डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट की जानकारी:
- डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट (Deflazacort tablet in hindi) को एक ‘कॉर्टिकोस्टेरॉयड’माना जाता है। यह ‘स्टेरॉड’ श्रेणी में रखा गया एक ड्रग, या दवा होती है। इस दवा का इस्तेमाल ऐलर्जी, साँस की काफ़ी तकलीफ़ों इत्यादि के इलाज के रूप में होता है।
- यह भी माना जाता है की डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट के, प्रेडनिसोलोन (Prednisolone) से कम साइड इफ़ेक्ट होते हैं, और इसी वजह से इसे काफ़ी चिकित्सक रोगियों को निर्धारित करते हैं।
डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट का उपयोग:
- इस दवा का इस्तेमाल, डुचेन्ने मस्कुलर डिस्ट्रॉफी के इलाज में किया जाता है। यह बीमारी, एक उन्नति करने वाली बीमारी है, जिसमें शरीर के मसल्ज़ या मांसपेशियाँ काम करना बंद कर देती हैं।
- इसका इस्तेमाल सूजन और ऑटो-इम्यून रोगों के उपचार में भी किया जाता है। ऑटो-इम्यून रोग वैसे रोग होते हैं, जिसमें शरीर अपने आप को बचाने वाले तत्वों पर ही, हमला कर देता है।
- यह दवा कई और दिक्कातों का इलाज करता है। उन समस्याओं में ऐलर्जी, त्वचा की सूजन और रूमटिज़म जैसी हालत भी होते हैं।
- इस दवा का उपयोग कुछ तरीक़े के कैन्सर के इलाज में भी होता है।
- इस दवा का सबसे सक्रिय तत्व ‘ डेफ्लैजाकोर्ट’ होता है, पर यह कुछ ख़ास काम करता है। यह डेफ्लैजाकोर्ट पर काम करता है, और उस पदार्थ की रिहाई को रोकता है, जो सूजन का अहम कारण बनती है।
- अगर किसी इंसान को कोई बड़ी ऐलर्जी है या उसने हाल ही में उसने कोई टीका लगवाया है, तो उसे इसको नहीं लेना चाहिए।
- यह टैब्लेट दो और प्रकार के लोगों को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उन दोनो प्रकार के व्यक्तियों में हैं, पहले गर्भवती महिलाएँ, और दूसरे स्तनपातन करवाती महिलाएँ।
- इस गोली का उपयोग करना शूर करने से पहले, किसी भी व्यक्ति को कुछ चीज़ों के बारे में अपने चिकित्सक को सूचित करना चाहिए। उन कुछ चीज़ों में हैं: पहले से चले आरही कोई बीमारी या ऐलर्जी और उसका चिकित्सीय इतिहास (medical history)
- इन सब के अलावा, अगर कोई काफ़ी अनुभूति को महसूस करते हैं, तो उन्हें इस भी, इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- इसको काफ़ी डाक्टर्ज़ जैसे की डर्मटॉलॉजिस्ट (त्वचा के चिकित्सक), गैसट्रो-इंटेस्टिनल चिकित्सकों को तो इस दवा को प्रिस्क्राइब करते देखा था ही, पर आजकल, ओरथोपाएडिकीयन (हड्डियों के डॉक्टर) और आम फ़िज़िशन भी इस दवा को काफ़ी रोगियों को लेने की सलाह देने लगे हैं।
- इस दवा के कुछ साइड-इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं जैसे काफ़ी ज़्यादा पेशाब करना, भार या वज़न बढ़ना, बड़ी जल्दी मूड बदलना इत्यादि। पर एक बात तो है कि इनमे भी कोई लक्षण, बहुत लम्बे वक़्त तक नहीं देखा जाएगा। पर अगर आपको कोई भी दुशप्रभाव लम्बे समय तक रहता है, तो झट से अपने चिकित्सक को सूचित करें।
डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट बाज़ार में कैसे मिलता है:
यह टैब्लेट, बाज़ार में आपको निम्नलिखित स्ट्रेंठ में मिल जाएगी:
- 1 मिलीग्राम
- 6 मिलीग्राम
- 18 मिलीग्राम
- 30 मिलीग्राम
- 36 मिलीग्राम
- जैसा कि आप सब जानते ही होंगे की, डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट ही इसका जेनेरिक नाम है। इसी नाम से यह आपको मिल जाएगी। पर कुछ अलग-अलग ब्राण्ड भी हैं जो इसे बेचते हैं।
आपको बाज़ार में यह निम्नलिखित लोकप्रिय नामों से मिलेगा। पर वैसे हर क्षेत्र और चिकित्सक के हिसाब से ‘लोकप्रिय’ नाम बदल सकते हैं:
- डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट (Defzakort Tablet)
- सेरिकोर्ट टैब्लेट (Sericort Tablet)
