सोनिया गांधी का जीवन परिचय (Sonia Gandhi Biography)
सोनिया गांधी(Sonia Gandhi Biography in Hindi) इस समय भारत की सबसे पुरानी राजनैतिक पार्टी की एक मुख्य सदस्य हैं प्रधानमंत्री के खानदान की बहू सोनिया गांधी मूलरूप से इटली की रहनी वाली हैं। वर्तमान में सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष हैं इनसे पहले इनके पुत्र राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और 10 अगस्त 2019 को सोनिया गांधी अध्यक्ष बनी हैं। सबसे पहले 1998 में सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थी। सोनिया गांधी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी हैं जब 1991 में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई तो इन्हें राजनीति की मुख्य धारा में शामिल होने को कहा गया पर इन्होंने इसके लिए साफ मना कर दिया। उन पर लगातार इसके लिए दवाब बनाया गया पर सोनिया गांधी अपने निर्णय पर डटी रही।
काफी वर्षों बाद सोनिया गांधी 1997-1998 में कांग्रेस से जुड़ने के लिए राजी हो गई, उनके कांग्रेस से जुड़ने के साथ ही उन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया। 2004 के लोकसभा चुनावों में वो कांग्रेस और उसके गठबंधन दलों की अध्यक्ष बनी रही, सितंबर 2010 में उन्होंने कांग्रेस के 125 वर्षों के इतिहास में सबसे लंबे तक अध्यक्ष बने रहने का रिकॉर्ड कायम किया। सोनिया गांधी देश के आजाद होने के बाद कांग्रेस पार्टी की पहलीं विदेशी सदस्य भी बनी।
सोनिया गांधी के बारें में जानकारी (Information About Sonia Gandhi)
- पूरा नाम- अंटोनियो एडवीज अल्बीना मैनो
- जन्म तिथि- 9 दिसंबर 1946
- जन्म स्थल- इटली के वेनेटो के लूसियाना में
- नागरिकता- पहले इटली की वर्तमान में भारत की
- धर्म- रोमन कैथोलिक
- पिता का नाम- स्तेफेनो मैनो
- पति का नाम- राजीव गांधी
- बच्चों का नाम- राहुल गांधी (बेटा), प्रियंका गांधी (बेटी)
- राजनीतिक दल- कांग्रेस
- वर्तमान निवास- 10 जनपथ नई दिल्ली
सोनिया गांधी का परिवार (Family of Sonia Gandhi Biography in Hindi)
जैसा कि सब जानते है कि सोनिया गांधी इटली की निवासी है उनका जन्म इटली में लूसियाना के वेनेटो में विसेन्ज से 30 किमी दूर एक काफी छोटे से गांव में हुआ था, उनके परिवार में उन्हें मैनो के नाम से बुलाया जाता था। इसके बाद वो इटली के ओर्बस्सानो में चली गई, उसके बाद एक अन्य शहर ट्यूरिन चली गई जहां वो एक कैथोलिक स्कूल से जुड़ गई, उनके पिता ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एडोल्फ हिटलर के साथ मिलकर पूर्वी छोर पर सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध किया। 1983 में सोनिया गांधी के पिता का निधन हो गया था वर्तमान में इटली में ही सोनिया गांधी की मां और सोनिया की दोनो बहने रहती हैं।
सोनिया गांधी की शिक्षा और उस समय का जीवन (Education of Sonia Gandhi & Life)
1964 में सोनिया गांधी ने अंग्रेजी भाषा का अध्यन करने के लिए कैम्ब्रिज के बेल एजुकेशन ट्रस्ट के भाषा स्कूल में दाखिला लिया, अगले वर्ष 1965 में उनकी मुलाकात राजीव गांधी से एक ग्रीक रेस्तरां में हुई। राजीव गांधी यहां एक ग्रीक रेस्तरां में सोनिया से मिले, राजीव कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे। जब सोनिया 1965 में स्मॉल लैंग्वेज कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी तो वो उसी यूनिवर्सिटी के रेस्तरां में बतौर वेटर के रूप में काम भी करती थी, उसी दौरान उनकी मुलाकात इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे एक हिंदुस्तानी छात्र से हुई थी, ये छात्र राजीव गांधी ही थे। इन दोनों ने 1968 में हिन्दू धर्म के अनुसार शादी की और बाद में वो भारत आ गई और इंदिरा गांधी के साथ ही रहने लगे।
