फ़ैट-बर्निंग फ़ूड क्या होते हैं:What are fat burning foods-Fat Burning Food in Hindi
- आजकल के माहौल आप सब के खाने में फ़ैट या वसा की मात्रा बढ़ती जा रही है। इसी कारण आपके शरीर में चर्बी काफ़ी दिखने भी लगी है। आप ज़रूर इसको नियंत्रण में लाने की लाखों कोशिशें करते भी हैं, पर अंत में आपको निराशा ही मिली है।
- अगर देख जाए तो यह बहोत आसान है। आपको बस अपने हर समय के खाने से थोड़ा वसा युक्त पदार्थ काम करने हैं, और आपकी दिक्कतें काम हो जाएँगी।
- ऐसा करने से आपको मेटबालिक रटे में इज़ाफ़ा करने में फ़ायदा भी होगा, और वज़न कम भी होगा। अधिकतर जो फ़ैट बर्निंग पूरक आते हैं, वो हमारे शरीर को कुछ और हानियाँ देकर जाते हैं। इस लेख में आज हम आपको ऐसे फूड या खाद्य सामग्रियों के बारे में बताएँगे जो की वसा या फ़ैट-बर्निंग में आपकी मदद करे।
फ़ैट बर्निंग फ़ूड्स के फ़ायदे और उपयोग:Benefits and Uses of Fat Burning Foods
आइए हम कुछ ऐसे फ़ूड्स आपको बताते हैं जो कि वसा की मात्रा को कम करते हैं:-Fat Burning Food in Hindi
कॉफ़ी:
- वैसे कॉफ़ी को हर जगह विश्वभर पसंद किया जाता है। इसमें कैफ़ीन होता है और जब भी इसे पिया जाए, यह आप के मूड को अच्छा करता है। यह आपके मानसिक और शारीरिक प्रदर्शन को अच्छा हाई करता है।
- एक शोध यह बताता है की यदि आप वर्काउट से पहले कैफ़ीन लें, तो आप ज़्यादा देर तक फ़ैट बर्न कर पाते हैं, और उसके बाद, आप काफ़ी देर तक ताज़ा भी रहते हैं।
अंडे:
वैसे हम ये शायद जानते ही हैं की अंडे में बहुत पोषक तत्व होते हैं। आप प्रतिदिन दो अंडे खा सकते हैं। ये आपके हृदय को सुरक्षा प्रदान करते हैं और कयी बीमारियों से भी आपको बचते हैं। पर क्या आप जानते थे कि ये आपका वज़न भी घटते हैं? अंडों के भीतर एक उच्च-स्तरीय प्रोटीन होता है। इससे आपका मटैबलिज़म बढ़ जाता है, खाने के कुछ समय बाद ही ।-Fat Burning Food in Hindi
कोकोनट ऑल या नारियल का तेल:
कोकोनट ऑल में भी काफ़ी सारी स्वास्थ्य की सुविधाएँ होती है। इसे अगर आप अपने रोज़ के खाने में या डाइयट में ऐड करें तो आप इससे HDL कोलेस्ट्रोल पाएँगे जो कि आपके शरीर के लिए काफ़ी लाभदायक होता है। नारियल के तेल को रोज़ाना खाने में उपयोग करने से ट्राइग्लिसराइड भी कम हो जाता है। इसे खाने से आपका भर अपने आप काम हो जाएगा।
फ़ैटी-फ़िश:
मच्छ्ली खाने में काफ़ी स्वादिष्ट तो है ही, पर हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होती है। ऑली या तेल वाले फ़िश में ओमेगा-३ होता है, और इससे हमें दिल का दौरा से बचाव होता है। ओमेगा-३ वसा या फ़ैट को बर्न करने में सहायता करता है।
ग्रीन टी:
इसका सेवन भी हमारी सेहत के लिए बहुत फडेमंद होता है। ग्रीन टी पीने से आप अपने आप को बहुत सारी बीमारियों से बचा सकते हैं। इसमें सबसे बड़ी मदद होती है कि ये फ़ैट बर्न करने में काफ़ी सहायता करता है। अगर आप प्रतिदिन दो से तीन कप ग्रीन टी पिएँगे तो आप आपके स्वास्थ्य को बहुत लाभ होगा।
व्हे प्रोटीन:
व्हे प्रोटीन एक बहुत ही अच्छा प्रोटीन उत्पाद है। ये हमारी मांसपेशियों को बढ़ने में मदद करता है। पर सबसे अच्छी बात है की ये वज़न घटाते समय भी आपके मसल का बचाव करता है।
ऑलिव ऑल:
ऑलिव ऑल बहुत ही बढ़िया फ़ैट होते हुए भी आपका वज़न नहीं बढ़ाता है। इसमें ट्राइग्लिसराइड काम करने की क्षमता होती है। यह HDL कोलेस्ट्रोल को भी बढ़ाता है। और सबसे आसान चीज़ की आप इसे आसानी से अपनी डाइयट में जोड़ सकते हैं। आप इसे रोज़ खाना पकाने में कर सकते हैं।
ऐपल साइडर विनेगर:
ऐपल साइडर विनेगर में काफ़ी सारी स्वास्थ्य सुविधाएँ होती हैं। ऐपल साइडर विनेगर आपकी भूख या अपेटिटे को काम करता है। इससे आप सिर्फ़ खाने के टाइम पर हाई खाना खाते हैं, उससे पहले नहीं। इसके अलावा, यह आपका ब्लड-शुगर स्तर और इंसुलिन का स्तर दोनो को नियंत्रित करने में काम करता है। इसी वजह से, जिनको मधुमेह है, उनके लिए तो यह बहुत लाभदायक है। आपको इसे अपने डाइयट में ज़रूर जोड़ना चाहिए। आप शुरुआत रोज़ाना एक चम्मच से कर सकते हैं, और फिर कुछ समय बाद, आप एक से दो चम्मच आप इसे पानी में घोल कर पी सकते हैं।
चिली पेप्पर्स
चिल्ली पेपर्ज़ या काली मिर्च आपके खाने को गरमी देता है, और वही आपके शरीर में भी जाता है। काली मिर्च में एक और गुण होता है की यह बहुत हाई शक्तिशाली ऐंटाई-ऑक्सिडंट होते हैं। यह सूजन को कम या ग़ायब हाई कर देते हैं। इसको अपने खाने में शामिल करने के बाद आपकी भूख भी नियंत्रित रहेगी। एक और मज़ेदार चीज़ की ये आपको ओवर-हीटिंग से भी बचता है।
फ़ैट-बर्निंग सप्लेमेंट्स के दुष्प्रभाव :Side effects of fat-burning supplements-Fat Burning Food in Hindi
- अब काफ़ी लोग ऐसे सप्लेमेंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे फ़ैट या वसा की मात्रा को बर्न किया जाता है।
- आजकल फ़ैट कम करने के लिए ज़्यादातर युवा फ़ैट-बर्निंग सप्लेमेंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे सब इसपर हाई निर्भर हैं। उनको यह बात समझनी चाहिए की सप्लेमेंट्स पर इतना निर्भर होना सही नहीं होगा।
- हाल ही में, वैज्ञानिकों के किए गए एक अध्ययन से ये पता चला है कि फ़ैट-बर्निंग सप्लेमेंट्स बहुत अच्छे नहीं है। उस अध्ययन में बताया गया कि किसी को भी सत्तर प्रतिशत पोषण ठोस माल्स से ही होना चाहिए।
- यदि बहुत ज़रूरी हो, तभी बाक़ी के तीस प्रतिशत सप्लेमेंट्स में ऐड करना चाहिए।
CLA जैसे सप्लेमेंट्स से वज़न कम होता है या नहीं:CLA Supplements Lose Weight or not
CLA (कॉंजुगेटेड लिनोलिक ऐसिड) क्या है:what is Conjugated Linoleic Acid
- जैविक रूप से 1980 में CLA की खोज हुई थी। पर फ़ैट या वसा की मात्रा काम करने का इसका इस्तेमाल, काफ़ी समय बाद शुरू हुआ।
- काफ़ी पेशेवर होते हैं, जो कि फ़ैट बर्निंग सप्लमेंट लेने का सुझाव देते हैं। यह एक ट्रेंडी और फ़ैशनबल सप्लमेंट ही है, और ज़्यादा कुछ नहीं।
- CLA पर काफ़ी अध्ययन किए गए और उनमें से कुछ में ये आया है की वो फ़ैट बर्न करने में सहायता करता है।
- पर इससे पहले की आप कोई राई बना लें, हम आपको बता दें कि यह जानना ज़रूरी है की US की नैशनल लाइब्रेरी और कुछ संगठों द्वारा किए गए अध्ययन में ये बात आयी है की CLA फ़ैट बर्निंग में बहुत कारगर नहीं होता है।
- 2012 में किए गए एक और शोध में यह बात आयी, जिसके रिव्यू में यह बात कही गयी की CLA हर हफ़्ते 0.1 प्रतिशत किलोग्राम वसा को ग़लता है या बर्न करता है।
वैसे ये सिर्फ़ शुरुआती कुछ महीनों में ही होता है।
- इससे फ़ैट लॉस होने की पुष्टि तो हुई है, पर बहुत ही कम मायनों में। बल्कि इस दौरान, क़ब्ज़ और दस्त अलग लग जाती है।