपान के समय इसे ना लें।
- किसी सर्जरी से पहले इसे ना लें ।
- अगर आपकी हालत अब भी ख़राब है तो डॉक्टर को सूचित करें।
- यदि आपको ब्लड-प्रेशर की बीमारी है, तब भी डॉक्टर को सूचित करें।
- नीरी सयरप की चेतावनियों के अनुसार, आप जब भी सिरप लें, तो अपने ब्लड गलोकोज़ को मापते रहें।
नीरी सिरप को स्टोर करने के तरीक़े:Ways to store neeri syrup- Neeri syrup in hindi
इसे सीधे सूरज की रोशनी से दूर रखें और ठंडी जगह स्टोर करें।
नीरी सिरप के इस्तेमाल के कुछ आवश्यक सुझाव:Some essential tips
- वैसे यह बात हर रोगी पर अलग निर्धारित होती है, पर नीरी सिरप से सही सुधार लाने के लिए कम से कम दो हफ़्ते लेना ज़रूरी होता है। यदि आपकी समस्या ठीक ना हो, तो डॉक्टर से ज़रूर परामर्श लें।
- वैसे तो डॉक्टर ही आपको इस दवाई का निर्धारण देंगे, पर फिर भी आमतौर पर, नीरी सिरप का दिन में दो बार लेना चाहिए। पर यह बात रोगी डर रोगी बदल सकती है। अगर फ़र्क़ ना दिखे, तो डॉक्टर से बात करें।
- वैसे किसी भी दवा को लेने से पहले यह आम सवाल होता है की उसे खली पेट लें या भोजन के बात, तो यह रही वो सलाह- जितने भी नीरी सिरप के उपयोगकर्ता हैं, उनके मुताबिक़, यह दवा तभी काम करती है, जब इसे भोजन के बाद लिया जाए। पर फिर भी, हर रोगी की चिकित्सीय स्थिति अलग होती है, इसीलिए नीरी सिरप लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
- रोगियों को यह भी डर रहता की क्या यह दवा की आदत पड़ना या इसका लत बन जाना लाज़मी है। तो ज़्यादातर मामलों में इसकी लत नहीं लगती है।
- वैसे जिन दवाओं के लत लगने की आशंका होती है, उन्हें इस देश की सरकार या स्वास्थ्य विभाग ने नियंत्रित पदार्थों की अनुसूचित H या X में डाल दिया जाता है। पर फिर भी, इस सिरप को शुरू करने से पहले, आपको एक बार अपने डॉक्टर से बात करना सही रहेगा।
- एक और अच्छा और दिलचस्प शंका रोगियों के माँ में होती है की क्या नीरी सिरप को झट से रोकना सही होगा या इसका धीरे-धीरे बंद होना सही होगा।
- वैसे वो कोई भी दवाई हो, आयुर्वेदिक या अल्लोपथिक, वो हमारे शरीर के लिए नयी होती है। तो शरीर उसे लेने की पहले आदत डालता है। जब वह अपना काम कर देता है, तो उसे झट से रोकना इतना सही नहीं होगा। उसक झट से बंद करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। फिर भी, आप एक बार अपने चिकित्सक की सलाह ज़रूर लेना, और फिर ये निर्णय लें।
- एक बहोत बड़ा सवाल जो लोग पूछते हैं, वो यह होता है की क्या नीरी सिरप गर्भवती महिलाओं के लिए ठीक होगा। वैसे हम इसका जवाब इस लेख में दे चुके हैं की नहीं होगा। पर फिर भी आप एक बार अपने डॉक्टर से बात ज़रूर करें। वह आपको जड़ा अच्छे से समझ पाएँगे।
- एक और शंका लोगों के मन में होती है की क्या स्तन पान करवाती महिला ये ले सकती है। वैसे हम यह भी इस लेख में बता चुके हैं, की नहीं। पर हर मरीज़ की दशा अलग होती है। तो अच्छा होगा की आप अपने डॉक्टर से बात करें, इसका सही जवाब वही देख पाएँगे।
यहाँ दी गयी सूचना सिर्फ़ हमारे शोध और अध्यययन के उपयोग के लिए है।
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