शादी के बाद सोनिया गांधी के दो बच्चें हुए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, राहुल गांधी का जन्म 1970 में हुआ था जबकि प्रियंका गांधी का जन्म 1972 में हुआ था। सोनिया गांधी और उनके पति राजीव गांधी दोनों ही सक्रिय राजनीति से दूर रहते थे, उन दिनों राजीव गांधी एक एयरलाइन कंपनी में बतौर पायलट कार्य कर रहे थे जबकि सोनिया गांधी घर के कार्यो की देखभाल किया करती थी। 1977 में इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री शासन काल के दौरान जब देश में आपातकाल की घोषणा की गई तब राजीव गांधी अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए विदेश चले गए, 1984 में जब इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई तब सोनिया के पति राजीव ने राजनीति में प्रवेश किया पर उनकी पत्नी सोनिया अभी भी राजनीति से दूर रही।
सोनिया गांधी का राजनीतिक जीवन (Political Life of Sonia Gandhi Biography in Hindi)
राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सोनिया गांधी सरकारी परिचारिका के रूप में जिम्मेदारी निर्वाह करने लगी, इसके अलावा पति के साथ वो कई महत्वपूर्ण दौरों पर भी गई, 1984 में ही उन्होनें अपने देवर की पत्नी मेनका गांधी के खिलाफ एक अभियान चलाया था। राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान राजीव पर बोफोर्स घोटाले का आरोप लगा इस वजह से उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा, इसी बीच पर सोनिया गांधी भी काफी सुर्खियों में आ चुकी थी क्योंकि बोफोर्स कांड में जिस बिचौलिए की भूमिका संदेह के घेरे में थी उनसे सोनिया की दोस्ती थीं।
भाजपा ने सोनिया गांधी पर ये आरोप लगाया था कि उन्होंने भारत की नागरिकता लेने के लिए कानून का उल्लंघन किया हैं परंतु इसके बचाव में पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस सदस्य प्रणव मुखर्जी ने कहा कि सोनिया गांधी ने पहले ही इटली कि एम्बेसी में जाकर इटली के पासपोर्ट जमा करवा दिया था और जब तक इटली ने अपने किसी भी नागरिक को दोहरी नागरिकता देने का कानून नही बनाया था इसलिए भारत की नागरिकता लेते ही उनकी इटली की नागरिकता अपने आप खत्म हो गई थी।
1991 में जब राजीव गांधी की भी हत्या कर दी गई तब उन्हें प्रधानमंत्री बनने के लिए कहा गया पर उनके मना करने के बाद पी वी नरसिम्हा राव को देश का प्रधानमंत्री बना दिया गया। जब 1996 में कांग्रेस की हार हुई तो दल के कुछ वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, माधव राव सिंधिया, राजेश पायलट, अर्जुन सिंह, ममता बनर्जी, नारायण दत्त तिवारी, जयंती नटराज समेत कई नेताओं ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सीता राम केसरी के खिलाफ विद्रोह कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस में फुट पड़ गई और वो दो खेमो में बट गई।
कांग्रेस को मजबूती देने के लिए 1997 में सोनिया गांधी ने कलकत्ता में एक पूर्ण सत्र में एक सदस्य के रूप में भाग लिया, 1998 में वो कांग्रेस की एक नेता बन गई थी, 1999 में ही पार्टी के तीन अन्य सदस्य शरद पवार, पी ए संगमा और तारिक अनवर ने सोनिया के प्रधानमंत्री बनने के निर्णय को चैलेंज किया। फलस्वरूप सोनिया ने अपने इस्तीफे की पेशकश की और इसके बाद दल के अन्य नेताओं ने सोनिया गांधी को समर्थन दिया और उन तीनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
उपलब्धियां (Achievement)
