मासिक धर्म क्या होता है?-What is menstruation?-Menstruation in Hindi
यह बिलकुल नाम के मुताबिक़, एक ऐसी चीज़ होती है जिसे हर महिला को, हर महीने, एक धर्म जैसे निभानी होती हाई है। ‘मासिक धर्म’(Menstruation in Hindi) के और भी नाम हैं- इसे माहवारी, रजोधर्म, एम्सी या फिर आजकल की ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली अंग्रेज़ी भाषा में ‘पिरीयड्ज़’ भी कहते हैं।
जब एक लड़की बड़ी होने लगती है, तो एक उम्र आती है, जिसे ‘प्यूबर्टी’ कहते हैं। इस उम्र में स्त्री के शरीर में बदलाव आने लगते हैं। वह लड़की से महिला बंने लगती है। इसमें उसका शरीर मासिक धर्म शुरू करता है। इस उम्र में उसका शरीर, जैविक रूप से, किसी नर के शुक्राणु स्वीकार कर सकता है। यह वैसे 8 से 17 वर्ष की उम्र में कभी भी हो सकता है। पर सामाजिक तौर पर उसे अट्ठारह की उम्र का होना पड़ता है। जब प्यूबर्टी होता है, तो स्त्री के शरीर में हॉर्मोन का स्त्राव शुरू होता है। इसी गर्भाशय से होने वाली प्रक्रिया को हम ‘मासिक धर्म’ के नाम से जानते हैं।
भारत की कयी संस्कृतियों में इस वर्ष ऐलान किया जाता है, की उनकी ‘बेटी बड़ी हो गयी है’, और एक छोटा सा समारोह भी रखा जाता है।
यह बिलकुल भी ज़रूरी नहीं होता की सबकी मासिक धर्म की शुरुआत एक ही निर्धारित साल होती है। यह महिला के शरीर पर और परिस्थितियों पर निर्भर करता है। मासिक धर्म महीने में एक बार तो होता है, पर इसकी कोई निश्चित तारीख़ नहीं होती। यह ५ से ७ दिन होता है, और इसमें क़रीब २८ से ३५ दिन का अंतर होता है। मासिक धर्म आने के पहले कयी बार लड़की में कुछ सामान्य लक्षण जैसे पेट दर्द, कमर दर्द और चिड़चिड़ापन दिखते हैं।
मासिक धर्म के समय कुछ महिलाओं की बिलकुल भूख नहीं लगती, वहीं को कुछ को कुछ ज़्यादा हाई भूख लगती है, और अधिक खाने लगती हैं। कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के समय पेट में सूजन हो जाता है और कुछ को इतना दर्द हो जाता है, की वह दर्द से बीमार पढ़ जाती हैं। वैसे कहने को यह एक बड़ी चीज़ जो हर महीने में होती है, पर यही वो सामान्य चीज़ होती है जो महिलाओं को सम्पूर्ण बनाती है।
मासिक धर्म को रोकने के तरीक़े:Ways to stop menstruation-Menstruation in Hindi
- जैसे की हमने इस लेख में पहले बात की की मासिक धर्म का होने एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, इसमें हम कुछ ज़्यादा कर नहीं सकते। पर जब कभी घर पर कोई भी समारोह या फ़ंक्शन हो, तो इस सोच को, इस विचारधारा को ज़रूर बदला जा सकता है। ये नियम है की जिस महिला का मासिक धर्म या माहवारी चल रही हो, वह किसी पूजा में भाग नहीं ले सकती। हिंदू धर्म इसकी इजाज़त नहीं देता, क्योंकि उस समय महिला के शरीर से कुछ ‘गंदा’ निकल रहा होता है।
- वैसे कुछ लोग पिरीयड्ज़ या मासिक धर्म रोकने के लिए कुछ विशिष्ट दवाइयों का सेवन करते हैं, पर आइए आज बात करते हैं, इसे कुछ समय रोकने के लिए इस्टमल किए गए घरेलू उपाय का।
- पर अब इसी बात पर बहस हो रही है की वो गंदा निकलना भी तो प्राकृतिक है, कुछ इंसानी नहीं। ख़ैर, उस महिला को अपने आप को घर से ५-७ दिन दूर रखना ज़रूरी होता है।
मासिक धर्म रोकने के घरेलू तरीक़े:Home remedies to stop menstruation
नींबू: Lemon-Menstruation in Hindi
जब भी कोई महिला बसिक धर्म को रोकना चाहती है, तो वो निम्बू का सेवन कर सकती है। निम्बू की तासीर ठंडी होती है, और निम्बू पाने पीने से शरीर ठंडा होता है। इसकी वजह से थोड़ी डर के लिए मासिक धर्म रुक जाता है।
