दिव्या कायाकल्प वटी क्या है?:-What is Divya Kayakalp Vati ?
- दिव्या कायाकल्प वटी, स्वामी रामदेव के दिव्य फ़ार्मसी पतांजलि में निर्मित एक आयुर्वेदिक दवा hai। शरीर में काफ़ी बीमारियों का कारण ख़ून की अशुद्धि होती है, और यह दवा ख़ून को साफ़ करती है।
- दिव्य कायाकल्प वटी के घटक वो जड़ी बूटियाँ हैं, जो सैकड़ों सालों से त्वचा रोग के इलाज में इस्तेमाल होती हैं।
- यह एक आयुर्वेदिक दवा है, जो त्वचा रोगों के उपचार में उपयोग की जाती है। पर साथ ही, यह चर्म रोग के इलाज में भी कार्यरत होता है। इस औषधि का मुख्य काम है ख़ून की सफ़ाई और सही रक्तचाप का नियंत्रण करना।
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दिव्य कायाकल्प वटी की सामग्री (Ingredients):
पतांजलि दिव्य की सामग्री:Divya Kayakalp Vati in hindi
- पनवड़ (कासिया तोरा)
- दारु हल्दी (बर्बरीसरिस्टाटा)
- करंज (कैसालपिनिआबोंडुसेला)
- हल्दी (करुमुमा लोंगा)
- नीम (अजाडिराचेंडेटिका)
- मंजिश्ता (रुबेरिया कॉर्डिफ़ोलिया) (संताल एल्बम)
- अमला (Emblica officinalis)
- गिलोय (टीनोस्पोराकोर्डिफ़ोलिया)
- कुटकी (पिकुरशिज़ाकुरो)
- बकुची (Psoraleacoryllifelia)
- बहेडा (टर्मिनलिया बेलीरिका)
- खैर (बबूल केटरू)
- खैर (बबूल) (टर्मिनलिया चेबुला)
- चोटीकटाली (सोलनम ज़ेंथोकार्पम)
- इंद्रायणमूल (सिट्रूलस कोलोसिन्थिस)
- देवद्रु (सेड्रस देवड़ा)
- उशव (स्मिलैक्स अलंकृत)
- रीठा (सपिंडस मुकोरोसी)
- कट्टा (अचारिया (अकीसिया) सक्रिय तत्व।
यह दवा रक्त को साफ़ करती है। इसका उपयोग कील, मुँहासे, एक्जिमा (खुजली) , चेहरे की झुर्रियों, सफ़ेद दाग़, सोआरसीस, पुराने दाग़-धब्बों को हटाने में इस्तेमाल होता हैं।
आइए जानते हैं कि किस समस्या के लिए कैसी मात्रा में इसका इस्तेमाल करें।
- दिव्य कायाकल्प वटी को, दिन में दो बार-सुबह ख़ाली पेट और शाम को भोजन खाने से पहले लें। बड़ों को दो गोली और छोटे बच्चों को एक गोली लेनी चाहिए।
- इस गोले के लेने के एक घंटे पहले, और एक घंटा बाद, दूध का सेवन ना करें। यदि आपको स्वास्थ्य को लेकर आपकी समस्या नहीं जाती, तो कृपया कर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
दिव्य कायाकल्प वटी के फ़ायदे:Benefits of Divya Kayakalp Vati
यदि आप दिव्य कायाकल्प वटी को प्रतिदिन इस्तेमाल करेंगे, तो आपके चेहरे के कील, मुँहासे और दाग़-धब्बे तो जाएँगे ही, पर वो आपके शरीर के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद भी होगा। दिव्य कायाकल्प वटी के इस्तेमाल से निम्नलिखित समस्याओं, स्थितियों और इलाज के लिए किया जाता है –
- त्वचा रोग
- खुजली
- उम्र बढ़ना
- कैन्सर
- त्वचा के घाव
- सूजन
- गुर्दे के रोग
- गठिया
- घाव भरना
- भूलने की बीमारी
- मधुमेह
- पीलिया
- गले में खराश
- आँखो के संक्रमण
- पेचिश
- खांसी
- दमा
- प्रदर या लेकोररिया
- बुखार
- जोड़ों का दर्द
- घाव
- सरदर्द
- जलन का अहसास
- अरुचि
- अत्यंत प्यास लगना
- बवासीर
- मलेरीया
- जिगर के विकार
- भूख बढ़ाये
- तनाव
- ऐंठन
