गर्भावस्था में बहुत से चरणों को पार करते हुए आने वाली इस खुशी का स्वागत माता-पिता करते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। परंतु जब उसकी डिलीवरी का समय आता है, तो यह समस्या एवं कठिनाई वह भूल जाती है। केवल उस खुशी को महसूस करती हैं। जो उसे इन 9 महीनों के बाद मिलती है। पहले हमने जानकारी दी थी गर्भावस्था के पहले महीने के बारे में | दूसरे महीने के बारे में और तीसरे महीने के बारे में अब अगर हम बात करें चौथे महीने के बारे में तो चौथा महीना( Fourth month pregnancy in hindi ) शुरू होता है तो प्रेग्नेंट लेडी को काफी हद तक राहत मिलती है। इस महीने अधिकतर महिलाओं को जी मल्चाना उल्टी होना इन सब से राहत मिलती हैं। इस महीने की शुरूआत को दूसरी तिमाही के नाम से भी जाना जाता है इसमें हम 13वे हफ्ते से लेकर 16वे हफ्ते तक की बात करेंगे(Fourth month pregnancy in hindi) और आपको कुछ अन्य जानकारियां देंगे।
गर्भ के चौथे महीने में महसूस होने वाले लक्षण(Symptoms felt in fourth month pregnancy in hindi)
- 4 महीने आपको भूख बढ़ सकती है क्योंकि इस महीने जी मिचलाना उल्टी आदि जैसी प्रक्रियाएं बंद हो जाती हैं इसी के कारण आप अपने आप को एनर्जेटिक महसूस कर सकती हैं।
- चौथा महीना शुरू होते ही आपको बेबी बंप नजर आने लग जाएगा। इस महीने के दौरान आपकी नाक में भी सूजन हो सकती है जिसके कारण आपकी नाक बंद भी हो सकती है और नाक से खून भी आ सकता है तो इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है आप अपनी गायनो के पास जाकर इसकी दवा प्राप्त कर सकते हैं।
- चौथे महीने के दौरान ही कई गर्भवती महिलाओं को बवासीर की शिकायत भी हो सकती है इसमें आप डॉक्टर द्वारा बताई गई क्रीम का प्रयोग कर सकती हैं।
बच्चे का विकास(Child development fourth month pregnancy in hindi)
- अगर हम बच्चे की विकास की बात करें तो जैसे जैसे गर्भावस्था में महीने बढ़ते जाएंगे वैसे वैसे आप अपने अंदर हलचल महसूस करने लगेंगी।
- गर्भावस्था के चौथे महीने मैं जैसे बच्चे का विकास मां के पेट के अंदर होने लगता है, वैसे ही गर्भवती महिला का पेट बाहर दिखने लगता है।
- अगर हम बच्चों के विकास की बात करें तो मां के पेट के अंदर बच्चे का विकास चौथे महीने के अंदर बच्चे की लंबाई 6 इंच हो जाती है। और उसका आकार एक संतरे की तरह हो जाता है।
- इस महीने बच्चे के कान भी बनने लगते हैं जिससे वह सुन भी सकता है। चौथा महीना बच्चे के विकास के लिए काफी अच्छा महीना होता है। इसमें बच्चे का विकास काफी तेजी से होता है तो 14 महीने गर्भवती महिला को अपने खानपान का काफी अधिक मात्रा में ध्यान रखना चाहिए।
गर्भवती महिला को चौथे महीने में होने वाले शारीरिक बदलाव(Pregnant woman physical changes in fourth month)
- चौथे महीने के दौरान महिला को पैरों, कमर एवं जांघों में दर्द महसूस होने लगता है। और यह दर्द अगले पांच महीनों तक बना रहता है।
- जैसे-जैसे प्रेगनेंसी में महीने बढ़ने लगते हैं वैसे वैसे ही स्तनों का आकार बढ़ने लगता है एवं स्तनों में भारीपन महसूस होने लगता है।
- जैसे-जैसे गर्भाशय का आकार बढ़ने लगता है महिलाओं को हार्मोन चेंज के कारण पाचन क्रिया में परेशानी होने लगती है। और अक्सर महिला को कब्ज की परेशानी हो जाती है।
- शिशु के बढ़ते आकार के कारण मूत्राशय एवं मूत्र मार्ग पर दबाव पड़ने लगता है। इस दौरान मूत्र मार्ग से रिसाव होना एक आम बात है।
- कुछ महिलाओं को हाथ पैरों में झुनझुनी सी महसूस होने लगती है परंतु यह है, डिलीवरी के बाद बिल्कुल ठीक हो जाती है।