सेब का सिरका: Apple vinegar-Menstruation in Hindi
कुछ लोगों को निम्बू से या तो ऐलर्जी होती है या उन्हें निम्बू का स्वाद बिलकुल नहीं पसंद होता। ऐसे में सेब के सिरके का इस्तेमाल करना भी लाभदायक होता है। सेब के सिरके को पानी में मिलाकर पीने से मासिक धर्म रुक जाता है। ये इसलिए होता है क्योंकि सेब में भी नींबू की तरह माहवारी को रोकने की क्षमता होती है। बस ध्यान इस बात का रखना होता है कि माहवारी होने के एक सप्ताह पहले से ही इसका दिन में दो बार सेवन करना होता है।
ठंडी चीज़ों का सेवन: Cold drink-Menstruation in Hindi
यदि आप माहवारी को रोकना चाहती हैं, तो इस बात का ध्यान देना होगा की आपको अपने शरीर को ऐसी चीज़ें ना खिलाएँ जिनकी तासीर गरम होती हैं। तो सरल सी बात है, की मासिक धर्म रोकने का सही उपाय- ठंडी चीज़ें खाइए।
जिलेटिन खाइए:Eat gelatin
जिलेटिन का कोई रंग या स्वाद नहीं होता है। पर इस पदार्थ को खाना या पीना मासिक धर्म के रक्त के बहाव को रोकने में बहुत असरदर होता है। इसको चीनी दवाइयों में भी किया जाता है। तो आप वहाँ से इसका सेवन कर सकते हैं। दिन में बस एक बार इसको पानी में मिलाकर पीजिए और असर आपको दिखेगा। जब तक आप माहवारी रोकना चाहती हैं, तब तक आप इसका सेवन कीजिए। इसका कोई दुशप्रभाव नहीं होता, और इसको खाना या पीना बिलकुल प्राकृतिक है।
अदरक का सेवन:Ginger intake
वैसे अदरक को शहद करने से मासकी धर्म तो रुक जाता है, पर यहाँ पर एक बात का ध्यान देना चाहिए- इस नुस्ख़े को वह महिला बिलकुल ना अपनाएँ जिनको कोई ख़ून की समस्या है, क्योंकि आदरद और शहद मिलाकर कूँ को पतला कर देते हैं, जो कि हानिकारक हो सकता है।
गरम पानी का एक ग्लास लें, उसमें अदरक को कूटकर डाल दें। फिर उस ग्लास में शहद मिलाय और ठंडा होने पर पियें। महिला को इसका दिन में दो बार सेवन करना पड़ेगा, और उसकी माहवारी नहीं होगी।
हरी सब्जी खाइए:Eat green vegetables
माहवारी रोकने के लिए बहुत आवश्यक है की आप नियमित रूप से हरी सब्ज़ियाँ खाएँ। जितना अच्छा और पौष्टिक आहार आप रोज़मर्रा की ज़िंदगी में खाएँगे, आप उतना ही मासिक धर्म को रोक पाने के विकल्प बढ़ा पाएँगे। हरी सब्ज़ियों में भी अगर आप हरी सेम खाएँगे तो वो ना सिर्फ़ मासिक धर्म को रोकेगा, बल्कि शरीर में कैल्सीयम की कमी को भी पूरा करेगा। इस समय होने वाले दर्द को भी वो कम करेगा।
नारियल तेल का सेवन:Coconut oil intake
सिर्फ़ मासिक धर्म हाई नहीं, बल्कि ऐसे भी, नारियल का सेवन शरीर के लिए लाभ दायक होता है। कयी लोग, उसके तेल में बना खाना काटे हैं। यह माहवारी रोकने का एक बहुत ही आसान और सुरक्षित तरीक़ा है। उसका सेवन करना फ़ायदेमंद होगा। पर यह बहुत स्वादिष्ट तो नहीं होता, पर यह एक प्राकृतिक तारीख़ है मासिक धर्म रोकने का। यदि आप इस तेल में बनी चीज़ें नहीं खा पा रहे तो, इसे सीधा गरम पानी में दो चम्मच मिलाकर पीजेए।
चने की दाल का सेवन:Intake of gram lentils
एक बहुत ही आसान सी पद्धति का पालन करके आप अपने मासिक धर्म को रोक सकते हैं। सबसे पहले आप चने की डाल को लें और उसे तेल में टाल लें। फिर उसे मिक्सी में पीस लें और उस डाल का सूप बनाकर पी लें। यहाँ भी, जितना हो सके तीखा या मसले वाली चीज़ों से परहेज़ करें, तो लाभ होगा। तीखा या मसालेदार खाना सदा प्रभाव को बढ़ाता है।