आजकल बाज़ार में कई तरीक़े के क्रीम उपलब्ध हैं, जो त्वचा को पता नहीं क्या-क्या फ़ायदे देने के वादे करते हैं। इस हाल में किसी भी क्रीम पर विश्वास करना मुश्किल हो गया है। मगर दिव्य कायाकल्प वटी एक ऐसी चीज़ हाई, जो अपने वादों पर खरा उतरती है। वैसे सिर्फ़ एक महीने के बाद ही इसके नतीजे दिखते हैं, और बहुत कम ही लोग होते हैं जो इसे छोड़ पाते हैं।
जैसा इसका नाम, उसी हिसाब से इसका काम भी दिव्य तरीक़े से शरीर के काया को और सुंदर कर देता है।
- यह उत्पाद चेहरे के काले धब्बे तो हटाता है ही, पर चेहरे को स्वाभाविक तरीक़े से साफ़ भी रखता है।
- या वटी बहुत उद्देश्यों वाले काम करता है और त्वचा के आंतरिक परतों के लिए कयी लाभ भी देता है।
- यह उन वाटियों में हैं जो त्वचा के अंदर के परतों में फ़ैल जाता है और उसे लाभ प्रदान करता है। उसकी जड़ों में बैठी समस्या को सुधारता है।
- यह वटी धूप की अल्ट्रवाययलेट किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है।
- यह वटी त्वचा पर॰बाँटे चकत्तों से सदा मुक्त करता है।
- काफ़ी लोग इसको इस्तेमाल करने के रेकमेंडेशन देते हैं, जो जवानी में त्वचा के निशान और मुँहासे ग़ायब करने की बात करते हैं।
उपचारात्मक उपयोग कैसे करें(Patanjali Divya kayakalp vati benefits in hindi)
- इसको डॉक्टर के निर्धारित तरीक़े से अगर इस्तेमाल किया जाए, तो यह काफ़ी कारगर होता है। यह त्वचा के नीचे बहते ख़ून को शुद्ध कर देता है।
- – सिर्फ़ चेहरा ही नहीं, बल्कि ऐसी एड़ियाँ जो फट चुकीं और जिन पर क्रैक है, उन को भी दिव्य कायाकल्प वटी ठीक करने में सहायता करता है।
- यह दवाई हाथों और पैरों के ऊपर उपलब्ध त्वचा को ठीक करने का सबसे विशेष उपाय होता है दिव्य कायाकल्प वटी।
- ऊँची एड़ी पर जो मृत दिशा आरही है, यह दवा उसको हटा देता है और संक्रमण से उस त्वचा को आगे के लिए बचता है।
- हम यह बात इस लेख में आपको बता चुके हैं कि यह वटी मुँहासों का उपचार करता है। यह असल में हॉर्मोन असंतुलन की वजह से होते हैं।
- और भी हॉर्मोन असंतुलन जो की गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के समय होता है, उस समय भी इस वृति का चिकित्सक के दिशा-निर्देशों के अनुसार, उपयोग किया जा सकता है।
- कोई भी मिडल-एज्ड यानी की मध्यम आयु वर्ग की महिला, इस वटी का इस्तेमाल कर सकती है। इससे वो अपने मेनोनॉजिकल प्रभावों को सही करने की कोशिश कर सकती है।
- यह वटी शल्य चिकित्सा और भारी दवाइयों का अच्छा विकल्प है और इसमें ऐसा कुछ भी दर्दनाक नहीं होता है।
इस उत्पाद के बनाने के पीछे का विचार:
- यह वटी उन सभी लोगों के लिये विशेषकर बनाया जाता है, जो त्वचा सम्बंधी रोगों या दिक्कातों को सह रहे हैं, और कोई दवा या समाधान की खोज में हैं। यह वटी एक आयुर्वेदिक दवा होती है, जिसके न्यूनतम दुष्प्रभाव होते हैं।
- यह एक मात्रा दवा है है, जो कि त्वचा दिक्कातों से स्थायी राहत देती है। इसकी सबसे अच्छी बात है कि आयुर्वेद इसे किसी भी दर्दनाक शल्य चिकित्सा के बग़ैर त्वचा को सही करता है।
आहार की सिफारिशें:
- एक चीज़ जिसका आप सब को ख़याल रखना चाहिए वह यह, की त्वचा वैसी हाई दिखती है, जैसा आप खाना खाते हैं। ये उस पर बहुत निर्भर करता है। तो आप जो कुछ भी खाए, वह सेहत मंद और तर-ताज़ा होना चाहिए। तो इसको इस्तेमाल करते समय आप ऐसा ही भोजन करें जोकि आपके त्वचा की सेहत के लिए भी अच्छा हो। जो भी खाना खाएँ, उसे पकाया जाना चाहिए, सिर्फ़ चार घंटों के लिए बाहर रखा नहीं होना चाहिए।
- त्वचा के बेहतर सेहत के लिए बहुत सारा पानी पिएँ, जो कि शरीर, त्वचा के लिए विशैली चीज़ों को पसीने के रूप में ‘फ़्लश’ कर सके।
- त्वचा को कैफ़िन और चाई से बचना छाइए और तेल वाले खाद्य पदार्थों से भी दूर रहना चाहिए। त्वचा को बनाए रखने के लिए फ़ाइबर युक्त फल और डेरी सामग्री का सेवन करें।
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दिव्य कायाकल्प वटी के दुष्प्रभाव (Divya Kayakalp Vati Side Effects in Hindi)
दिव्य कायाकल्प के काफ़ी साइड-इफ़ेक्ट तो होते हैं ही, पर ये बिलकुल ज़रूरी नहीं कि आपको ये सारे दिखें ही। तो बात यह है, कि होने को तो बहुत सारे दुष्प्रभाव हो सकते हैं, पर होते चुनिंदा ही हैं।
यदि आपको नीचे दिए गए किसी भी साइड-इफ़ेक्ट में से कोई भी होता है, या आपको किसी की भनक भी हो जाती है, तो आप तुरंत ही नज़दीकी चिकित्सक को सूचित करें:
- मतली
- पेट ख़राब
- थकान
- पेट में जलन
- त्वचा के चकत्ते यानी स्किन पर रशेस
- क़ब्ज़
- खुजली
- गैस्ट्रिक दिक्कतें
यदि आपको कोई नया दुष्प्रभाव का पता चलता है, जो कि दी गयी सूची में नहीं है, तो तुरंत ही अपने नज़दीकी चिकित्सक को या मेडिकल वटोरे को सम्पर्क करें।
दिव्य कायाकल्प वटी की सावधानियां (Divya Kayakalp Vati Precautions in Hindi)
- अपने चिकित्सक को इस दवा के इस्तेमाल करने से पहले अपनी पुरानी दवाइयाँ, अपनी ऐलर्जी और अपने सप्लेमेंट्स की सूचना ज़रूर दें। इनके अलावा उन्हें यह भी बताएँ की आपको पहले से कौन-कौनसी बीमारियाँ हैं।
- जैसे कि हम हर बार आपको बोलते हैं, आप दवाई को लेना तभी शुरू करें जब आपके चिकित्सक इसको लेने के दिशा-निर्देश देते हैं। आप पैकेट पर प्रिंट नियमों का पालन ज़रूर करें। यदि आपके तबियत की हालत ठीक होने के बजाय और ख़राब हो रही है, तो आप समझ जाइए की कुछ गड़बड़ है। इस गड़बड़ के बारे में अपने चिकित्सक को ज़रूर सूचित करें। हमने कुछ पोईंट नीचे दिए हैं, जिनका आप पालन ज़रूर करें:
- गर्भवती महिलाएँ इसका इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
- स्तनपान कराने वाली महिलाए भी इसका इस्तेमाल न करें।
- इस दवा में, शरीर में ख़ून का बहाव भी हो सकता है।
- शल्यचिकित्सा या सर्जरी से पहले बचे
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विजय जी आपको तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए
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आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह ले।
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कृपया आप अपने डॉक्टर से संपर्क करे। वह आपका सम्पूर्ण चेकउप करके उसके अनुसार आपको दवा देंगे।