आज के समय में लोग अपने कामों में इतने व्यस्त हो गए हैं कि वह अपने शरीर व शरीर की बीमारियों का भी ध्यान नहीं रख पाते जिसके कारण उनकी निजी जिंदगी में भी होता है। और अपने परिवार को भी समय नहीं दे पाते, साथी साथ उनके शादीशुदा जिंदगी पर भी असर होता है।हम इन होने वाली थकान व कमजोरी से निजात पाने के लिए एक ऐसे ही उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं इससे आपको आपकी कमजोरी से उभरने में अत्यधिक लाभ मिलेगा इस आयुर्वेदिक औषधि का नाम है हिमालया गोक्षुरा ।
क्या है हिमालया गोक्षुरा?(Himalaya Gokshura):
हिमालय गोक्षुरा एक ऐसी बहु चर्चित एवं बहुत ही लाभकारी आयुर्वेदिक औषधियों से बनी टेबलेट है। जो कि पुरुषों को शारीरिक कमजोरी व यौन वर्धक के रूप में मजबूत बनाती है, इसी के साथ साथ यह पुरुषों में यौन शक्ति योन इच्छा व शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी लाभकारी है। इतना ही नहीं यह पथरी सांस लेने की तकलीफ हृदय रोग आदि में भी बहुत ही उत्तम दवा के रूप में कार्यरत है।
गोक्षुरा एक ऐसी औषधि है जो कि बहुत ही आसानी से कहीं भी मिल जाती है यह खासकर भारत के हरियाणा और राजस्थान में होती है |
यह मुख्यता दो प्रकार होते हैं। एक छोटा और एक बड़ा लेकिन दोनों में ही गुणों की समानता एक बराबर होती है। यह वर्षा के प्रारंभ में खेतों और जंगल के आसपास उग जाते हैं वह इनमे नीले रंग के फूल होते हैं यह सर्दी के मौसम में होते हैं।
हिमालया गोक्षुरा के कुछ मुख्य एक्शन:
- यह मूत्र अंगों को साफ करता है।
- यह रति शक्ति को बढ़ाता है।
- यह ज्यादा पेशाब लाता है।
- इसमें उपलब्ध शीतल द्रव्य प्यास, बेहोशी, पसीने को दूर रखता है।
- इसमें उपलब्ध बल्य द्रव्य होता है जो कि पथरी को खत्म करता है और ताकत देता है।
हिमालय गोक्षुरा के लाभ (Himalaya Gokshra Benefits):
पथरी की बीमारी :-
हिमालय गोक्षुरा उन लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है जिनको पथरी की बीमारी होती है गोक्षुरा के फलों का चूर्ण बनाकर सुबह शाम शहद के साथ लेना चाहिए इससे पथरी के टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं और पथरी निकलने में आसानी होती है।
पेशाब संबंधी रोगों :-
इसका बहुत बड़ा उपयोग पेशाब संबंधी रोगों के लिए भी किया जाता है। जिन लोगों को पेशाब का बार बार आना वह रुक रुक कर आना जैसी बीमारी होती है, यह उनके लिए बहुत ही अत्यधिक लाभदायक होता है। गोक्षुरा 10 ग्राम 250 ग्राम दूध 250 ग्राम पानी मिलाकर इसे उबाल लीजिए, उसके बाद जब यह आधा रह जाए तो छानकर इसे रोज पीने से मूत्र से जुड़ी बहुत सी बीमारियों से निजात मिलता है। यह इस हद तक आपको इस बीमारी से बचाती है कि आपकी ऑपरेशन होने तक की नौबत टल जाती है।
योन शक्ति :-
गोक्षुरा, सतावर, नागबला, khireti, असंगध इन औषधियों को आपस में बराबर मात्रा में मिलाकर इसे कूटकर छान लीजिए। और रोज छोटा चम्मच दूध के साथ कुछ दिनों तक लीजिए इससे आप की योन शक्ति बढ़ाने में आपको बहुत सहायता मिलेगी।
नपुसंकता और गर्भपात :-
गया के बीज का चूर्ण और तिल के बीज का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर शहद के साथ अगर आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपकी नपुसंकता और बार-बार होने वाले गर्भपात से भी निजात मिलेगा।
पेशाब में जलन :-
यदि आपके पेशाब में जलन होती है, तो गोक्षुरा को 1 घंटे पानी में भिगोकर उसे अच्छी तरह छान लेने के बाद दिन में दो से 4 बार तक इसका सेवन करें। इससे आपकी पेशाब की जलन दूर हो जाएगी।
