कोरोना वाईरस(Coronavirus) से अब तक चीन में 41 लोगो की मृत्यु हो चुकी है पर ऐसा क्या है इस वायरस मे जो चीन जैसे विकाशशील देश में मौत का पैगाम ले कर आया है और चीन अपने नागरिको को नही बचा पा रहा कोरोना वायरस एक पूरे का समूह है कोरोना वायरस सात तरह के होते है और इसके ज्यादा प्रकार होने कारण इसका जल्द से जल्द इलाज हो पाना इसे मुश्किल बनाता है क्युं ये आम बुखार , लूज़ मोशन, सुखी खासी की तरह शुरू होती है और विकराल रूप धरती है इसी कारण इसे पकड पाना ना मुमकिन सा हो जाता है और सबसे ज्यादा दुखद बात यह है की इस वायरस का अब तक कोई वैक्सीन चीन या कोई दूसरा देश नही बना पाया है पर इस वायरस से होती मौतों को देखकर चार देश इसके वैक्सीन बनाने में लगे हुए चीन, अमरीका, नेदरलैंड, और ब्रिटेन ।
यह वायरस मुख्य रूप से जानवरो से फैलता है कोरोना एक RNA है जो शरीर में टूट जाता है और खुद को फिर जीवित कर लेता है जो इसे घातक बनाता है पहले सिर्फ 6 तरह के कोरोना वायरस थे पर अब इसने अपने परिवार में सातवा सदस्य भी शामिल किया हुआ है एक अनुमान के मुताबिक कोरोना वायरस 10 देशो में 800 से ज्यादा लोगो को अपना शिकार बना चुका है और इससे लगातार मौते हो रही है दुनिया भर में इसके 100 से ज्यादा मामले दर्ज किये गए है ये मवेशीयो , मुर्गी , सूअर ,और इन्सानो को अपना निशाना बना रहा है और बडी तेजी से फैल रहा है।
ये एक तरह का इन्फेक्शन है जो सम्पर्क से फैलता है जैसे चुंबन,स्पर्श क्युंकि ये सीधे फेफडो को अपना निशाना बनाता है इसलिए खांसने पर थूक निकलने से भी ये हो सकता है इसके अलावा या लार से भी हो सकता है
इसके लक्षण सामने आने में बहुत समय लगता है इसके लक्षण दो हफ्तो में दिखने शुरू होते है कोरोना वायरस के मरीजो में आम तौर पर सांस लेने में दिक्कत, बुखार , जुखाम, जैसी बीमारिया होती है इसके बाद ये लक्षण किडनी फैलियर ,निमोनिया जैसी बिमारियो का रूप लेती है और अंत में संक्रमित व्यक्ति मर जाता है अभी तक कोरोना वायरस का इलाज संभव नही हो पाया है और बहुत से देशो के वैज्ञानिक इसके समाधान और इलाज हेतु प्रयत्नशील है ।
भारत में इसे लेकर तैयारी (Preparations for this in India)
क्युं ये बिमारी चीन के वुआन शहर में पाई गई थी इसलिए भारत में विदेश दौरे पर गए नागरिको पर नज़र रखी जा रही है विदेशी दौरे पर जाने से पहले नागरिको को अपना हेल्थ चेक करानी होगी जिससे तय हो सके की विदेशी दौरे पर गया शख्स किसी वायरस से संक्रामीत नही है और यही प्रक्रिया वहाँ से आने के बाद भी दोहराई जा रही है और एम्स जैसे अस्पतालों में इसका इलाज करने का इन्तेजाम भी सरकार कर रही है |
कोरोना विश्व का तीसरा सबसे खतरनाक वायरस है