- कांग्रेस की सदस्य बनने के मात्र 62 दिनों के अंदर उन्हें पार्टी की अध्यक्ष बनने के लिए कहा गया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
- 1999 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने दो जगह से चुनाव लड़ा अमेठी और बेल्लारी से, वो दोनो सीट जीत गई परंतु बाद में उन्होंने अमेठी को अपना संसदीय क्षेत्र चुना।
- 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनी तो सोनिया गांधी उस लोकसभा में विपक्ष की नेता बनी हैं।
- 2003 में सोनिया गांधी ने विपक्ष की नेता के रूप में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया।
- 2004 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने अमेठी संसदीय क्षेत्र से भरी मतों से विजयी होकर एक कीर्तिमान स्थापित किया।
- 2004 में उनका भारत का प्रधानमंत्री बनना तय था लेकिन उनके विदेशी मूल की होने की वजह से उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें अपनी जगह मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री बनाना पड़ा।
- महात्मा गांधी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर 2007 को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ को संबोधित किया।
- 2009 में उनके नेतृत्व वाले यूपीए (UPA) गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज करके लगातार ज्यादा सीटों से जितने का रिकॉर्ड बनाया।
- 2013 में सोनिया गांधी को लगातार 15 साल पूरे हुए कांग्रेस का अध्यक्ष बने हुए।
- 2014 के आम चुनावों में सोनिया गांधी अपनी लोकसभा सीट रायबरेली को जीतने में तो सफल रही पर उनकी पार्टी की काफी ज्यादा बुरी हार हुई।
सोनिया गांधी का विवादों से नाता (Controversies of Sonia Gandhi Biography in Hindi)
सोनिया गांधी का जीवन काफी विवादों से भी घिरा हुआ है आइये जानते है उनके बारें में
- बोफोर्स तोप घोटाले में उनका नाम विवादों में रहा क्योंकि उनकी दोस्ती बोफोर्स डील में शामिल बिचौलिए से थी।
- 1980 में उनका नाम इटली की नागरिक होने के बावजूद दिल्ली की मतदाता सूची में दिखाया गया जो काफी विवाद का कारण बना।
- उनकी पार्टी के कुछ नेताओं ने 1999 में उनकी कांग्रेस की उम्मीदवारी पर सवाल उठाए थे।
सोनिया गांधी को मिले सम्मान (Awards of Sonia Gandhi)
सोनिया गांधी को अपने जीवन में कई सम्मान दिए गए हैं
- 2004 में फोर्ब्स पत्रिका ने सोनिया गांधी को सबसे ताकतवर महिला का सम्मान दिया।
- वर्ष 2006 में सोनिया गांधी को ब्रसेल्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि मिली।
- बेल्जियम सरकार ने 2006 में सोनिया को सम्राट लियोपोल्ड का सम्मान दिया।
- फोर्ब्स पत्रिका ने 2007 में सोनिया गांधी को विश्व की छठी ताकतवर महिला का सम्मान दिया।
- 2007 और 2008 में उनका नाम 100 प्रभावशाली हस्तियों में शामिल था।
इसके अलावा उन्हें और भी कई सम्मान मिले हैं।
सोनिया गांधी के ऊपर लिखी किताबें (Books on Sonia Gandhi)
सोनिया गांधी पर अब तक काफी किताबें लिखीं हुई हैं इसके अलावा सोनिया गांधी ने भी खुद कुछ किताबें लिखी हैं
- एक महिला लेखक रानी सिंह ने सोनिया गांधी पर एक किताब लिखी हैं जिनमें उन्होंने सोनिया गांधी के बारे जानकारी साझा की ही है और उस किताब का नाम है सोनिया गांधी- एन एक्स्ट्राऑर्डिनरी लाइफ इन इंडियन डेस्टिनी।
- एक अन्य पुस्तक नुरुल इस्लाम सरकार ने सोनिया गांधी पर एक पुस्तक लिखी है जिसका शीर्षक सोनिया गांधी- ट्रिस्ट विद इंडिया।
- सोनिया गांधी के द्वारा खुद लिखी हुई पुस्तक में सबसे ज्यादा मशहूर पुस्तक है टू अलोन टु टूगेदर।