मांसपेशियों के निर्माण :-
गोक्षुरा का सेवन करने से आपके शरीर में पोषक तत्व व खनिजों की कमी नहीं होती यह मांसपेशियों के निर्माण में बहुत ही सहायक होता है।
पेनिल टिशु :-
गोक्षुरा पेनिल टिशु को भी अत्यधिक मजबूत बनाता है।
पीसीओडी के इलाज :-
यह महिलाओं के लिए पीसीओडी के इलाज में भी अत्यधिक लाभकारी होता है। यह महिलाओं को समय से महीना आने में उनकी सहायता करता है।
पेट के नीचे के भाग में सूजन :-
यदि आपके शरीर में पेट के नीचे के भाग में सूजन जैसी बीमारी देखी जाती है तो यह आप की सूजन को भी नष्ट कर देता है और इसका रोजाना सेवन करने से आपके शरीर को स्वस्थ बनाता है साथ ही साथ ताकत प्रदान करता है।
हमने हिमालय गोक्षुरा के बहुत से लाभ जाने ,तो आइए अब बात करते हैं कि हिमालया गोक्षुरा के क्या-क्या साइड इफेक्ट होते हैं:
गोक्षरा के नुकसान (Side Effect):
कोई भी दवा हो चाहे वह आयुर्वेदिक हो चाहे वह अंग्रेजी दवाई हो इसका बहुत अत्यधिक सेवन करने से गैस जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जिससे पैटर्न और पेट में दर्द जैसी संकटों से जूझना पड़ सकता है।
वैसे तो यह एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसका बहुत जल्दी से साइड इफेक्ट नहीं होता परंतु फिर भी गोक्षुरा का उपयोग करने से या इसका ज्यादा उपयोग करने से जी मिचलाना उल्टी हो सकती है।
ऐसा देखा गया है, कि हिमालय गोक्षुरा की ज्यादा खुराक लेने से कुछ लोगों ने कब्ज पैदा हो जाती है जिसके लिए हमें चिकित्सक से संपर्क करके ही खुराक लेनी चाहिए।
हिमालय गोक्षुरा कुछ महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान उन्हें बहुत अत्यधिक रिसाव होने का कारण भी हो सकता है।
वह लोग जो कि ब्लड शुगर से पीड़ित है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कम कर देता है।
दो परिस्थितियां जैसे कि गर्भपात व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसका सेवन करने के लिए पहले आपको अपने चिकित्सक से सलाह करनी चाहिए।
हिमालय गोक्षुरा एक आयुर्वेदिक औषधि है परंतु जब यह औषधि लिथियम के साथ इंटरैक्ट करती है तो शरीर में मौजूदा लिथियम की मात्रा को कम कर सकती है इसके अलावा एंटीबायोटिक दवाइयों के साथ भी इंटरैक्ट कर सकती है जोकि आपके शरीर में होने वाले रक्तचाप को कम कर देती है।
हिमालया गोक्षुरा के उपयोग के बहुत ही अत्यधिक महत्वपूर्ण सावधानियां एवं बचाव:
हमेशा ध्यान रखें गाड़ी चलाने से पहले हिमालय गोक्षुरा का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके कारण नींद आती है वह मितली जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
हिमालय गोक्षुरा का सेवन हमेशा चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए जबकि बहुत से लोगों में इसे शराब पीने वाले लोगों को सेवन करने के लिए नहीं बोला जाता।
हिमालय गोक्षुरा किसी प्रकार की भी नशे की लत जैसी नहीं है यदि आप इसके आदि होने लगते हैं तो आप अपने स्वास्थ्य चिकित्सक से संपर्क करके इसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
यदि आप इसका बहुत अत्यधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं तो यह बेहोशी जैसी स्थिति पैदा कर सकता है।
बहुत अत्यधिक सेवन करने पर आपको अनेकों प्रकार की बीमारियां भी इसके साथ-साथ लग सकती है जैसे कि पेट दर्द और भी बहुत से गंभीर दुष्प्रभाव इत्यादि।
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