- एंजोकोर्ट टैब्लेट (Enzocort Tablet)
- डेफ़जा टैब्लेट (Defza Tablet)
- डेफकोर्ट टैब्लेट (Defcort Tablet)
डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट के फ़ायदे:
इस दवा को निम्नलिखित समस्याओं का निजात माना जाता है:
- जब किड्नी में ऐंटाई-इन्फ़्लमेशन होता है यानी कि अगर किसी व्यक्ति को किड्नी में सूजन हो जाए
- पेशाब करने में दिक्कत हो या पेशाब के साथ ख़ून निकल रहा हो।
- उल्टी
- इन्फ़्लैमटोरी बाउल डिज़ीज़- एक बीमारी, जिसमें हमारे मुँह से लेकर एनस तक, अगर कहीं भी सोजन अजय तो यह दवा उसे ठीक करती है।अगर इसे सही टाइम पर ठीक नहीं किया, तो यह कैन्सर का रूप ले सकती है।
- पेट दर्द
- इम्मूनो-सप्रेसंट- शरीर की इम्यूनिटी को कमज़ोर करना भी ज़रूरी होता है। जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया, कि यह दवा हमारे शरीर की इम्यूनिटी को कमज़ोर करने में काम आती है। यह तब होता है, जब हमारे शरीर में किसी भी अंग का ट्रैन्स्प्लैंट चल रहा होता है, तो हमारा शरीर उसे रोकने के लिए लड़ने लगता है। उस ‘लड़ाई’ को रोकना ज़रूरी होता है। तभी हम इस दवा का इस्तेमाल करते हैं।
- इम्मूनो-थरोमबो-साइटों-पेनिक पर्पूरा: यह एक बीमारी है जिसमें हमारी त्वचा में कोई भी ऐसी दिक्कत हो जिससे अहीबोगरीब दाग़ दिखने लगते हैं। यह तब होता है जब हमारे रक्त में प्लेटलेट की संख्या कम हो जाती है। उस समय भी डॉक्टर आपको यह दवा लेने की सलाह देता है।
- त्वचा की कुछ और समस्याएँ जिसमें, आप यह दवा लेते हैं, वह होते हैं:
- त्वचा पर सूजन
- फफोले
- त्वचा लाल हो जाना
- चेहरे पर सूजन हो जाना
- तीव्र संवेदना हो जाना
- अस्थमा
- सांस संबंधी समस्या में
- गठिया या अर्थरिटिस- यह रूमटॉड प्रकार के अर्थरिटिस का इलाज होता है।
- यह दवाई डकेन मस्क्युलर डिस्ट्रोफ़ी का भी इलाज होती है। यह बीमारी पाँच साल तक के बच्चों में होती है। इसमें शरीर के सारी मांसपेशियाँ कमज़ोर हो जाती हैं, और ज़्यादा समय तक इसका इलाज ना करने पर, यह इंसान को अपंग भी बना सकती है। आमतौर पर इस बीमारी से लड़ने के लिए, यह दवा, डॉक्टर की पहली पसंद होती है।
- स्क्लरोसिस (Sclerosis)
- स्किन एलर्जी
- कैन्सर
- दमा
- ऐलर्जी के कारण होने वाली एक तीव्र बीमारी (Anaphylaxis)
- चर्म रोग
- आखों की बीमारी
- सर्वप्रतिरक्षा बीमारी (Universal Defence)
डेफ़्लेजाकोर्ट टैबलेट के दुष्प्रभाव:
इस दवा को लेते ही, निम्नलिखित दुष्प्रभाव होते ही हैं:
- जैसा कि सभी स्टेरॉड्ज़ के दुष्प्रभाव होते हैं, इस दवा में भी रोगी का जो चेहरा है, वो ‘पफ़ी’ या फूला हुआ हो जाता है।
- रोगी का वज़न बढ़ जाता है। उसकी पाचन क्रिया जल्दी बढ़ जाना, और उसे अधिक भूख लगना शुरू हो जाता है।
- URT संक्रमण हो जाता है।
- व्यक्ति को खाँसी हो जाना शुरू हो जाता है।
- दिन के समय, पेशाब का आना बढ़ जाता है।
- एक दुष्प्रभाव जिसे अतिरोमता या hirsuitism कहते हैं, वो भी होता है, जिसमें महिलाओं के चेहरे पर, पुरुषों के समान बाल आना शुरू हो जाता है।
- चेहरे पर दाग
- मिचली
- उलटी
- मेटाबोलिक विकार
- न्यूट्रिशन की समस्या
- हाई ब्लड प्रेशर
- इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ना
- मुँहासे
- उदास मन
- वर्टिगो
- मांसपेशियों के विकार
- असामान्य व्यवहार
- मोतियाबिंद
- ग्लूकोस का स्तर बढ़ना
- सिर दर्द
- डिप्रेस्ड मूड (Depressed Mood)
- मत्तलि
- एक्ने (Acne)
- रक्त में ग्लूकोज स्तर में वृद्धि
- पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcer)
- मनोरोग संबंधी गड़बड़ी (Psychiatric Disturbances)
इन सब के अलावा आपको यदि कोई भी नया साइड-इफ़ेक्ट हो, तो इस दवाई को लेना बंद करें और अपने चिकित्सक को तुरंत ही सम्पर्क करें।
नोट: यदि आप ज़्यादा जानकारी चाहते हैं, तो अपने चिकित्सक या मेडिकल स्टोर से अवश्य सम्पर्क करें।