- रक्त की वृद्धि होने के कारण टांगों के नसे मोटी हो जाती है। यह समस्या भी प्रसव के बाद ठीक हो जाती है।
- शरीर में हार्मोनल चेंजेज से योनि स्राव बढ़ जाता है जिससे शिशु को पोषित करने में आसानी होती है।
इस समय इन चीज़ों से करे बचाव (Avoid these things at time of fourth month pregnancy in hindi )
जैसे-जैसे गर्भावस्था का समय बढ़ता जाता है महिला को अपने शारीरिक एवं मानसिक रूप से अत्यधिक ध्यान रखना चाहिए क्योंकि इसका प्रभात सीधे शिशु पर पड़ता है।
- यदि हम फिटनेस की बात करें तो शुरुआती 3 महीनों में अपनी बॉडी को फिट रखने के लिए जिस तरीके के व्यायाम बताए गए हैं।
- पूर्ण आहार का सेवन करें जिसमें विटामिन की संख्या सबसे ज्यादा होनी चाहिए। यदि आपको किसी प्रकार से महसूस हो रहा है कि विटामिन आपके शरीर में पूर्ण मात्रा में नहीं जा पा रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करके विटामिन को पूरा करने की दवा प्राप्त करें।
- पूरी तरह नींद ले कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद पूरे दिन में अवश्य लेनी चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान आप अकेले काम नहीं कर रहे आपके साथ एक और जीवन काम कर रहा है जिससे थकावट हो जाती है।
- उसी तरह इस महीने भी वैसे ही व्यायाम करें। यदि हम चेकअप की बात करें तो प्रेग्नेंट लेडी के शुरू से लेकर नौवें महीने तक रेगुलर रूटीन चेकअप ठीक शुरुआती 3 महीनों की तरह ही चलते रहते हैं। जोकि बहुत जरूरी भी है ताकि अगर प्रेग्नेंट लेडी मैं कोई दिक्कत नजर आती भी है तो उसे डॉक्टर द्वारा ठीक किया जा सके। जिससे कि आगे आने वाले महीनों में किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो।
- अगर हम बात करें सेक्स की तो चौथे महीने में आप सेक्स आराम से कर सकते हैं। परंतु यह आपको बिल्कुल ध्यान पूर्वक करना होगा। जिससे कि महिला के पेट पर बिल्कुल भी दबाव ना पड़े।
- निश्चित समय पर फ्लू एवं टिटनेस का टीका लगवाएं ताकि किसी प्रकार का संक्रमण रोग ना फैले।
- किसी प्रकार की दांतों की बीमारी ना होने दें यदि आपको मसूड़ों में खून जैसा महसूस होता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।
चौथे महीने के दौरान परहेज(Avoiding during the fourth month)
- बहुत अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए इससे शिशु के हृदय की गतिविधि बढ़ सकती है।
- बहुत ज्यादा गर्म अवस्था से बचें। क्योंकि गर्माहट आपके लिए वातावरण के अनुकूल नहीं है।
- मांसाहारी भोजन का सेवन ना करें क्योंकि यह बीमारी और कीटाणुओं के कारक होते हैं।
- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए इससे शिशु विकलांग हो सकता है।
चौथे महीने की डाइट(Fourth month’s diet)
यदि हम बात करें इस महीने में गर्भवती महिला को क्या क्या खाना चाहिए और क्या नहीं तो इसकी चर्चा हम कुछ इस तरह करेंगे।चौथे महीने गर्भवती महिलाओं को फाइबर युक्त भोजन, आयरन युक्त भोजन, मीट, ताजे फल, आदि का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। तथा कुछ अन्य खाद्य पदार्थ जैसे कि सॉफ्ट चीज, बाहर का खाना, मैदा, इन सब के सेवन से बचना चाहिए।
कुछ और मह्त्वपूर्ण जानकारियाँ प्रेग्नन्सी के बारे में
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- Pregnancy diet chart(गर्भावस्था आहार चार्ट) के बारे में पूरी जानकारी
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- Pregnancy First month(गर्भावस्था का पहला महीना)-सम्पूर्ण जानकारी
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