डेंगू बुखार क्या है?(What is Dengue fever in hindi)
इस बुखार से हम सभी बहुत भली भाँति परिचित हैं, इसे एक और नाम से भी जाना जाता है ‘हड्डी तोड़ बुखार’ , इसे इस नाम से इसलिये जाना जाता है क्योंकि इससे पीड़ित लोगों के शरीर में इस प्रकार का दर्द होता है मानो उनकी हड्डी टूट गयी हो।डेंगू बुखार भी एक प्रकार का संक्रमक रोग होता है, जिसका कारण डेंगू वायरस होता है। डेंगू बुखार(Dengue fever in hindi:हड्डी तोड़ बुखार?कारण,लक्षण,प्राथमिक इलाज,बचाव) का इलाज समय पर होना नितांत आवश्यक है। डेंगू वायरस केवल मच्छरों के द्वारा ही फैलता है।
डेंगू के कारण(Due to dengue fever) :-
डेंगू बुखार ज्यादातर बरसात के दिनों में या बरसात के बाद होता है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस समय बारिश के कारण पानी कुछ जगह पर इकट्ठा हो जाता है और उनमें मच्छर अंडे देते हैं तो उनमें से डेंगू मच्छर पैदा होते हैं तथा इन मच्छरों पर सफेद व काले रंग की पट्टी होती है, जिस कारण से इन्हें टाइगर मच्छर अर्थात चीता मच्छर भी कहते हैं। यह मच्छर ज्यादातर दिन के समय काटते हैं तथा यह संक्रामक रोग एक वायरस से होता है जो कि एडीज एजिप्टी नाम की मादा मच्छर के काटने से फैलता है।
डेंगू के लक्षण(Symptoms of dengue fever) :-
डेंगू में बुखार 2 से 7 दिन तक चलता है इसके कुछ लक्षण निम्न है-
- अचानक से तेज बुखार होना,
- मांस पेशी एवं जोड़ों में दर्द होना,
- भूख का ना लगना अथवा खाना खाने पर स्वाद का अनुभव ना होना,
- सिर में आगे की तरफ अर्थात माथे में तेज दर्द होना,
- आंख के पीछे दर्द होना तथा आंख को हिलाने पर दर्द होना,
- चक्कर आना,
- जी घबराना,
- उल्टी आना,
- शरीर पर खून के चकत्ते पड़ना,
- सफेद रक्त कणिकाओं का कम होना इत्यादि।
डेंगू के बुखार का प्राथमिक इलाज(Primary treatment of dengue ) :-
वैसे तो डेंगू के बुखार में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए किंतु प्रारंभिक बुखार में आप यह प्रारंभिक उपचार कर सकते हैं-
- मरीज को आराम करना चाहिए,
- किसी भी प्रकार की दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए,
- मरीज को O.R.S. का घोल देना चाहिए,
- भूख लगने पर पर्याप्त मात्रा में भोजन देना चाहिए,
- विटामिन-सी जैसे आंवला, नींबू अधिक मात्रा में लें जिससे शरीर की का सुरक्षा चक्र मजबूत होगा,
- तुलसी की पत्ती को उबालकर शहद के साथ पीने से इम्यूनीटी सिस्टम बेहतर होगा।
डेंगू बुखार से बचाव(Dengue prevention) :-
डेंगू के कुछ बचाव निम्न हैं, अगर इनका पालन किया जाये तो डेंगू जैसे भयानक रोग से बचा जा सकता है-
- ऐसे स्थानों से पानी बाहर निकाले जहां पर पानी काफी दिनों से इकट्ठा हों अथवा ठहरा हुआ है,
- कूलर इत्यादि के पानी हफ्ते में एक बार अवश्य बदले,
- पूरी पूरी बाँह तक की शर्ट तथा फुल पैंट पहने जिससे शरीर पूरी तरह ढका रहे,
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें,
- मच्छर भगाने वाली दवाई या वस्तु का प्रयोग करें,
- कीटनाशक दवा घर के अंदर छिड़कवायें,
- मिट्टी का तेल नालियों में इकट्ठा हुए पानी पर डाले,
- लक्षण दिखने के पश्चात रोगी का उपचार तुरंत शुरू करना चाहिए।